Friday, September 30, 2011

driya

गर  हादसों  से डर गया होता,
फिरतो कब का मर गया होता.
जो बहरे इश्क में पैर रख  देता,
फिर तो राँझा सूली चढ़ गया होता.
गर हो जाती मुझ पे इनायत तेरी,
 तो दिल का जख्म भर गया होता.
मिल जाता जो  तिनके का सहारा, 
 रैना" तो दरिया पार कर गया होता."रैना"

maa

मेरी बिगड़ी बनाने के लिए,
चली आओ मइया जी चली आओ,
मेरा दुखड़ा  मिटाने के लिए,
चली आओ मइया जी चली आओ,
मुझे आ के गमों ने घेरा है,
बस एक सहारा तेरा है,
रोते को हँसाने  के लिए,
चली आओ मइया जी चली आओ,
माँ तारा को तुने तारा था,
ध्यानु को दिया सहारा था,
तेरा जलवा दिखाने  के लिए,
 चली आओ मइया जी चली आओ, "रैना"

meri bigdi

मेरी बिगड़ी बनाने के लिए,
चली आओ मइया जी चली आओ,
मेरा दुखड़ा  मिटाने के लिए,
चली आओ मइया जी चली आओ,
मुझे आ के गमों ने घेरा है,
बीएस एक सहारा तेरा है,
रोते को हसने के लिए,
चली आओ मइया जी चली आओ,
माँ तारा को तुने तारा था,
ध्यानु को दिया सहारा था,
तेरा जलवा दिखने के लिए,
 चली आओ मइया जी चली आओ, "रैना"

Thursday, September 29, 2011

dukhi preshan

किसी के हिस्से में झोंपड़ी, मकान है,
किसी का बंगला महल आलिशान है,
विध्धी का विधान ये  तुझे भी ज्ञान है,
फिर तू  काये  इतना करे अभिमान है.
मंजिल की खबर नही भटका ध्यान है,
बेवजह "रैना" तू डोले दुखी परेशान है. "रैना"

viddi ka vidhan

किसी के हिस्से में झोंपड़ी, मकान है,
किसी का बंगला महल आलिशान है,
विध्धी का विधान ये  तुझे भी ज्ञान है,
फिर काये तू इतना करे अभिमान है     ."रैना"

he maa

हे अम्बे माँ कर दो कर्म,
मन भटके ये आँखें है नम,
जल्दी आओ मइया,
दर्श दिखाओ मइया,
सफल हो जाये मेरा जन्म.
हे अम्बे माँ-------------
यहाँ वैसे मचा शोर है,
कच्ची रिश्तों की ये डोर है,
कोई टूटे यहाँ, कोई छूटे वहां,
कोई मितवा न कोई सनम.
हे अम्बे माँ-------------
इस दुनिया के कई ढंग है,
कई ढंग है तो कई रंग है,
कुछ कहते यहाँ ,कुछ करते वहां,
हर पल बना रहता भ्रम 
हे अम्बे माँ-------------"रैना"

Wednesday, September 28, 2011

mahkane

माँ का  भजन 
महकने लगता है गुलशन मइया जी तेरा नाम लेने से,
सूना मन हो जाये है रोशन मइया जी तेरा नाम लेने से.
महकने लगता है गुलशन-------------
मेरी माँ अम्बे रानी का अंदाज बड़ा ही  न्यारा है,
बांटे में भगतों में खुशिया न दुष्ट माँ को गवारा है,
मिटे ही सारी ही उलझन मइया का नाम लेने से.
महकने लगता है गुलशन-------------"रैना"

bhagat singh.

जब तलक ये  दुनिया आबाद रहेगी,
भारतियों के मन में  तेरी याद रहेगी
इतिहास में लिखा कभी  मिटाया जा नही सकता,
भगत सिंह का बलिदान बुलाया जा नही सकता.
देश भक्ति का सब को रास्ता दिखाया  है,
जान दे के भारत माँ का कर्ज चुकाया है.
वीर भगत सिंह-----,
धन्य जननी तेरी वीर भगत सिंह------
जीवन के सुनहरी पल मन नही डोला,
छोड़ के सब कुछ पहना बसंती चोला,
माँ की पीड़ा जानी, दे दी  क़ुरबानी,
हंस फांसी  का हार गले  डलवाया है.
वीर भगत सिंह-----,
धन्य जननी तेरी वीर भगत सिंह------
कीये न  थे शौक पूरे देखा न दर्पण,
देश के नाम सब कर दिया  अर्पण,
त्यागी बलिदानी,तेरी अजब कहानी
देश के खातिर अपना जीवन मिटाया है
वीर भगत सिंह-----,
धन्य जननी तेरी वीर भगत सिंह------
देशवासियों पे तेरा बड़ा ही  उपकार है,
इक बार फिर आजा अब  तेरी दरकार है,
काले अंग्रेज भारी, दुखी जनता है सारी,
भारत को उन्होंने कंगाल बनाया है.
वीर भगत सिंह-----,
धन्य जननी तेरी वीर भगत सिंह------



bhagat singh

जब तलक ये  दुनिया आबाद रहेगी,
भारतियों के मन में  तेरी याद रहेगी
इतिहास में लिखा कभी  मिटाया जा नही सकता,
भगत सिंह का बलिदान बुलाया जा नही सकता.
देश भक्ति का सब को रास्ता दिखया है,
जान दे के भारत माँ का कर्ज चुकाया है.
वीर भगत सिंह-----,
धन्य जननी तेरी वीर भगत सिंह------
जीवन के सुनहरी पल मन नही डोला,
छोड़ के स बकुछ पहना बसंती चोला,
माँ की पीड़ा जानी, दे दी  क़ुरबानी,
हस फंसी का हर गले में डलवाया है.
वीर भगत सिंह-----,
धन्य जननी तेरी वीर भगत सिंह------

Tuesday, September 27, 2011


जय माँ अम्बें
दोहा
जय अम्बे जगदम्बिके तुम हो अपरम्पार,
 कण कण में वास तेरा अनंत रूप अपार,
आदि शक्ति माँ भगवती मन के जोड़ो तार,
 बुद्दि हीन तुच्छ दास की अर्ज करो स्वीकार.
दुर्गा स्तुति
दुर्गा रानी कत्यानी मुझ पे किरपा कीजिए,
 भक्ति में तेरी मन रमे ऐसा वर माँ दीजिए.
बंधन तोडू तो से जोडू छोड़ दू इस लोक को,
 तो से लाके मन जगा के सफल करू परलोक को.
मुख ये खोलू जय माँ बोलू चरणों में तेरे सिर धरु
मोहो माया को छोड़ के तेरा ही जप करू.
मैंने माना है ये जाना मतलबी संसार है,
साचा नाम है माँ अम्बे का बाकी सब बेकार है.
शेरो वाली माँ निराली दर्शन की अभिलाषा है,
 होगे दर्शन दुःख मिटे अब चहुँ और निराशा है.
रैना" मइया खैर मांगे भक्ति तेरे नाम की, 
जल बिन मछली तडफे जिन्दगी किस काम की. "रैना"

hasin

रोने से मसले होते न हल,
कोशिश अक्सर होती सफल.
किस्मत पर तो कर्म है भारी,
अन्धविश्वास से बाहर निकल.
चढ़ती जवानी गुमां न कीजे,
शाम की तरह  जाये गी ढल.
कहने को जिंदगी  सौ वर्ष की,
सही मयानों में पल दो पल.
जो भी होना आज ही होगा,
कुछ भी होना नही है कल.
चार दिनों का खेल है सारा,
गम की आग में यूँ न जल.
"रैना" जिन्दगी हसीं बना ले,
आ चलते है घर यार के चल.
                                            "रैना"

ishk

इश्क मोहब्बत में यही खास होता है,
वो दगा देता जिस पर विश्वास होता है,
इश्क में आशिक अक्सर फेल होते है,
कोई  किस्मत वाला ही पास होता है."रैना"
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Monday, September 26, 2011

arman

अँधेरे में उजाले की तलाश करते रहे,
हम महफ़िल में चिराग़ बन जलते रहे.
वो पत्थर दिल फिर भी नही है पिगले,
हम तो शमा के मान्निद पिगलते रहे.
साकी ने पिलाया दिया कुछ जाम ऐसा,
हम तो निरंतर गिरते रहे संभलते रहे.
बेशक मंजिल तो  बिल्कुल है पास मेरे,
फिर भी तलाशे मंजिल यूँ ही चलते रहे.
मुझे लूटने वाला यहाँ तो  नही है कोई ,
हम खुद ठग बन के खुद को  छलते रहे.
"रैना"का सीना जख्मों से छलनी है,
फिर भी अरमानों  के बच्चे  पलते रहे. "रैना"

parm pita

परमपिता परमात्मा ये विनती अरदास,
अपने हर इक जीव की पूर्ण करना आस,
खुशहाल हो हर  जिन्दगी हो कोई उदास,
"रैना" का तेरे चरणों में बना रहे विश्वास. "रैना"
सुप्रभात ----------------good morning

तेरे हुस्न के जलवे, बेकरारी बढ़ा रहे है,
यूँ धीरे-धीरे हम भी तेरे पास आ रहे है.
तेरे इंतजार में अभी आधी रात गुजरी,
दीये जला रहे  कभी दीये बुझा रहे है.
इस शहर के बाशिंदे हो लीये आवारा,
बेवजह यहाँ वो कभी वहां जा रहे है.
खुद से बेखबर औरों की खबर रखते,
बातों की रेत से अब बस्ती बसा रहे है.
हुआ जो तेरा दीवाना खता नही ये मेरी,
तेरे हसीन जलवे मुझको बहका रहे है.
"रैना"सोच ले क्या जिन्दगी का मतलब,
होते सफेद बाल सब कुछ समझा रहे है.
                                                "रैना

Sunday, September 25, 2011

jamir

जो हिम्मत कभी हारते नही,
अपने जमीर को मारते  नही,
मंजिल खुद आकर" उन्हें सलाम करती है"."रैना"
सुप्रभात ---------good morning ji

ro ro kre pukar

बेटी  दिवस  पर विशेष दर्द भरी कहानी
 जन्म से पहले मरने वाली बच्ची रो रो करे पुकार,
हे माँ मुझे  ये तो बता दे क्यों दिया है मुझको मार.
खता जुर्म कोई दोष न मेरा,फिर भी सूली पे चढ़ाई गई, 
दुनिया की क्या बात करू जन्म से पहले ही मरवाई गई.
बुरा हाल है मेरा, बुरा हाल है मेरा ----------------
इस दुनिया की क्या बात -------बुरा हाल है मेरा --

तीन महीने का गर्भ हुआ तो उसे चैक करवाया गया,
एक बेटे की चाह की खातिर मुझे  मार गिराया गया,
मैंने दुनिया की लौ न देखी जहर देकर हु मिटाई गई,
इस दुनिया की क्या बात -------बुरा हाल है मेरा --

स्वर्ग में यह सुना था मैंने माँ ममता की देवी होती है,
बच्चे को है सूखे में ही रखती आप गीले पर सोती है,
बदनसीबन मैं ही निकली माँ के हाथों मरवाई गई.
इस दुनिया की क्या बात -------बुरा हाल है मेरा -- "रैना"

dosti

कोन दोस्त किसका ये फैसला वो ही करता है,
तभी खून के रिश्ते से गहरा दोस्ती का रिश्ता है. "रैना" 

Saturday, September 24, 2011

harjai

महल किसी ने हवेली  बनाई है,
गम ही अपनी तो नेक कमाई है.
यहाँ कैसे  किस पे यकीन कर लूँ,
हर शख्स फरेबी बेदर्द हरजाई है."रैना"

haweli

महल किसी ने हवेली  बनाई है,
गम ही अपनी तो नेक कमाई है.
यहाँ मैं  किस पे यकीन कर लूँ,
हर शख्स फरेबी बेदर्द हरजाई है."रैना"

Friday, September 23, 2011

fasana

पन्ने फाड़ना मुश्किल मिटाना है,
किताबे दिल पे लिखा अफसाना है.
मुझको  इश्क में यही है हासिल,
घर में गमों का आना जाना है.
सिवा इसके और कोई काम नही,
किताबे दिल को पढ़ते जाना है. "रैना"

Thursday, September 22, 2011

kalkal

चाहे आज नही तो कल हो  जाये
मगर  मेरे दिल में हलचल हो जाये.
मुझे मंजूर नही बदलो की गर्जन, 
झरने के पानी सी कल कल हो जाये.
उसके लिए बेताब हो जाये दिल मेरा,
मुझे तलबे दीदार  पल पल हो जाये
अब तो इन  कातिलो के मोहल्ले में,
दिन दहाड़े ही दिल का कत्ल हो जाये..
"रैना" की तो बस  इक ही तमन्ना है,
मेरा ये हीरा जीवन सफल हो जाये. "रैना"

Wednesday, September 21, 2011

rajniti

बड़ी मुशिकल से  हुई थी शादी ये तो बात है बीती,
पति जिन्दा फिर भी विधवा मेरे देश की राजनीति.
अब चोर उच्कों ने इस पर अपना कब्जा जमाया है,
मोसेरे भाइयों ने आदर्श वादियों को पीछे हटाया है.
इसका मायका जनता भी न उस पर तरस खाती है.
राजनीति की इज्जत को बीच चौराहे पे लुटवाती है.
किसी एरा गैरा से पैसे ले  दारू पी उसे जीताती है,
राजनीति अब अपने  हाल पे रोती आंसू बहाती है.
भारत के देशवासियों अब छोड़ दो  गन्दी नीति,
जब देश ही नही बचेगा फिर कहां करोगे राजनीति. "रैना"

Tuesday, September 20, 2011

dimagi kasrat

दिमागी कसरत 
जब तक चलता पैदल तब तक करता राम राम,
चढ़ जाये जब कार में  फिर करता नही सलाम,
गिरगट जैसे बदल जाये हो जाये निपट हराम,
खाने, पीने, सोने के भी  मांगता फिरता है दाम,
बिना दाम के किसी का कोई करता नही है काम,
जनता के सहारे ही महफ़िल में छलकाए है जाम,
झूठे वादे कर जनता को निरंतर बेवकूफ बनाये,
पांच साल में मात्र  कुछ ही दिन वो नजर है आये,
मेरे दोस्तों गौर करे अब जरा अपना  दिमाग लगाये,
संसार के ऐसे विचित्र प्राणी का हमें नाम बताये."रैना"

kadr

कद्रदानों की बस्ती में अब इमानदार की अब कद्र नही."रैना"

hath

हाथ गिरेबान तक पहुंचे गद्दारों को पहले ही रोका जाये,
अपने बारे में सही मगर पहले देश के बारे में सोचा जाये.
सुप्रभात  दोस्तों 

kadardano

कद्रदानों के शहर में भी इमानदार की कद्र नही."रैना" 

maine

मैंने चिरागे उल्फत जलाया ही नही था,
वो घर में आये जिन्हें बुलाया ही नही था.
वो पर्दानशी परदे पे पर्दा ही करते रहे,
मगर हमने राजे दिल छुपाया ही नही था."रैना" 
गुड एवेनिंग के साथ 

netaa

नेता सिर्फ भाषण देता,
बदले में सब कुछ लेता.
चुनाव के समय वोट लेता,
जितने पर  बाद नोट लेता.
अँधा धुंध पैसे इकठ्ठे करता,
फिर भी इस का पेट नही भरता,
ये तो इतिहास भी  गवाह है,
नेता की भूख की न कोई दवा है."रैना"

neta

नेता सिर्फ भाषण देता,
बदले में सब कुछ लेता.
चुनाव के समय वोट लेता,
जितने पर  बाद नोट लेता.
अँधा धुंध पैसे इकठ्ठे करता,
फिर भी इस का पेट नही भरता,
ये तो इतिहास भी कहता है,
पैट्रोल पीने, चारा खाने के बाद भी,
 नेता भूखा ही रहता है."रैना"

Monday, September 19, 2011

उससे वफा करके मुझे ये हुआ है हासिल,
दर्द बनके हो गये वो जिन्दगी में शामिल. "रैना"

Sunday, September 18, 2011

बढ़ती महंगाई जनता का चीर हरण,
सभा में बैठे नेता ठह्के लगा रहे हैं ."रैना"
यहाँ तो सभी अपना ही रोना रोते,
जान देने पर भी लोग खुश नही होते.
जिन पे होता है भरोसा ज्यादा यारों,
मझदार में कश्ती वो ही लोग डुबोते.
हमे दुःख दे कर  नीदें हाराम कर के,
बेवफा हरजाई देखो चैन की नीद सोते.
कभी सोचता हूँ मजबूर तन्हा बैठ कर,,
लखते जिगर भी क्या ऐसे है होते.
ऐसा रोग लगा जिस की नही दवा,
अपनी मिटेगी हस्ती गमों का बोझ ढोते.
"रैना"जिसने भी पकड़ा है दामन उसका,
उसकी रजा में राजी कभी दुखी नही होते. "रैना"

desh bchao

करे कोई रथ यात्रा कोई करे उपवास,
कुर्सी को हथियाने के हो रहे प्रयास,
हो रहे प्रयास तुरप का इक्का चलाये,
भोली भाली जनता को बेवकूफ बनाये,
देश के मसीहा बन गये अब भ्रष्टाचारी,
महंगाई से त्राहि त्राहि करे जनता सारी,
कहे अन्ना बड़ी शान से मैदान में आओ,
भ्रष्टाचारी नेताओ को सबक सिखाओ,
    भारत देश बचाओ  "रैना"

Saturday, September 17, 2011

चाहे नेता उपवास करे, चाहे प्रवास करे,
डाका तो जनता की जेब पर डलना निश्चित है."रैना"
मत हंस किसी के चेहरे की झुरियां  देख कर,ये वर्षों का अनुभव बयान कर रही है.""रैना"

टहनी से टूटे पत्ते को ये हवा न जाने कहां उडा कर ले जाये गी."रैना"

ये अलग बात गिरता है या संभलता है,मगर इन्सान  गिरगट से जल्दी रंग बदलता  है."रैना"

Friday, September 16, 2011


तेरी कहां नजर है,उसको सब खबर है,
तूं भटक हुआ डगर है.हाले दिल से बेखबर है.
यूँ ही चिंता फ़िक्र में सारी जिन्दगी बिताएगा,
तूं उसके दर आ जा सारा दुःख मिट जायेगा."रैना"
सुप्रभात के साथ -------------------good morning
तेरी कहां नजर है,उसको सब खबर है,
तूं भटक हुआ डगर है.हाले दिल से बेखबर है.
यूँ ही चिंता फ़िक्र में सारी जिन्दगी बिताएगा,
तूं उसके दर आ जा सारा दुःख मिट जायेगा."रैना"

Thursday, September 15, 2011

बेवजह मायूस  न यूँ दिल निराश कर,
जो नसीब में नही उसकी भी तलाश कर."रैना"

Wednesday, September 14, 2011

इस से बड़ा अपमान क्या है,
हिंदुस्तान में हिंदी अंग्रेजी में पूछती ?
मेरी पहचान क्या है."रैना"
फिर भी हिंदी दिवस की बधाई हो शाम के समय 

Tuesday, September 13, 2011

मैं गिला करू कैसे मुझे तुझसे ही सब हासिल है,
नजरे इनायत कर्म तेरा बन्दा हो गया काबिल है. "रैना".











Saturday, September 10, 2011

सारी रात नींद नही आई है मुलाकात के बाद,
दिल के मोहल्ले में आग लगी बरसात के बाद."रैना"

Friday, September 9, 2011

mere dil

मेरे दिल के घर में चांदनी ने आग लगाई है,
और शबनम के कतरों ने आग भड़काई है,
आग की लपटों से मेरा बचना है मुश्किल,
क्योकि आग के लिए तो हर शै पराई  है.
अब तो यारों जान पे बन आई है.

Saturday, September 3, 2011

तेरे वादों का तो एतबार करे गे,
मगर मरने तक कोन इंतजार करे गे. "रैना"
तेरे वादों का तो एतबार करे गे,
मगर मरने तक कैसे इंतजार करे गे. "रैना"
गर तेरी यादों का सहारा नही होता,
फिर तो अपना भी गुजारा नही होता.
तेरे यादों  ने ही  हमे जिन्दा रखा,
वर्ना ये चमकता सितारा नही होता.
गर मुसीबत ही कही दूर जा बसती,
फिर तो हर शख्स यूँ बेचारा नही होता,
गर होते न इस हुस्न के हसीन जलवे,
मस्त मौसम दिलकश नजारा नही होता.
मेरा जीना तो  हो ही जाता मुशिकल,
गर मेरे  उसयार का  इशारा नही होता.
"रैना"उस खुदा बंद की  नजरे इनायत है,
वर्ना यहाँ  कुछ भी हमारा नही होता.
राजिंदर "रैना"
ये तो इत्फाक है मेरा जीना,
यूं जख्मों से छलनी है सीना.
 खुदा जाने वो कैसे है डूबा 
मजे से चल रहा था सफीना.
वक्त के क्रूर हाथों ने यारो,
चैन मेरा सब्रो करार छीना.
खता उसकी या मेरी बदनसीबी,
शहर की भीड़ में खो गया नगीना
सांसों की डोरी तोड़ नही सकते,
जामे जहर जिन्दगी पड़े गा पीना. "रैना"