Monday, September 12, 2016

बरबादी ने बेख़ौफ़ यहां पर डेरे लगाये है,
मेरे देश के रहनुमा जैसे शादी में आये है.
बहुत कम जिनका दामन है पाक साफ,
वैसे भ्रष्टाचार के गंदे नाले में सब नहाये है.
सदन में बैठे भी न करे देश हित की बात,
सोते या हिसाब लगाते कितने कमाये है.
स्वर्ग के समस्त सुख तो नेता जी भोगते,
यूँ जनता की वोट से चुन के सदन में आये है
 कश्मीर में ऐसी आग हरगिज न लगी होती,

नेताओं ने ही यहां नफरत के गुल खिलाये है। 
रैना"देश की हालत देख कर कुछ ऐसा लगता,
काले अंग्रेजों से आजादी के दिन करीब आये है। "रैना"

Saturday, July 2, 2016


वैष्णो माँ की जय जय कार
मेरी माँ तू और इम्तहान न ले,
दम सा निकले मेरी जान न ले।
मेरे सिर पे अपना हाथ धर दे,
तेरा बच्चा हूं मुझे खुश कर दे।
मेरी गुजारिश तुझे स्वीकार नहीं,
अपने दीवाने से तुझे प्यार नहीं।
जला के राख कर दे बस्ती मेरी,
मिटा दे अब माँ तू हस्ती मेरी।
बड़ी मुश्किल में जीया नहीं जाता,
जहरे जिंदगी अब पीया नहीं जाता।
दुश्मन बन गया सारा जमाना है,
माँ मेरी तेरे चरणों में आना है।
थोड़ी सी उल्फ़त की हवा दे दे,
तेरे घर का रैना"को पता दे दे। रैना"
सुप्रभात जी ------जय जय माँ


Friday, July 1, 2016

इश्क़ में ये  कैसे मुकाम आये हैं,
घर मेरे देखो गम तमाम आये हैं। 
वक़्त गुजरा कब का भुला दिया हमने,
याद फिर क्यों अब नमक हराम आये हैं। 
बेवफ़ा हम से अब सबूत मांगे है,
खत पुराने ही आज काम आये हैं।
दौर  

Thursday, June 30, 2016

मेरी मंजिल है किधर मुझको जाना है किधर,
इतनी ख़बर ही नहीं आसां रस्ता है किधर।
जिससे पता हम करें ऐसा मिलता ही नहीं,
कोई बताये सही बसता वो है किधर। रैना"
वैष्णो माँ की जय जय जय
मेरी वैष्णो माँ एक बार सुनो पुकार,
मेरी बिगड़ी दो संवार सुनो पुकार,
मेरी कुछ और नहीं है तमन्ना,
माँ बख्शो तेरा प्यार सुनो पुकार। रैना"
सुप्रभात जी ------जय जय माँ 

Wednesday, October 28, 2015

तेरी उल्फ़त का असर कम कम,
हो रहे हैं बेख़बर कम कम।
नैन तड़फे दीद के खातिर,
हम करे कैसे सबर कम कम।
दूर मन्जिल राह मुश्किल है,
आस तो आये नजर कम कम।
ढूंढते फिरते कहां है वो,
है जरा खुद का फ़िकर कम कम।
कर लिया अपने लिये काफ़ी,
अब करो उसका जिकर कम कम।
काश रैना बज्म में आता,
है सकूं मिलता इधर कम कम।  रैना"

कम कम =थोड़ा थोड़ा