Saturday, December 31, 2011


happy new year
chare passe khushi rahwe chhai mitra,
tainu nwe sal di lakh lakh wadai mitra.
tainu nwe sal di............................ 
nwa sal lai ke aave din o bahar de,
har passe charche khushi te pyar de,
jind phul wagu rhve mahkai mitra.
tainu nwe sal di............................  
kat jan dukhde n rhwe majburi ve,
nwe sal vich hove har aash puri ve,
wje dhol kite wje shahnai mitra.
tainu nwe sal di............................  
ae gall pkki je jan hai jahan hai,
is warre rakhna sehat da dhyan hai,
"raina" sari gall ithe hi mukai mitra.
tainu nwe sal di............................  raina"

tere charo tarf khushi

     नये साल का गीत
हो नया साल मुबारखबाद,
हो नया साल मुबारखबाद
इस आने वाले नये साल में,
हो ख्वाबों का शहर आबाद.
हो नया साल ...................
मिट जाये सारे ही झमेले,
लग जाये खुशियों के मेले,
सब पे रहम करने वाला,
तेरी सुन लें हर फरियाद.
हो नया साल मुबारखबाद.
हो नया साल ...................
ढोल बजे कही बजे शहनाई,
घोड़ी चढ़े तो कही गोद भराई,
हो हसरत पूरी अरमान सजे,
कोई गम न आये कभी याद.

हो नया साल मुबारखबाद.
हो नया साल ...................
"रैना" तू नेक राह पे ही चलना,
साल नया काम नया तू करना,
स्वच्छ कर्म साफ नीयत नीति,
दुनिया याद करे जाने के बाद.

हो नया साल मुबारखबाद.
हो नया साल ..................."रैना"






happy new year
chare passe khushi rahwe chhai mitra,
tainu nwe sal di lakh lakh wadai mitra.
tere har passe -----------------
nwa sal lai ke aave din o bahar de,
har passe charche khushiya, pyar de,
jind phul wagu rhve mahkai mitra.
tere har passe -----------------
kat jan dukhde n rhwe majburi ve,
nwe sal vich hove har aash puji ve,
wje dhol kite wje shahnai mitra.
tere har passe -----------------
ae gall pkki je jan hai jahan hai,
is warre rakhna sehat da dhyan hai,
"raina" sari gall ithe hi mukai mitra.
tere har passe -----------------raina"

Thursday, December 29, 2011

soch apni samjh

सोच अपनी समझ हर बात को मुद्दा नही बनाया करते,"रैना"

मेरी हंसी के पीछे वो दर्द छुपा है,
रोने के बाद जिसे मैं सह नही सकता."रैना"

समझ गये है मेरे शहर के लोग ????
नामी चोर डाकू,जनता को भरमाने के लिए ड्रामा करते है."रैना" 
अब तो हम इतना ही काम करते है,
रफ्ता रफ्ता जिंदगी तमाम करते है.
सुबह निकले उन्ही आगोश में यारों,
उनके पहलू में ही हम शाम करते है. "रैना"


बेशक परवाने ने सिर्फ जलना,मरना सीखा,
हमने जिंदगी की पथरीली राह पे चलना सीखा, 
करीब से महसूस करके देखा तो एहसास हुआ,
मरना बहुत आसान है जीना तो बड़ा मुश्किल. "रैना"


आज कल 
कुछ लोग बूढ़ी गाय को घर से निकाल देते,
कहते ???????????????
दूध नही देती,
और तो और बूढ़े माँ बाप को घर से बाहर करते,
कहते ??????????????
काम नही करते.
क्या वफा का यही इनाम है."रैना"

Wednesday, December 28, 2011

bewfa mai ya tum

बड़ी ही बेदर्द बेवफा किस्मत हमारी है,
खिंजा आई भी नही उजड़ी फुलवारी है.
सिवा इसके और कुछ कर नही सकते,
फकत यादे सनम आंसूं बहाना जारी है.
अदा ए जमाना नही रास आई हैं "रैना",
दुखी होकर आगे की कर ली तैयारी है."रैना"

सारी रात आती हिचकियां,
कल तक हम सोचते वो हमें याद करते है,
मगर आज डाक्टर ने बताया ये तो एक बीमारी है."रैना"  

anna ke anshan men bhid

अन्ना के अनशन में भीड़ कम पहुंची,
 कुछ लोगों का तर्क है,
वैसे उन लोगों की सोच का बेडा गर्क है.
कहते है अन्ना अकेला है,
अरे वहां तो लगा हुआ मेला है.
वैसे जंगल में शेर अकेला ही होता है.
बूढ़े शेर ने अपना पूरा दमखम दिखा रखा है,
नेताओ को आगे आगे लगा रखा है.
बेशक अन्ना जी का त्याग जरुर रंग लायेगा,
एक दिन शसक्त जनलोकपाल बन कर सामने आयेगा"रैना". 

kismat walo ko pyar

किस्मत वालों को प्यार मिलता है,
यार दिलदार मिलता है,
गुले गुलजार मिलता है,
हसीन संसार मिलता है,
भरोसा एतबार मिलता है,
दिल को करार मिलता है,
वरना यहां लाखों टूटा दिल लिए घूम रहें हैं."रैना" 

beshak bhare dil ko

बेशक बहारें दिल को पसंद आती है,
मगर ये दिल पे खंजर भी चलाती है,
वैसे कश्ती को पार लगाती है लहरें,
मगर कभी लहरें कश्ती को डुबाती है."रैना"


किस्मत के मारों को सहारा नही मिलता,
मझदार में भटकतें  किनारा नही मिलता,
"रैना को भी इस कद्र नसीब न हुई  बहारें,
जैसे खिंजा के फूल को नजारा नही मिलता."रैना"
उनके इशारों ने मारा,
मस्त नजरों ने मारा,
वो खाक बचे वीराने में,
जिनको बहारों ने मारा."रैना"

kismat ke maro ko

किस्मत के मारों को सहारा नही मिलता,
मझदार में भटकते किनारा नही मिलता,
"रैना को इस कद्र नसीब न हुई हसीं बहारें,
जैसे खिंजा के फूल को नजारा नही मिलता."रैना"

Tuesday, December 27, 2011

swabhimani bhartiyo

स्वाभिमानी भारतियों का सर कभी न झुकेगा,
हरहाल में रवा रहेगा कारवा कभी भी न रुकेगा.
देखिये तो नेताओ की बेशर्मी हो रही कमाल है,
जनलोकपाल को लेकर ज्यादा की आँख लाल है.
लालू मुलायम कह रहे है हमें कोन सम्भालेगा,
जो जनलोकपाल बना तो दरोगा जेल में डालेगा.
भारतियों अब पीछे न हटो बड़ा ही शुभ मुहर्त है,
जनलोक पाल हमारी मज़बूरी सख्त जरूरत है."रैना"

janta ne to khud pe

जनता ने तो खुद पर खुद ही जुल्म किये है,
हमने चोर, उच्चके, भ्रष्टाचारी, बलात्कारी,
जोकर बनने लायक अपने नेता बना लिये है.
अधिकतर नेताओ से भ्रष्टाचार की दुर्गन्ध आ रही है,
इसलिए उन्हें अन्ना जी दलील न पसंद आ रही है.
रैना" सोनिया हो नाराज चाहे लालू कुछ भी कहेगा,
मगर जनलोकपाल तो एक दिन बन के ही रहेगा."रैना"
भारत माता की जय.......................................जय माँ भारती 

फकत दिखावे से उसके दीवानों में सुमार नही होता,
माथे तिलक गले माला से उसका दीदार नही होता,
बेशक जिसमें एक भी छेद हो जाये मेरे दोस्त "रैना"
वो सफीना तो कभी भी मझदार से  पार नही होता. "रैना"
सुप्रभात जी ..........................good morning ji

sirf tlk lgane se uska


फकत दिखावे से उसके दीवानों में सुमार नही होता,
माथे तिलक गले माला से उसका दीदार नही होता,
बेशक जिसमें एक भी छेद हो जाता है मेरे दोस्त,
वो सफीना तो कभी भी दरिया से तो पार नही होता. "रैना"
सुप्रभात जी ..........................good morning ji

brbadi hmara kya bigadegi

बरबादी हमारा क्या बिगड़ेगी,हम तो उसी के घर में रहने लगे है."रैना"

Monday, December 26, 2011


किसी को किसी पे विस्वास नही होता,
पैसे की मंडी में कोई भी खास नही होता.
फरेब करने में अब लोग हो गये माहिर,
दगा देते  मगर इसका आभास नही होता."रैना"

कीमत का कोई पैमाना नही होता,
किसी गरीब बच्चे से पूछना ???????
खिलौने की कीमत क्या होती है."रैना"

mere hamnwa

हमनवा इतनी सी वफा करदे,
मेरे मरने की ही तू दुआ करदे.
तेरे गम में कही मर न जाऊ,
बीमारे इश्क की तू दवा करदे.
साथ गैरों का तब निभा लेना,
पहले हस्ती मेरी फना करदे.
उसने तो पूरा कर दिया वादा,
अब तू अपना फर्ज अदा करदे.
गर साकी तू मय नही पिलाता,
जामे जहर हाथों से बना कर दे.
"रैना" मय से तो करता तौबा,
चश्मे मय पीने की खता करदे."रैना"

Sunday, December 25, 2011

aek din hasti teri khak

एक दिन हस्ती तेरी खाक में मिल जायेगी,
लौट कर के हसीं बहार फिर कभी न आयेगी.
जिन्दगी के सफर में"रैना"कोई नेक काम कर,
वर्ना जाने के बाद दुनिया आंसू  भी न बहायेगी"रैना"

wqty hi aesa ahai

वक्त ही कुछ ऐसा दिखावा करना पड़ता है,
हालात ऐसे जीने के लिए मरना पड़ता है.
कुछ कर गुजरने की होती तमन्ना बहुत,
मगर क्या करे गरीबी से ही लड़ना पड़ता है."रैना"



ranj haimlam

रंज है मलाल हमको इस बात का,
रास न आया मौसम बरसात का.
राहे जिन्दगी पे चलना संभल के,
भरोसा नही इस आदम जात का."रैना"

Saturday, December 24, 2011

aaye thai mahfil

महफ़िल में आये है मकसद खास लिये,
ऐसा लगता लौट जाये दिल उदास लिये.
देखो जल गया मजनू इश्क की आग में,
छोड़ गया वो दुनिया होठों पे प्यास लिये."रैना"

mere dushmano ko khabar

मेरे दुश्मनों को खबर मैं परेशान मगर मेरे दोस्तों को इसकी खबर ही नही,
दुश्मनों को तो है कदर दुश्मनी की मगर दोस्तों को दोस्ती की कदर ही नही."रैना"

बीमारे इश्क तेरे हमें दवा देना,
रात भर रोने की न सजा देना.
तेरा हर सितम हम  सह लेगे,
जीते जी मर जाये न दगा देना."रैना"

bimare ishak hu

बीमारे इश्क तेरा मुझे दवा देना,
यूं रात भर रोने की न सजा देना.
तेरा हर सितम हंस के सह लुगा,
जीते जी मर जाउगा न दगा देना."रैना"  

teri aankhon kan

तेरी आँखों का कैसे काजल बनू,
फिर ख्वाब भी बनना मुशिकल है,
ये सोच कर तो मैं परेशान बहुत,
और सहमा हुआ ये मेरा दिल है.
जो ख्वाब बना तो टूटू गा,
जो काजल बना तो छूटू गा.
इस हालत में मैं क्या करू,
अब तू ही बता मैं क्या बनू.
जो टूटे न जो छूटे न,
गिर के आईने की तरह फूटे न.
तुम जो कहो बन जाउगा,
 कदम पीछे नही हटाऊ गा.."रैना" 

Friday, December 23, 2011

jab tk sanse

बेशक सूरज की तरह ढलते जायेगे,
मगर जब तक  सांसें चलते जायेगे.
असली मकसद के करीब न पहुंचे,
यूँ हम खुद ही खुद को छलते जायेगे.
कई बार टूट कर बिखरे आँगन में,
अरमान के बच्चे फिर पलते जायेगे.
जिन पर वो करेगा नजरे इनायत,
बेशक वो गिर के सम्भलते जायेगे.
"रैना"उससे मिलने की बना तरकीब,
वर्ना कब तक लिबास बदलते जायेगे."रैना"


भटकते रहे तेरे शहर में  ठिकाना न मिला,
जीने की तमन्ना थी मगर बहाना न मिला.
लाखों करोड़ो के दिल नही तो हाथ मिल गये,
हमको अपनी तबियत का जमाना न मिला.
मेरी जेब में पैसों की जब तलक रही खनक,
सारा शहर मेरा अपना कोई बेगाना न मिला.
इश्क की पढ़ाई करने वाले दुनियादारी में फेल,
बेशक हमें कोई भी आशिक सयाना न मिला."raina"

bhatkte rhe tere shahar me

भटकते रहे तेरे शहर में  ठिकाना न मिला,
जीने की तमन्ना थी मगर बहाना न मिला.
लाखों करोड़ो के दिल नही तो हाथ मिल गये,
हमको अपनी तबियत का जमाना न मिला.
मेरी जेब में पैसों की जब तलक रही खनक,
सारा शहर मेरा अपना कोई बेगाना न मिला.
इश्क की पढ़ाई करने वाले दुनियादारी में फेल,
बेशक हमें कोई भी आशिक सयाना न मिला.

Thursday, December 22, 2011

kyo marna mrna

क्यों मरना मरना करना अब जीने की बात करनी है,
जिन्दगी तो एक लड़ाई न चाह के भी जंग लड़नी है.
हमारी बेबाक बातों से न ठेस लगे किसी के दिल को,
कला जीने की कानून कायदे वफा की पढ़ाई पढ़नी है.
मंजिल हो चाहे दूर बहुत फिर भी कभी न  घबराना है,
कमी हिम्मत में न आये हर हाल ऊँची चढ़ाई चढ़नी है.
इतनी आसानी से नेता जनलोकपाल बिल न पास करे,
इस बिल को पास करवाने को लम्बी लड़ाई लड़नी है.
अन्ना जी की बातों पे गौर करे ये देश हित की लड़ाई है,
ये जंग जितने से आने वाली पीड़ी की जिन्दगी सवारनी है."रैना"

barbadi ne yha dere

मेरे देशवासियों के नाम एक पैगाम ?????
बरबादी ने बेख़ौफ़ यहां पर डेरे लगाये है,
मेरे देश के रहनुमा जैसे शादी में आये है.
बहुत कम जिनका दामन है पाक साफ,
वैसे भ्रष्टाचार के गंदे नाले में सब नहाये है.
सदन में बैठे भी न करे देश हित की बात,
सोते या हिसाब लगाते कितने कमाये है.
स्वर्ग के समस्त सुख तो नेता जी भोगते,
यूँ जनता की वोट से चुन के सदन में आये है
भेद खुल जायेगा नंगे हो जाये बीच बाजार,
जनलोक पाल बिल से इसलिए घबराये है.
"रैना"लोहा गर्म सब मिल मरो तगड़ी चोट,
बेशक दूसरी आजादी के दिन करीब आये है......"रैना"

ab ghar se bahar

अब वकत आ गया है मौन तोडिये,
घर से बाहर निकले  रोना छोडिये,
सेहत के अनकूल न  रुख हवा का,
बेहतर होगा तूफां का रुख मोड़िये.
जिसका इमां जिंदा करे नेक काम,
उस शख्स का कभी न साथ छोडिये.
"रैना"जिसके दम से कायम वजूद,
छोड़ सब दो घड़ी उससे प्रीत जोडीये. "रैना"
सुप्रभात जी .................good morning ji

dardnak manjar

मैंने तो सह के दर्द जुदाई का देखा,
बदला मिजाज इस खुदाई का देखा.
बेशक बड़े ही फरेबी है जमाने वाले,
पल में बनता पहाड़ है राई का देखा.
दुखो दर्द इस जिन्दगी का है हिस्सा,
मगर बुरा हश्र मैंने बेवफाई का देखा.
देखो तबाह हो के भी कई  बस जाते,
मगर बसता घर न हरजाई का देखा.
"रैना"अब तो दर्द भी महसूस नही है,
जबसे दर्दनाक मंजर तन्हाई का देखा. "रैना"  

Wednesday, December 21, 2011

mat barbad jwani karna

बेवजह बरबाद न जवानी करना,
दिल लगाने की न नदानी करना."रैना"

nisankoch


हम निसंकोच कह सकते है ??????????
हमें क्या लेना है,
मगर अन्ना जी??????????
हमारे लिए लड़ रहे है,
इसलिए उनका साथ देना है.
ये धर्म और अधर्म की लड़ाई है,
तभी चोर भ्रष्टाचारी नेताओ की जान आफत में आई है.
वो कहते है????????????
जनलोक पाल दुहाई है दुहाई है.
अन्ना ने सदन की खिली उड़ाई है,
मगर इस में न कोई सच्चाई है,
अन्ना जी ने सदन की गरिमा बढ़ाई है,
बेशक जब जन लोक पाल बिल पास हो जायेगा,
फिर चोर उच्चका भ्रष्टाचारी गद्दार सदन में नही बैठ पायेगा.
 ये तभी होगा जब इन्कलाब का नारा बुलन्द हो जायेगा,
हर भारत वासी अन्ना जी के कदम से कदम मिलायेगा
जय भारती....................... भारत माता की जय ......................"रैना"

ham nisnkoch kah sakte hai

हम निसंकोच कह सकते है ??????????
हमें क्या लेना है,
मगर अन्ना जी??????????
हमारे लिए लड़ रहे है,
इसलिए उनका साथ देना है.
ये धर्म और अधर्म की लड़ाई है,
तभी चोर भ्रष्टाचारी नेताओ की जान आफत में आई है.
तभी तो वो कहते है????????????
जनलोक पाल दुहाई है दुहाई है."रैना"  

beshak is kabil n tha

बेशक मैं इस काबिल न था मगर आप दोस्तों ने आम से खास बना दिया."रैना"
मैं आप दोस्तों का तहदिल से आभार व्यक्त करता हूँ जी.

sai ji kirpa kre

 साईं के दर्शन पाने को,पहले मैं को मिटाना पड़ता है,
दीन दुखियों गम के मारों को,सीने से लगाना पड़ता है.
साईं के दर्शन पाने को...........................................
अब छोड़ दे छल धोखा तू,कुछ करने को यहां आया है,
यहां अपना तेरा कोई नही,सारा शहर बेगाना पराया है,
ये सच उस पार जाने को,पहले खुद को डुबाना पड़ता है,

दीन दुखियों गम के मारों को,सीने से लगाना पड़ता है.
साईं के दर्शन पाने को...........................................
आजकल तो नाचने गाने को साईं की भक्ति कहते है,
बाबा के भजन गाने वाले बस पैसे की ताक में रहते है,
साईं के भजन गाने के लिए पहले खुद को तपाना पड़ता है.

दीन दुखियों गम के मारों को,सीने से लगाना पड़ता है.
साईं के दर्शन पाने को..........................................."रैना"




Monday, December 19, 2011

gar tune baadle

मेरी गुजारिश के बाद भी,
गर तूने बदले नही अंदाज,
तो बहुत दूर तक जाएगी,
मेरी सिसकियों की आवाज.
तू मेरे दिल के पास रहता है,
मेहमान बनके खास रहता है,
फिर भला क्यों ये ऐसी बेरुखी,
तू कुछ तो कर ले मेरा लिहाज."रैना"


mada bhurn

मादा
भ्रूण हत्या बंद करने के लिए शोर मचा रहे हैं,
जो जन्म ले चुकी उसको नही बचा रहे हैं."रैना"

baithh tanha chahe sareaam

बैठ तन्हा चाहे सरेआम भज ले,
राम राम भज ले सीया  राम भज ले.
राम राम..................................
सद कर्म तू छोड़ न बन्दे,
भूल के कर न बुरे तू धंधे,
हरपल सुबह शाम भज ले.

राम राम भज ले सीया राम भज ले.
राम राम..................................
माया ठगनी तो हाथ न आये,
मन की तृष्णा बढ़ती ही जाये,
मिलेगा सुख उसका नाम भज ले.

राम राम भज ले सीया राम भज ले.
राम राम.................................."रैना"
सुप्रभात जी ....................good morning ji

Sunday, December 18, 2011

meri jindgi men

इक दिल जले आशिक की कहानी,
 उसकी जुबानी ?????????
मेरी जिन्दगी में घटना अजीब हुई है,
फूलों की सेज की तमन्ना थी,
मगर काँटों की सेज भी न नसीब हुई है,
लकड़ियों के ढेर पे पड़े है, आग लगने वाली है."रैना" 

har shkhs ka iman

बेशक हर शख्स का इमान होना चाहिए.
इन्सान को कभी न बेईमान होना चाहिए.
गर हो रहा अन्याय तो बोलना है बेहतर,
जानवरों की तरह न बेजुबान होना चाहिए.
दुनियादारी में मसरूफ सारे शहर के लोग,
इससे अलग भी कोई अरमान होना चाहिए.
माँ बाप मातृभूमि का चढ़ा हम पे कर्जा है,
इससे न इन्सान को अनजान होना चाहिए.
बेशक गलत रहा पे चलने से बच सकते है,
बशर्ते दिल में बैठा  भगवान होना चाहिए.
"रैना" आखिर वही जा के ठहरे गी ये गाड़ी,
इस हकीकत का तो जरुर ज्ञान होना चाहिए."रैना"

mohlat mili hai ab

मोहलत मिली है अब तो ये काम खास करे,
जिसने ख़ुशी है बख्शी न उसको उदास करे.
हमने वादे भुला दिये सारी कसमें है तोड़ दी,
"रैना" वो भला अब कैसे हम पे विश्वास करे."रैना"
सुप्रभात जी ..........................good morning

Saturday, December 17, 2011

बड़े इत्मिन्न से खा रहे है खाना वैसे कुछ लोगो के पास खाना खाने का भी वक्त नही है.

Thursday, December 15, 2011

yu to aaksar vo hmse


इतनी तो मुझे खबर अब उड़ने लगी तितलियाँ,
चमन पे यौवन आ गया अंगड़ाई लेने लगी लता."रैना"

wfa ka sbut

सारी रात पहरा दे कर,
अपनी वफा का सबूत देता कुत्ता,
इन्सान को देखिये दिन में भी सोता है."रैना"

Wednesday, December 14, 2011

mohlat hai char din ki

मोहलत चार दिन की अब तो सुधार कर ले,
तू अपने मुसव्विर से दो घड़ी प्यार कर ले.
तू वीराने में क्यों भटके तुझे क्या मज़बूरी,
उससे प्रीत लगा के जीवन गुलजार कर ले.
ये तो तय मौत आये कब आये नही खबर है,
उसकी शरण में जाके उसका इंतजार कर ले.
नाम के बिना नही है यहां वहां पे तेरा गुजारा,
बैठ नाम की कश्ती"रैना"भवसागर पार कर ले."रैना"

Tuesday, December 13, 2011

nak charhi hai


ये कहना तो गलत के नकचढ़ी है,
मगर ये सही अन्ना जी की टीम ?????
बड़बोली बड़ी है,
मुहु के द्वार कभी भी खोल देती है,
किसी के बारे में कुछ भी बोल देती है.
इसलिए अन्ना जी
इनकी क्लास लगाओ,इन्हें समझाओ,
जुबान पे लगाम लगाओ.
किसी को तोड़ो न अपने साथ मिलाओ.
क्योकि ये लम्बी लड़ाई है.
अभी तो उम्मीद की किरण भी नजर न आई है................"रैना"
.



chahe usne mera dil

उसने बेदर्दी से मेरा दिल तोडा है,
इस कदर टूटे कही का न छोड़ा है,
मगर ये तय मुझको याद कर रोता होगा,
जो हमें नींद न आये वो भी न सोता होगा.
मेरी आँखों ही नही बहाती दरिया ए अश्क,
बेशक गर्म पानी से वो पलकें भिगोता होगा."रैना"

Monday, December 12, 2011

kisi ki burai n

उठो भारतवासियों 
हमने अच्छाई किसी की न बुराई करनी है, 
घर गन्दा हो गया इसकी सफाई करनी है.
मेरी माँ भारती की अब तो यही पुकार है,
बीमार व्यवस्था की पूरी ही दवाई करनी है.
हमने बेवजह लड़ झगड़ के  खून बहा कर,
अपने देश भारत की न जग हंसाई करनी है.
"रैना" हमने तो कोई काम करना है ऐसा,
ये तमन्ना अपने हक में सारी खुदाई करनी है."रैना"

bemisal kaha hai

बेशक
आप ने बेमिसाल कहा है,
बाकि कुछ भी न रहा है....... "रैना"

उदासी क्या होती है,
गम के मारे से पूछो,
दर्द क्या होता है,
टूटे सितारे से पूछो,
खिजा क्या होती है,
किसी नजारे से पूछो,
दूरी का दर्द कितना,
किसी किनारे से पूछो,
राते है कितनी लम्बी,
तंहाई के मारे से पूछो.
अपनी ही सुनाते हो,
रैना"हमारे से पूछो,"रैना"
हर गम को हम हंस कर गले लगा रहे है,
इतनी हमें खबर हमें दोनों अजमा रहे है."रैना"
हर दर्द हम हंस के सहते जा रहे है,
हमको खबर हमें दोनों अजमा रहे है.

Saturday, December 10, 2011

pta nhi is shaahar

यार समझ नही आती??????????
इस शहर में कैसे कैसे लोग रहते है,
कुत्ते की तोहीन करते,
इन्सान को कुत्ता कहते है."रैना"

hmne masla suljhane

हमने मसला सुलझाने तूने उलझाने की बात की है,
मैंने हंसाने की कोशिश की तूने रुलाने की बात की है.
मैं अक्सर विवाद पे डालता रहा शब्दों का ठंडा पानी,
तूने विवाद शब्द आग्नि बाण से भडकाने की बात की है.
तू जानता देना पड़ेगा तुझको किये कर्मों का हिसाब,
फिर भी तूने कभी न मन को समझाने की बात की है.
दोस्तों "रैना" की बात का कभी बुरा नही मान जाना,
मैंने तो किसी एक की नही सारे जमाने की बात की है."रैना"

jai maa bharti jai maa bhatti

जय माँ भारती,
जय माँ भारती,
यही पूजा आरती,
जवानों बनो सारथी,
जय माँ भारती,
जय माँ भारती,

जय माँ भारती,
जय माँ भारती,

जय माँ भारती,
जय माँ भारती, "रैना"

chup rhege to dukh shege

चुप रहेगे तो दुःख सहेंगे,
हमारे बच्चे हमें बुझदिल कहेगे.
वक्त आ गया कुछ कर दिखाने का,
इन नेताओं को सबक सिखाने का.
इन्हें हम ही बनाते है,
फिर ये हमें ही घुराते है.
जनता की मांग है,
फिर शसक्त जनलोक पाल क्यों नही बनाते है.
अब जो ये सरकारी लोक पाल बना रहे है,
उसमें जनता को फसा रहे नेता को बचा रहे है.
ये कह सकते है नेता पाल बिल पास करवा रहे है.
ये हमें हरगिज स्वीकार नही,
हम शसक्त जनलोक पाल बनवा कर ही रहेगे.
उठो भारतवासियों कही हम चूक न जाये,
अन्ना जी के कदम से कदम मिलाये,
और शसक्त जनलोक पाल बिल पास करवाए.
अपने देश भारत को भ्रष्टाचार मुक्त बनाये................"रैना"
सुप्रभात जी ........................good morning ji


beshak ham sambhal

बेशक हम संभल गये है,
हमें पता चला तुम कल बदलो गे,
इसलिए हम आज ही बदल गये है."रैना"

main tainu

ਮੈਂ ਤੈਨੂ ਹਰਵੇਲੇ ਅਪਨੇ ਆਸਪਾਸ ਵੇਖੇਯਾ,
ਪਰ ਜਦੋ ਵੀ ਵੇਖੇਯਾ ਉਦਾਸ ਵੇਖੇਯਾ,
ਕੀਤੇ ਤੂ ਆਓਦੀ ਯਾਦ ਤਾ ਨਹੀ. "ਰੈਨਾ"
mai tainu harvele apne aaspas vekheya,
par jdo vi vekheya udas vekheya,
kite tu odi yaad ta nhi."raina"
सरकारी लोक पाल बिल,
बनाम??????????????
नेताओ ने बनाई अपने बचने,
छुपने के लिए चूहे वाली बिल,
जनता की मांग दरकिनार कर,
पास किया जा रहा नेता पाल बिल."रैना"


मैं जहां भी रहू,जैसा भी रहू,
असर है तेरा मैं कैसा भी रहू.
हरपल साथ मेरे रहता हरदम है,
तेरे ही दम से तो ये मेरा दम है.
दमा दम दम दम, दमा दम दम.......
सफर ये जारी होता हर काज है,
तेरे ही दम से तो मेरी परवाज है,
तू ही करता मुझ पे रहमो करम.

तेरे ही दम से तो ये मेरा दम है.
दमा दम दम दम, दमा दम दम.........
हमदर्द साथी मेरा तू ही हबीब है,
तुझसे ही हासिल जो भी नसीब है,
बख्शे खुशियाँ आँख न होती नम.

तेरे ही दम से तो ये मेरा दम है.
दमा दम दम दम, दमा दम दम........."रैना"



Thursday, December 8, 2011

shahar men daur

आजकल शहर में चल रहा ये दौर है,
आँख कही और तो दिल कही और है."रैना"

maine dil ki aawaj

मैंने दिल की आवाज सुन ली है,
आप ने कहा और  मैं चला आया."रैना"

Wednesday, December 7, 2011


प्रिय मित्रों
मैं आप का आभारी हूँ कि  मेरे द्वारा लिखी जा रही
 रचनायें आप काफी पसंद कर रहे है,
 आप को बताना चाहुगा कि मैं पेशेवर लेखक हूँ.
मैं हर प्रकार कि हिंदी, पंजाबी, सूफी, भजन, गीत,
 गजल, देश भक्ति गीत,बच्चों के गीत, शलोगन,
जिंगल,विज्ञापन,शेर,डायलाग इत्यादि नये आइडिय में
लिख रहा हूँ.वैसे भी आप मेरे द्वारा लिखी जा रही रचनाएँ
प्रतिदिन पढ़ रहे है.मैं आप से अनुरोध करता हूँ कि
यदि आप किसी प्रकार का लेखन कार्य करवाना चाहते है,
एवं कवि सम्मेलन हेतु सम्पर्क करे- मो 09416076914
.

priy mitro

प्रिय मित्रों
मैं आप का आभारी हूँ कि  मेरे द्वारा लिखी जा रही
 रचनायें आप काफी पसंद कर रहे है,
 आप को बताना चाहुगा कि मैं पेशेवर लेखक हूँ.
मैं हर प्रकार कि हिंदी, पंजाबी, सूफी, भजन, गीत,
 गजल, देश भक्ति गीत,बच्चों के गीत, शलोगन,
जिंगल,विज्ञापन,शेर,डायलाग इत्यादि नये आइडिय में
लिख रहा हूँ.वैसे भी आप मेरे द्वारा लिखी जा रही रचनाएँ
प्रतिदिन पढ़ रहे है.मैं आप से अनुरोध करता हूँ कि
यदि आप किसी प्रकार का लेखन कार्य करवाना चाहते है तो
 सम्पर्क करे- मो 09416076914  

kisi aur se gila

इक हादसे ने मेरी तक़दीर बदल दी है,
हाथों से किस्मत की लकीर बदल दी है,
मैं किसी और से भला कैसे करू गिला,
जब उसने ही लिखी तहरीर बदल दी है."रैना"

husnwalo ko ye

हुस्न वालो को ये हुनर तो हासिल है,
इनकी बस्ती में हर कोई कातिल है,
इन्हें खुदा ने बक्शी वफा, मोहब्बत,
मगर इनकी अदा में फरेब शामिल है."रैना"

stta ke gliyare me

सत्ता के गलियारे में छिड़ी जंग है,
भ्रष्टाचार राजनिति का अब अभिन्न अंग है.
टांगे खींच किसी की जड़े काट कर,
कुर्सी पाने का अब ये नया ढंग है.
स्वर्ग की समस्त सुख नेता भोग रहे,
महंगाई की दलदल में फंसी जनता तंग है.
नोटों से तोली जाती है इज्जत आबरू,
बदले जमाने का ये बदला रंग है.
नैतिकता का पतन करना जिसने सीख लिया,
राजनिति में ऊँची उड़ी उसकी पतंग है..........."रैना"

ye kahne men n koi harj hai

ये बताने में मुझे न कोई हर्ज है,
मेरे सिर पे माँ बाप का कर्ज है.
जिसकी मिट्टी से बना शरीर,
माँ भारती के प्रति मेरा फर्ज है.
लोगों से छुपा लूँ अपने गुनाह,
मगर उसके बही खाते में दर्ज है.
देश जनसेवा ही मकसद हो खास,
उस मालिक से मेरी यही अर्ज है.
इसलिए सोच समझ के करू काम,
ताकि कोई न कहे रैना" खुदगर्ज है........."रैना"
सुप्रभात जी .................good morning ji

Tuesday, December 6, 2011

ab n bna to

अब न बना तो फिर???????
 कभी बन न पायेगा,
जनता जब उठ खड़ी होगी,??????
तभी शसक्त जनलोक बिल आएगा.
वरना नेता अपने हिसाब से??????????
 जनलोक पाल बिल बनायेगे,
जनता को फ़साये गे,
खुद को बचायेगे.
सारी दुनिया को दिखायेगे??????????
भारत में जनतंत्र नही नेतातंत्र है............."रैना"

kal n jane kha

कल न जाने कहां खो जाऊ गा,
मैं मिट्टी मिट्टी हो जाऊ गा.
तब डरेगे मुझको जगाने वाले,
मैं लम्बी तान के सौ जाऊगा.
कुछ तो खिल खिल के हंसेगे,
 कुछ की पलकें भिगो जाऊगा.
 तस्वीर तक सिमित रह जाऊ,
"रैना" फिर तो मैं वो हो जाऊ गा."रैना"
कोई तो आके मेरा हाल पूछ ले,
है क्या मेरा कोई ख्याल पूछ ले.
साकी की चश्मे मय है पीये हुये,
बहकी है क्यों मेरी चाल पूछ ले.
इश्क के पुजारी इश्क के फकीर,
पूछ ले जवाब या सवाल पूछ ले.
खुशबू से महकी सारी ही फिजा,
हाथों में किसका रुमाल पूछ ले.
"रैना" अभी तो न मिला यार से,
चेहरे का रंग क्यों लाल पूछ ले. "रैना"

यारों ने जिद्द पकड़ी पीनी शराब है,
खूब मस्त बहाना मौसम खराब है."रैना"
दिल तो मान जायेगा कुछ समझाने के बाद,
मगर तुम हमें बहुत याद आओगे जाने के बाद,
बेशक तुम्हारी यादों से लिपट कर रोया करेगे,
यूँ भी दिल हल्का होता है आंसू बहाने के बाद.
तुम भी हमारी यादों को संभाल कर रख लेना,
भूल न जाना हमें तुम नया घर बसाने के बाद.
तन्हा बैठे जब भी तुम कभी याद आ जाओ गे,
हमें खबर हम खूब ही रोयेगे मुस्कराने के बाद.
मेरे उदास दिल को तुम बहलाने के लिये "रैना"
मौका लगते कभी आ जाना यहां से जाने के बाद. "रैना"





अब हमें सोया जमीर जगाना होगा,
हर इक फूल को शोला बनाना होगा,
उठ खड़े हो जाओ मेरे भारत के लोगों,
हमको गद्दारों से देश को बचाना होगा.
वरना वो दिन फिर लोट कर आ जायेगे,
ये काले अंग्रेज हमें गुलाम जरुर बनायेगे. "रैना"

mai soya jmir jga

अब हमें सोया जमीर जगाना होगा,
हर इक फूल को शोला बनाना होगा,
उठ खड़े हो जाओ भारतवासियों,
हमको गद्दारों से देश बचाना होगा.
जो यही हाल रहा तो वो दिन फिर जायेगे,
ये काले अंग्रेज हमें गुलाम जरुर बनायेगे. "रैना"

Monday, December 5, 2011

main jb bhi

अर्श से सितारे तोड़ने की हिम्मत पैदा कर,
तूफान का रुख मोड़ने की हिम्मत पैदा कर,
तोडना तो अब इंसान की फितरत में सुमार,
तू टूटे धागों को जोड़ने की हिम्मत पैदा कर."रैना"

Sunday, December 4, 2011

mai surj hu

गर मैं सूरज तो ढल जाऊ गा,
जो परवाना तो जल जाऊ गा,
मगर तू इतना ख्याल रखना,
मैं  इन्सान हूँ बदल जाऊ गा."रैना"

mai tujhe jindgi

मैं तुझे बहुत ही  प्यार करता हूँ,
हर शै में तेरा ही दीदार करता हूँ,
बेशक मेरे हाल से तू वाकिफ है,
तुझे पता  तेरा इंतजार करता हूँ."रैना"

man me hjaron sapne

चाहे मन में हजारों सपने पाल ले,
मगर जो मिला उसको संभाल ले.
तू सारा अपने पर  खर्च कर रहा,
पल दो पल उसके लिए निकाल ले. "raina"
सुप्रभात जी............. good morning ji

Saturday, December 3, 2011

dil rh gya

जैसे शमा रह गई पिघल के,
वैसे दिल रह गया मचल के,
उनके सितम हम सह न पाये,
बेवक्त जा रहे हम घर बदल के."रैना"

idhar paucha

इधर पौचा लगाये  उधर झाड़ू करता फिरे सफाई तू,
तन बदन को मल मल नहाये,करता फिरे मन आई तू,
खूब सूट बूट पहन इत्तर लगा के तू बन गया है छैला रे,
जब सब कुछ साफ कर लिया,फिर मन क्यों रखा मैला रे.
पहले मन वाला घर तेरा साफ कर ले,
फिर चाहे जिस यार का पल्ला पकड़ ले.
पहले मन वाला .........................
चाहे मीरा जैसे इक तारा तू बजा ले,
चाहे बुल्ले जैसे नाच के यार मना ले,
चाहे कुए में गिर यार कृष्ण को बुला ले,
ये मर्जी है तेरी हाथ जहां धर ले.
पहले मन वाला ........................."रैना"



Friday, December 2, 2011

sone ki koi sift nhi

 मेरे मालिक की तारीफ कुछ ऐसे भी
सोने की सिफ्त नही,
ना ही सिफ्त सुनार की,
तू खुद ही सिफ्त सारी,
रंगत मस्त बहार की. 
अंग तेरे देख महकते.,
गहना खुद पे इतराये,
नैना तेरे तन को छू के
कांच भी हीरा हो जाये.
नैना तेरे तन को छू के,
कांच भी हीरा हो.........
खोले जुल्फे खुशबू बिखरे,
हवा बहार की चल जाती,
सुर्ख लबों की देख के लाली,
लाल की लाली ढल जाती,
हुस्न मणी को देख के फिर तो,
नाग मणी भी घबराये.
नैना तेरे तन को छू के,
कांच भी हीरा हो........."रैना"

sham dalte hi

शाम ढलते ही,
शमा जलते ही,
परवाने मचलते ही,
उनका ख्याल आ गया,
होठों पे सवाल आ गया,
काश हम जुदा न होते,
फिर तो यूँ तन्हा न रोते. "रैना"

Thursday, December 1, 2011

ishak me tere pagal

इश्क में तेरे पागल हो गया अपना आप गवा बैठा,
मैंने तुझ में क्या देखा तुझे अपना खुदा बना बैठा.
दिन में मुझे चैन नही और रात को नींद नही आती,
मैं मासूम जिन्दगी को लाइलाज रोग हूँ लगा बैठा.
याद तेरी तो जान की दुश्मन आ कर मुझे घेर लेती,
कायम फिर भी कई बार अश्कों की बाढ़ में बहा बैठा.
मैं आवाजे दे रहा बुलाता मगर यही तो मलाल रहा,
आप इस पार भी नही आये मैं उस पार हूँ जा बैठा."रैना"

,
इक मुद्दत से बैठे है इंतजार में मगर उसने हमारी तरफ देखा भी नही "रैना"

कहने को जिन्दा है वैसे कब के मर चुके लाश कंधे पे रखे घूमते है."रैना"

mohe de do more ghnshyam

 राधा रानी घनश्याम से विनती कर रही है

मोहे दे दो मेरे घनश्याम, थोडा सा तेरा रंग काला,
चाहे मांग लो जो भी दाम, हाँ दे दो मोहे रंग काला.
हां-हां  थोडा सा तेरा रंग काला,........................
तेरा काला रंग आँखों में सजाऊगी,
तन पे मल के जोगन हो जाऊ गी,
हुई राधा तोरी बदनाम,दे दो मोहे रंग काला.
हां-हां  थोडा सा तेरा रंग काला,........................
गोरा गोरा कृष्ण लोग कहे सारे,
काली काली राधा कह के पुकारे,
जान दुगी मैं तुझको इनाम, दे दो मोहे रंग काला.
 हां-हां  थोडा सा तेरा रंग काला,........................"रैना"
सुप्रभात जी .................................good morning

Tuesday, November 29, 2011

radha rani ji

राधा रानी कृष्ण जी से शिकायत करती हुई पूछ रही है,
माखन को चुराने वाले माखन चोर,
तुम दिल भी चुराने लगे आजकल,
सच सच ये बता तू है कोन तू,
कैसे खेल दिखाने लगे आजकल.
माखन को चुराने वाले................
तेरी मुरली की ऐसी जादूगरी,
तूने मोह लिया सारे संसार को,
हर जीव है तडफे तेरे दीद को,
हर गोपी है तरसे तेरे प्यार को,
तू करता फिरे है ठिठोलियाँ,
मुझे क्यों यु सताने लगे आजकल.
माखन को चुराने वाले................"रैना"

wqt se bekhabar

वक्त से बेखबर क्या बहाना होगा,
मगर ये तो तय हर हाल जाना होगा.
करम होगे  जैसे भी हमारे यारों,
फ़कत उसके हिसाब से ठिकाना होगा.
फ़िक्र आगे की भी कर लेनी चाहिए,
वर्ना चक्करों में उलझ जाना होगा.
घड़ी चार थी बची सिर्फ दो ही बाकी,
"रैना" अब उससे दिल लगाना होगा."रैना"
सुप्रभात जी .....................good morning
वो लुट कर ले गये सब कुछ,
मेरे पास बचा यादों का खजाना है,
इसी खजाने के दम से"रैना"
मैंने अब तो तन्हा जीवन बिताना है........"रैना"

शहर की भीड़ में खो गये हो,
पत्थर दिल तुम हो गये हो.
सूरज निकला उठ गये सारे,
गहरी नींद में तुम सो गये हो.
तुम  तो ऐसे हरगिज नही थे,
फिर क्यों काफ़िर हो गये हो."रैना"

dil ke kone me

दिल के कोने में अब भी उठता धुँआ,
वैसे मुद्दत हो गई चिराग बुझे हुये,
बरकरार आँखों में अक्श हु ब हु वही,
यूँ तो जमाना गुजर गया मिले हुये."रैना"

Monday, November 28, 2011

bhart desha me

भारत देश में,
 कुछ ऐसा ही गोरख धंधा है, 
चोरों के गले फूलों की माला,
इमानदारों के गले फांसी का फंदा है.
जो करोडो अरबों हजम कर गये,
उन्हें सरेआम बचाया जा रहा है,
देश भक्त इमानदार,
 किरण बेदी को फसाया जा रहा है.
अब कहने लगा आम बन्दा है,
वास्तव में भारत में कानून अन्धा है."रैना"

Sunday, November 27, 2011

jyada

 दूर की न सोच ज्यादा पास की न सोच,
गैर की न सोच ज्यादा खास की न सोच,
इस सोच सोच में सोच रह जायेगी,
तू सोचता रहेगा वो कह जायेगी.
 बात कह  जायेगी.......................... रैना"
चाहे काँटों का दामन थाम लीजिये,
मगर पत्थरों को न फूलों का नाम दीजिये."रैना"
जब से तुझ पे फ़िदा हुआ है,
दिल जिस्म से जुदा हुआ है."रैना"
 मान्निद शमा के  न पिघलना सीखा,
 यूँ मौसम की तरह न बदलना सीखा.
बेशक फना होते लोग इक बार गिर के,
हमने तो गिर गिर कर है संभलना सीखा. "रैना"





लिखने में गुजार दी मैंने उम्र तमाम,
फिर भी लिखना आया न उसका नाम."रैना"
हम कब किसी को पत्थर मारते है,
हम तो पुजारी  आरती उतारते है."रैना"
क्यों पत्थरों को हथियार बना रहे हो,
पत्थर तो होते है पूजने के लिए."रैना"
इसे पत्थर मत कह मेरे दोस्त
श्रदा से देख मेरी माँ नजर आएगी."रैना"

jl to jate mager

हम जल तो जाते मगर शमा न जली कोई,
थम गई सांसें अफ़सोस बात न चली कोई.
नामुराद इश्क के किस्मत में लिखे है धक्के,
"रैना" जिसे नापा नही ऐसी बची न गली कोई."रैना" 

ham to tumse

हम तुम से मोहब्बत करते,
जैसे खुदा की इबादत करते.
तेरे दिल की तो तू  ही जाने,
यूँ तेरे नैन तो शरारत करते.
तेरे काले गेसू तो तौबा तौबा,
खुल जाये रात कयामत करते."रैना"

jis se karte pyar bahut

बेशक जिससे दिलो जां से करते हम प्यार बहुत,
बेवजह वो तो बात बात पे करते है तकरार बहुत.
दिल से दिल मिलाने वाले यार दिलदार न मिलते,
मिल जाते है बेशुमार हाथ मिलाने वाले यार बहुत.
कपटी दगेबाज फरेबी महफ़िलों में खिलखिला रहे,
देखो"रैना"जैसे सच्चे आशिक तो बैठे बेजार बहुत."रैना"

Saturday, November 26, 2011

kragri o teri karagri

कारागरी ओ तेरी कारागरी............
कारागरी ओ तेरी कारागरी..........
बिना नींव आसमान बनाया,
धरती को पानी के ऊपर टिकाया,
हवा के बीच में खुद ही समा के,
दुनिया रंग रंगीली तैयार करी.

कारागरी ओ तेरी कारागरी............
कारागरी ओ तेरी कारागरी..........
चाँद सूरज और बनाये तारें,
चक्करों में है डाल दिये सारे,
आग पानी पेड़ पहाड़ बना के,
धरती माँ की झोली भरी.

कारागरी ओ तेरी कारागरी............
कारागरी ओ तेरी कारागरी..........
लाख चौरासी जीव बनाये,
जोड़े बना के आगे बढ़ाये,
गिनती के साँस सब को दिये है,
जिन्दगी के संग मौत खड़ी.

कारागरी ओ तेरी कारागरी............
कारागरी ओ तेरी कारागरी.........."रैना"

सुप्रभात जी ..........good morning ji

Thursday, November 24, 2011

desha ke rahbro

सावधान
देश के नेताओं होश करो,
 जनता परेशान बहुत है,
महंगाई इस कदर बढ़ रही
त्राहि त्राहि मची जनता हैरान बहुत है,
अभी तो शरद पवार का जबड़ा ही हिलाया है,
फ़िलहाल पिक्चर का ट्रेलर ही दिखाया है.
गर अपने रंग में आई जनता,
 तुम्हे पूरी पिक्चर दिखायेगी,
फिर तो कई जबड़े टूटेगे,
दिल्ली की सदन हिल जाएगी."रैना"



सड़कों पे उतर आएगी
क्योकि नादान बहुत है.
थपड घूसों से शुरू किया काम,
हथियार उठा लेगी शैतान बहुत है.
घोटाले करना,घर भरना,
काला धन जमा करना छोड़ दो,

hatho se kam

दिनभर हाथों से काम लेना,
मगर उसका नाम लेना. 
करना नेक कर्म तू सारे,
सर पे न इल्जाम लेना.
कोई ठोकर खा के गिरे तो,
बढ़ कर उसको थाम लेना. 
करनी नही खोटी कमाई,
मेहनत के ही दाम लेना.
बददुआ से बच के रहना,
चाहे दुआएं तमाम लेना.
"रैना"जिसका आशिक है तू
नाम उसका सरेआम लेना. "रैना"

mai sagar ke krib

सागर के करीब भी तशनाकाम रहा हूँ,
जीती हर जंग फिर भी नाकाम रहा हूँ.
वैसे खता से मैंने अक्सर रखी है दूरी,
फिर भी मैं सारे शहर बदनाम रहा हूँ.
लोगों ने बेवजह ही पाल लिया शक,
वैसे मैं इन्सान तो इक आम रहा हूँ.
मेरी फितरत से वाफिक नही है कोई,
रैना सरेआम होके भी गुमनाम रहा हूँ. "रैना"   तशनाकाम=प्यासा  

tera hi jikar hai

सुबह की चिंता न शाम की फिकर है,
सनम अपने घर तो तेरा ही जिकर है.
तुझे देखने को तरस रही आँखें मेरी,
इतना तो बता यारा तू कहाँ किधर है.
बहुत तलाशा मगर मुझे नही मिला,
किस गली मोहल्ले में बता तेरा घर है.
बड़ा ही मुश्किल होता है तेरा दीदार,
दिल के पास तू इतनी मुझे खबर है.
तेरी रजा में राजी तेरा ही जनून है,
मालिक तूने जो बक्शा"रैना"को सबर है."रैना"

beadab tere shahar ke log

बेअदब तेरे शहर के लोग घर आये को पानी भी नही पूछते."रैना"

मिलने को बेताब था दिल मगर उन्हें फुरसत न मिली."रैना"

कोन किसी को मिलता है,मिलन तो किस्मत से होता है."रैना"

कुछ करने की तमन्ना तो है मगर दिल डरता है."रैना"


Saturday, November 19, 2011

rahe manjil

राहे मंजिल को जब जान लेगे,
सफल होने की मन में ठान लेगे.
फिर मुशिकल न कोई रह पायेगी,
मंजिल चल के करीब खुद आयेगी.
मंजिल चल के करीब ................
कच्चे सूत से शामियाने तनते नही,
सिर्फ बातों से घर तो  बनते  नही,
कड़ी मेहनत तो रंग  दिखलायेगी.
मंजिल चल के करीब ................
तू हकीकत में कर तबदील सपने,
जितनी चादर हो पैर पसार उतने,
फिर चैन की नीद तुझे आ जायेगी.
 मंजिल चल के करीब ................"रैना"
सुप्रभात  जी ...............good morning

tu itna mere khuda

तू इतना मेरे खुदा करदे,
दर्द दिल से दूर जुदा करदे.
मैं गम में कही मर न जाऊ,
सुन तबीब मेरी दवा करदे."रैना"

Friday, November 18, 2011

mandir masjid

मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा चाहे गिरजा घर है,
मेरे उस मालिक का तो मनमंदिर ही घर है.
मन में ही मेरे यार का डेरा वो दूर कभी न जाये,
हाँ  जिसकी नजर पारखी वो नजर उसी को आये.
हाँ जिसकी नजर..............................................
मक्का मदीना,मथुरा कांशी,चाहे चक्कर काट चौरासी,
मन मंदिर में जब दीप जलेगा,तभी तो होगी पूर्णमासी,
रूह की आवाज सुन के,मालिक आप ही दौड़ लगाये.
हाँ जिसकी नजर.............................................."रैना"
सुप्रभात जी ....................................good morning ji

Thursday, November 17, 2011

dil ki bat

दिल की बात किसी को बताना नही,
मगर हमनवा से कुछ छुपाना नही.
उठते को गिराने का अब चलन है,
"रैना"तूने किसी को भी गिराना नही."रैना"

jab se khud ko



जब से खुद को अजमाने लगे है,
हम खुद से ही नजरे चुराने लगे है."रैना"


kya tera kya mera o bande

क्या तेरा क्या मेरा ओ बन्दे,
क्या मेरा क्या तेरा,.........
चार दिनों का डेरा ओ बन्दे
चार दिनों का डेरा...........
क्या मेरा क्या तेरा,.........
मौत ने जिस दिन आ जाना,
हो जाना गुप अँधेरा.
 क्या मेरा क्या तेरा,.........
करता है तू मेरी मेरी,
यहाँ कोई शै नही तेरी,
वो भी तेरे साथ न जाये,
जो है अपना तेरा.
क्या मेरा क्या तेरा,.........
मिट्टी का तू मन करे है,
दौलत का अभिमान करे है,
तू जाने सारा जग गवाह,
ये चिड़िया रैन बसेरा.
क्या मेरा क्या तेरा,.........
मन में प्रेम की जोत जला ले,
सच्चे मन से ध्यान लगा ले,
सारे बन्धनों से कर किनारा,
तोड़ मोहमाया का घेरा.
क्या मेरा क्या तेरा,........"रैना".
सुप्रभात जी ................
good morning ji 

mai to aksar dil

मैं तो अक्सर दिल को रोकता रहता,
ये फिर भी तेरे बारे में सोचता रहता.
घूमे मेरी आँखों के सामने अक्श तेरा,
छलकती आँखों को मैं पोंछता रहता."रैना"

Wednesday, November 16, 2011

vaise kahne kko

वैसे कहने को बड़ा ही विद्यावान है,
मगर हर घर का बिखरा समान है.
आज के इन्सान को पैसे की हवस,
चंद सिक्को के लिए होता बेईमान है.
सच की दुकान अब बंद हो गई है,
खूब चल रही देखो झूठ की दुकान है.
वैष्णों माँ के दर पे चढ़ाता है चढ़ावे,
अपनी बूढ़ी माँ का करता अपमान है.
बेशक"रैना"ने छोड़ी न इमां की डगर,
वैसे हरपल रहता बहुत ही परेशान है..........."रैना"

teriya tu jane

तेरी तो तू जाने,तेरी तो तू जाने,
तेरा किसी ने पाया न पार,
तेरी महिमा है अपरम्पार ,
तेरी तो तू जाने,तेरी तो तू जाने,
अकेला बैठा हुकम चलाये,
उगलियों पे सब को नचाये,
कण कण में वास है तेरा,
तू अजर अमर निराकार.
तेरी तो तू जाने,तेरी तो तू जाने,
इक के घर में दीप जलाये,
दूजे के घर है दीप बुझाये,
एक बाग तो उजड़ गया,
दुसरे में आई गई है बहार.
तेरी तो तू जाने,तेरी तो तू जाने,
मिट्टी का है पिंजरा बनाया,
 रूह पंछी देखो उसमें बैठाया,
"रैना"सब कुछ उस मालिक का,
तू क्यों करता फिरे अहंकार.
तेरी तो तू जाने,तेरी तो तू जाने, "रैना"
सुप्रभात जी .......................good morning ji

तेरी याद कभी जून महीने की धूप बन के जलाती है,
और कभी पूर्णमासी के चंद्रमा सी ठंडक बरसाती है.
ये न पूछ तुझ से बिछुड़ के हम दुःख  कैसे जर  रहे है,
 बर्फ में लग जाते है कभी आग में जल सड़ रहे  है,
सच ये है तेरी याद में हम  तिल तिल के मर रहे है . "रैना"

teri yad

तेरी याद कभी जून महीने की धूप बन के जलाती है,
और कभी पूर्णमासी के चंद्रमा सी ठंडक बरसाती है.
ये न पूछ तुझ से बिछुड़ के मैं दुःख  कैसे जर  रहा हूँ,
 बर्फ में लग जाता हूँ कभी आग में जल सड़ रहा हूँ.
सच ये है तेरी याद में मैं तिल तिल के मर रहा हूँ. "रैना"

Tuesday, November 15, 2011

chidiya najar nhi aati

अब आम आदमी कहता है?????????????
 घरों में रहने वाली चिड़ियाँ नजर नही आती,
और ये निश्चित कुछ दिन बाद कहेगा???????
लड़कियां नजर नही आती. "रैना"

jiwan ke hasin pal

यूँ न गवा जीवन के हसीन पल,
आज तुझे फिकर न रोयेगा कल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल.........
निकला सूरज लाजिम शाम होगी,
इसी तरह जिन्दगी भी तमाम होगी,
मौत का मुकर्र वक्त सकता नही टल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल.........
बार बार उसको तो छांटा नही जाता,
तेज कुल्हाड़ी से वो काटा नही जाता,
जिस पेड़ पर देखो लगते मिठ्ठे फल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल.........
जब तू करेगा ध्यान उस भगवान का,
तभी तुझ पर लगेगा फल ज्ञान का,
"रैना" तेरा जीवन हो जायेगा सफल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल........."रैना"

Sunday, November 13, 2011

pyas dil ki bujha n

प्यास दिल की तो बुझा न पाये,
ख्वाब देखा मगर सजा न पाये.
प्याले जाम से भरे  थे लेकिन,
रिंद हाथ आगे मगर बढ़ा न पाये.
रहे बैठे हम तन्हा गुप अँधेरे में,
शमा पास फिर भी जला न पाये.
रस्मो रिवाज की मजबूत दीवारे,
करी कोशिश मगर गिरा न पाये.
दर किनार की है असूल की बातें,
रहे सोते खुद को ही जगा न पाये.
रैना" बेचैन तो रहे चैन से लगता,
उसे तो गम भी कभी सता न पाये."रैना"

gli mohalle me

गली मोहल्ले में तेरे मेरे रिश्ते का जिक्र है होने लगा,
अपनी कोई चिन्ता नही मुझको तेरा फ़िक्र होने लगा."रैना"

maa ki priksha

माँ की उम्मीद का चिराग बच्चा,
रोशन होने से पहले और रोशन होने के बाद,
माँ की कड़ी परीक्षा लेता है,
माँ हर परीक्षा में पास होती है,
मगर जब माँ बच्चे की परीक्षा लेती है तो
बच्चा हर परीक्षा में फेल हो जाता है,
मगर माँ फिर भी कुछ नही कहती,
बेअदबी की पीड़ा भी हंस के सहती. "रैना"

desh bhakt

पहले देश भक्त कहते थे??????????
गोली लगे या गोला,
माँ रंग दे बसंती चोला,
मगर आजकल के देश भक्त कहते है,
बंद कर करना मखौल,
देश जाये पहाड़ में,
 हमे क्या मिलेगा बोल. "रैना"
वैसे हम करवा से बिछुड़े राही है,
मगर अपने अंदाज फिर भी शाही है."रैना"

bhukh tod ke

भूख पेट जोड़ के रख देती है,
सारे हौसले तोड़ के रख देती है.
दुःख इंसान को मरोड़ के रख देता है,
सारा खून निचोड़ के रख देता है.
ये कह सकते दुःख और भूख दोनों साथी है,
जिस घर आते वहां छोड़ते कुछ न बाकी है
मगर एक बात ये भी है,
दुःख और भूख सहने वाला ही,
 महान बनता है ,
सफल इंसान बनता है.
ये इतिहास गवाह है,
ये बात भी हर कोई कहता है,
भगवान इंसान को दुःख दे,
 भूखा रख कर परीक्षा लेता है.
रैना" तू भूख और दुःख से न डर,
हौसला रख इन  दोनों से लड़,
इक दिन तू कामयाब जरुर होगा. "रैना"

hmne to ye jana hai

अब हमने तो ये जाना है,
तेरे क़दमों में ठिकाना है.
इक तू सिर्फ मेरा अपना,
ये सारा शहर बेगाना है.
मैंने तुझको माना अपना,
हमें तूने अपना न माना है.
किसी को उपदेश न देना,
हर कोई बहुत सयाना है.
बेशक हमने खाया धोखा,
चिरागे उल्फत न बुझाना है.
"रैना" आदी लम्बे सफर का,
लाजिम मंजिल पे जाना है.  

Friday, November 11, 2011

dekhiye prdhanmantri

देखिये तो प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह जी का कमाल,
जनता के मन में पैदा कर दिये एक साथ कई सवाल.
जो पाकिस्तान में आतंकी कैंम्प चलवा रहे है.
जिनके इशारे पर आतंकी भारत देश में आ रहे है,
बम विस्फोट कर निर्दोषों को निशाना बना रहे है.
जिनकी वजह जवान सीमा पर खून बहा रहे है.
उस गिलानी से श्री सिंह प्यार की पींगे बढ़ा रहे है.
और गा रहे ???????????????????
करता रहे सितम चाहे पाकिस्तान तुम्हारा,
फिर भी सलामत रहेगा दोस्ताना हमारा.
फिर भी सलामत रहेगा दोस्ताना हमारा............."रैना"

njare ghuma ke jidhar

नजरें घुमा के जिधर देखा,
हर शै में उसका असर देखा.
खुद करने का लाख करे दावा,
पर उसका गुलाम बशर देखा.
क्या हो रहा तेरे शहर में मोला,
हर तरफ मचा हुआ ग़दर देखा.
हासिल सब फिर भी तडफ है,
 तेरे बन्दों को तो बेसबर देखा
वैसे तो  कम नही है तेरे दीवाने,.
हर महफ़िल में तेरा जिकर देखा.
"रैना" फ़िदा है इक तुझी पे यारा,
उसने कभी  इधर न उधर देखा. "रैना"
सुप्रभात जी ................good morning

Thursday, November 10, 2011

subah nikli sham

सुबह निकली शाम ढलती जाये,
जिंदगी कुछ ऐसे ही चलती जाये.
रफ्तार सुइयों की कम नही होती,
रफ्ता रफ्ता शमा पिघलती जाये.
फ़िक्र यहां का वहां का जिक्र नही,
उलझ के बिगड़ी है बिगडती जाये.
भटका राह से "रैना" कुछ गौर कर,
रेत हाथों से निरंतर फिसलती जाये "रैना"
सुप्रभात जी ..........good morning ji .

koi kya likhega

 क्या लिखेगा कोई तहरीर मेरी,
 सख्त खफा मुझसे तक़दीर मेरी.
चला गया कारवा उठे धूल बाकी,
तडफे राँझा खेड़े ले गये हीर मेरी.
बेवफा  ने मेरे पास कुछ न छोड़ा,
बचे है चार आंसू ही जागीर मेरी."रैना"



Wednesday, November 9, 2011

sach ki dukan


सच की दुकान बंद हुई
झूठ धड़ा धड़ बिक रहा है.
बेईमान के सामने अब,
 ईमानदार न टिक रहा है
क्योकि वो अकेला पड़ गया है.."रैना"

maa ka pyar

इस दुनिया में सब कुछ मिलता,नकद कुछ उधार,
जो बाजार में मिलता ही नही,वो सिर्फ माँ का प्यार.
माँ का प्यार सच्चा प्यार.......................
सच्चा प्यार माँ का प्यार................................
बच्चा चाहे दुःख दे फिर भी दुखी न होती है,
बच्चे को सूखे में रखे आप गीले में सोती है.
अपने बच्चे की सुरत में माँ  रब का दीदार..
माँ का प्यार सच्चा प्यार.......................
सच्चा प्यार माँ का प्यार..........................."रैना"


aap to rhte hai



आप तो रहते है मेरे दिल में क्यों दूर जाने लगे हो,

तेरे दम से चले सांसें मेरी क्यों हस्ती मिटाने लगे हो."रैना"

Tuesday, November 8, 2011

tujhebhul jane men

तुझको भूल जाने में मजा आ रहा है,
तेरी यादों को मिटाने में मजा आ रहा है,.
लोग हँसते है फिर भी खुश नही होते,
हमे आंसू बहाने में भी मजा आ रहा है."रैना"

उनकी नजरे इनायत है,
 जो हम सलामत है,
वर्ना कब के फना हो गये होते, "रैना"

maa bap

आजकल के कुछ बेटें बूढ़े मां बाप को,
 कुछ इस तरह सँभालते है,
जरा सी बात होने पर,
पहले उन्हें धक्के दे कर घर से बाहर निकालते है,
फिर गडियाल के आंसू बहाते है,
और गुमशुदा के पोस्टर छपवा कर लगवाते है.
सूचना देने वाले को मोटी इनाम राशी देने की बात कर,
अपना प्यार दिखाते है. "रैना"

Monday, November 7, 2011

dur ve bhuta dur

ਦੂਰ ਤੂੰ ਈਨ ਦੂਰ ਵੇ ਚਾਲੇਯਾਓ, ਜਿਥੇ ਸੋਚ ਵੀ ਨ ਸਾਡੀ ਜਾ ਸਕਦੀ,
ਉਨਾ ਹਸੀਨ ਚੰਦ੍ਰੇਯਾ ਸ਼ਹਿਰਾ ਵਿਚ,ਤੈਨੂ ਯਾਦ ਨ ਸਾਡੀ ਆ ਸਕਦੀ,
ਚਿੱਠੀ ਲਿਖਣਾ ਫੋਨ ਕਰਨਾ ਮੁਸ਼ਿਕਲ ਤੂੰ ਇਨਾ ਫਰਜ ਨਿਭਾ ਜਾਵੀ,
ਵੇ ਸਜਨਾ ਭੁਲ ਭੁਲੇਖੇ ਭੈੜੇ "ਰੈਨਾ" ਦੇ,ਕਦੇ ਸੁਫਨੇ ਵਿਚ ਹੀ ਆ ਜਾਵੀ. "ਰੈਨਾ"

ਦੂਰ ਤੂ ini

dakosle kiye ja rhe hai

मां बाप लड़की की शादी में, 
खुद को गिरवी रखते आ रहे है, 
मगर कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए,
लाखों करोड़ो खर्च कर ढकोसले किये जा रहे है.
हमारी सोच समझ ये ध्यान किधर है,
जो जन्म ले चुकी उसकी चिंता नही,
मगर हमे अजन्मी की बड़ी फिकर है.
आखिर क्यों.
बेसुमार दावे लम्बे लम्बे भाषण,
कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए चुस्त प्रशासन.
ये राज इसका इसलिए हो रहा जिकर है
पुरुष समाज को अपनी फिकर है,
इसलिए महिलाओ संभल जाओ 
यदि अपनी इज्जत चाहती हो तो 
 अपनी गिनती न बढ़ायो................................ "रैना"

Sunday, November 6, 2011

jay jay maa

जय जय माँ
साजिदा करे तुझे चाँद सितारें,
तेरी पूजा करता जहाँ,
जय जय माँ.....................
कण कण में मां तू विराजे,
हर रंग में मां तू ही साजे,
तू यहाँ तू वहाँ................
जय जय माँ.....................
भक्तों के दुःख दूर करती,
खुशियों से झोली भरती,
माँ अम्बे मेहरबाँ...........
जय जय माँ.....................
"रैना" को है माँ का सहारा,
उज्ज्वल जीवन मस्त प्यारा,
कभी रहता न परेशां...........
जय जय माँ..................... "रैना"










janhit me nek

बेशक ये कर्म जनहित में है नेक,
मगर इस पे अमल करे हरएक.
एक तो फूंक फूंक के गाड़ी आगे बढ़ा रहा है 
दूसरा 120  की रफ्तार से गाड़ी भगा रहा है. "रैना"

ham do hmara aek

    हम दो हमारे दो,
दो से बने फिर पुरे सौ,
सौ से फिर हुए हजार,
हजार से फिर करोड़,अरब,
अरब से जल्द होगे खरब,
होगे खरब तो क्या खायेगे,, 
एक दुसरे को आहार बनायेगे.
इसलिए ये समझ ले प्रत्येक.
   हम दो हमारा एक.............. राजिंदर शर्मा "रैना"

Saturday, November 5, 2011

kyo tu soya hai jag

कर गुस्से का त्याग, जप जय जय माँ,
क्यों सोया है तू जाग,जप जय जय माँ.
जय जय माँ जप जय जय माँ..........
मुरझाया फूल न खिले गा दोबारा,
ये हीरा जीवन न मिले गा दोबारा, 
इस पे लगे न दाग,जप जय जय माँ.
जय जय माँ जप जय जय माँ..........
श्रदा प्रेम से जय जय माँ बोल ले,
मन के बन्द तू दरवाज खोल ले,
गा ले भक्ति का राग जप जय जय माँ.
जय जय माँ जप जय जय माँ..........
"रैना" मइया का सजा दरबार है,
मिलता यहां बच्चो को प्यार है.
महका जीवन का बाग़,जप जय जय माँ.
जय जय माँ जप जय जय माँ.........."रैना"
सुप्रभात जी ..........................good morning

Friday, November 4, 2011

meri kalam

ਮੇਰੀ ਕਲਮ ਬਣੀ ਮੇਰਾ ਹਮਰਾਹੀ,
ਪਰ ਖੁਣੇ ਜਿਗਰ ਦੀ ਮੰਗਦੀ ਸਯਾਹੀ.
ਅਫਸੋਸ ਖੁਣੇ ਜਿਗਰ ਦੀ................
 meri kalam bnni mera hamrahi,
par khune jigar di mangdi syahi.
afsos khune jigar di.....................

kash mai tuje bhul

काश मैं तुझको भूल जाता,
तेरा ख्याल ख्वाब न आता.
जैसे तोड़ा है तूने दिल मेरा,
अब तोड़ दे वो रिश्ता नाता.."रैना"



jindgi jine ke liye

जिन्दगी जीने के लिए मरने की बात क्यों,
मौत तो लाजिमी फिर डरने की बात क्यों.
मिल बैठे जो प्यार से मसले हो जाये हल,
बेवजह तकरार फिर लड़ने की बात क्यों.
जब खता हमने की फिर सजा मिले हमे,
इल्जाम दूसरों के सर धरने की बात क्यों.
प्यार मोहब्बत से ही हासिल हो बुलंदियां,
फिर नफरत का पाठ पढ़ने की बात क्यों.
"रैना" नेक राह पे मिले मंजिल मकसूद,
फिर राह गलत कर्म करने की बात क्यों."रैना"

machal hi jate hai

प्यार में तो लोग अक्सर मचल ही जाते है,
मगर आशिक कब सड़क पर ठेला लगाते है.
फिर रांझे कब महबूब को चन्ने की दाल खिलाते है,
वो उसे अपना मास खिलाते जिगर का खून पिलाते है.
तभी तो भाजी वाले नही सोहनी के महिवाल कहलाते है.
मगर सच्चे आशिक महबूब के बदन को न हाथ लगाते है,
ये सच दिल्लगी करने वालो को हुस्न वाले अंगूठा दिखाते है. "रैना"


Thursday, November 3, 2011

kro kirpa

तेरी कृपा मेरे भगवन जो जिन्दगी मेरी महकाई,
वर्ना मतलबी जमाने में है तंगहाली और रुसवाई,
तेरी कृपा मेरे भगवन ......................................
रिश्तों के धागे टूट रहे दिलो में नफरत है बसती,
बढ़ी हर शै की ही कीमत जिन्दगी हो रही सस्ती,
मेरे मौला कर्म कर दो जो सकूं से जी ले ये खुदाई.  
तेरी कृपा मेरे भगवन ......................................
"रैना" की अर्ज इतनी है प्यास तेरे दीद की हसरत,
होठों पे नाम तेरा हरपल हो जाये ये ही तेरी रहमत,
छोड़ के सारी दुनिया को करू मैं तेरे दर की गधाई.
 तेरी कृपा मेरे भगवन ......................................
सुप्रभात जी ..............................good morning ji

Tuesday, November 1, 2011

bajar me charcha

बाजार में  ये चर्चा आम,
पेट्रोल के फिर बढेगे दाम.
लोग एक दुसरे से पूछते,
 सरकार को ???????? 
क्या कोई और नही काम. "रैना"

mera mera

तू करे है गुमान,
बता कैसा अभिमान,
यहां कुछ भी तो नही तेरा,
फिर काहे  करे तू मेरा मेरा.
यहां कुछ भी तो ............
निपट झूठा तेरा सपना है,
ये तन भी न तेरा अपना है,
लगा काम में मरना खपना है,
उसे पल भर भी नही जपना है,
कैसे कटे लाख चौरासी का फेरा.
यहां कुछ भी तो .......................
नही समझी वजह क्या आने की,
कोई चिन्ता फिकर नही जाने की,
तेरी झूठी हसरत महल बनाने की,
करी कोशिश न खुद को बचाने की,
तुझे खबर है यहां चार दिन का डेरा.
यहां कुछ भी तो .........................."रैना"
सुप्रभात जी .......................good morning

meri aankhon se

मेरी आँखों से इक दरिया बह गया,
मेरा हमनवा यूँ अलविदा कह गया.
लूट कर वो मेरा सब कुछ ले गया,
मैं खड़ा ये तमाशा देखता रह गया.
सर छुपाने को छत न हुई है नसीब,
मेरे ख्वाबों का हसीं महल ढह गया.
मौत का है सबब फ़क्त जुदाई तेरी,
यूँ तो "रैना" तेरा हर सितम सह गया. "रैना"

khat purane

खत पुराने संभाल के रखना,
दिल बहलाने के काम आयेगे,
ये सबूत ही देगे गवाही तेरी,
जब सर पे इल्जाम आयेगे."रैना"

Monday, October 31, 2011

hale ashik

हाले आशिक पे किसी को तरस न आता है,
अब तो दिल को खिलौना समझा जाता है.
बहुत मुश्किल अब किसी का चेहरा पढ़ना,
गम छुपाने के लिए हर कोई मुस्कराता है. 
बढ़ती महंगाई बन गई है जान की दुश्मन,
बेशक गरीबी में अब गीला हो गया आटा है
"रैना" कोई किसी को कुछ भी दे नही सकता,
सबको नयामत बख्शने वाला वो मेरा दाता है."रैना"

aek neta

एक नेता ने ??????????????
जब यमलोक को दरवाजा खटखटाया,
उसे देख कर यमराज बहुत घबराया,
सोचने लगा इस आफत को कैसे टाला जाये,
क्यों न इसे जैड क्लास के नरक में डाला जाये.
वरना यह नेता नरक वासियों को भड़काएगा,
यहाँ बंद,रेलिया, प्रदर्शन, हड़ताल करवाएगा,
नरक का आस्तित्व ही खतरे में पड़ जायेगा
ये तो इतिहास के पन्ने ही बताते है,
मरने मिटने के बाद भी नेता बाज नही आते है      ."रैना"

mere hnumat ji

राम के प्यारे बजरंग बली,
करना तू भली, करना तू भली.
बजरंग बली.....................
श्री राम के सेवक हो लक्ष्मण के प्राण दाता हो,
दुष्टों का संघार करे हो भक्तों के बंधू भ्राता हो,
भाव से पर लगा देना,डगमग डोले नावं चली
बजरंग बली.....................................
"रैना" ने अब तो मेरे दाता पकड़ा दामन तेरा है,
हनुमत  राह दिखा देना चाहू ओर घना अँधेरा है, 
 जीवन भरा निराशा से मुरझाई है दिल की कली.
बजरंग बली............................................."रैना"
सुप्रभात जी ...........................good morning

Sunday, October 30, 2011

aane ka maksad

यहाँ आने का भुला मकसद खास है,
इम्ताहने जिन्दगी में हुआ न पास है,
सोने का व्यापारी बेच रहा तेल है,
हो गया फेल तू तो हो गया फेल है.
हो गया फेल-------------------
पैसे के पीछे दौड़े हो गया सौदाई है, 
 मतलब खोरों से ही प्रीत लगाई है,
 मोहमाया से तेरा हो गया मेल है.
 हो गया फेल-------------------
ये तो बता तेरी क्या है मजबुरिया,
अपने पीया से जो बना ली है दुरिया,
चार दिन ही  इस जिन्दगी का खेल है.
हो गया फेल------------------- "रैना"
good evening ------------------


Saturday, October 29, 2011

prit usse

ओ बन्दे तू ये बता क्यों होता तुझे सबर नही,
ये जिन्दगी कब ठहर जाये,किसी को खबर नही,
सच्ची प्रीत उससे कर ले तू संवर जायेगे,
वर्ना सूखे पत्तो की तरह ही बिखर जायेगा,
सच्ची प्रीत-----------------------------
क्यों तू जहान में आया किसके वास्ते,
 मंजिल का पता नही है कौन से रास्ते,
भूल भलेइया में भटका तू किधर जायेगा.
सच्ची प्रीत-----------------------------
भटका है "रैना" चक्रव्यूह में फस गया,
मोहमाया का नाग उसको है डस गया,
बहुत पछताये गा जब तू गुजर जायेगा.
सच्ची प्रीत----------------------------- "रैना"
सुप्रभात जी --------------good morning

ada

हम अदा कहां से लाये मुस्कराने वाली,
अपनी तो किस्मत है आंसू बहाने वाली.
हम तो अपने आप में उलझे हुये रहते है,
आप तो बात कर रहे हो इस जमाने वाली.
गर हम कुछ करते है तो चुप चाप रहते है,
अपनी वो आदत नही है शोर मचाने वाली.
अन्धेरी रातों में तो खूब लगता दिल मेरा,
 फिर चांदनी आ गई दिल को जलाने वाली.
"रैना" मैं तो कई बार मरते मरते बचा हूँ,
बेशक अदृश्य ताकत है मुझे बचाने वाली."रैना"

Friday, October 28, 2011

kis ke dil

किसके दिल में क्या है जान लेते है,
हम तो परखी नजर पहचान लेते है.
बेशक मेहनत मशक्त है नसीब मेरा,
हम तो कर गुजरते जो भी ठान लेते है."रैना"

Thursday, October 27, 2011


बस कहने को मजा है,
मगर प्यार तो  सजा है.
इस मतलबी जमाने में,
फ़कत प्यार तो दगा है
किसी के दिल से खेलना 
इस दौर की मस्त अदा है.
इससे किसी को क्या फर्क .
जो रैना को मिली कजा है."रैना"

bas

बस कहने को ही मजा है,
मगर प्यार तो  सजा है. 
इस मतलबी जमाने में,
फ़कत प्यार तो दगा है."रैना"

yu hi wqt

यूँ ही वक्त गुजरता जाये, 
ओ बन्दे कुछ कर चिन्ता,
क्यों न प्रभु शरण में आये,
ओ बन्दे कुछ कर चिन्ता.
यूँ ही वक्त गुजरता जाये---
फिरता है तू फूला फूला, 
वादे कसमें सब है भूला,
आखिर अंत समय भी आये, 
ओ बन्दे कुछ कर चिन्ता.
यूँ ही वक्त गुजरता जाये--
जिन्दगी तो आजाद बड़ी है,
मौत भी बिलकुल साथ खड़ी है,
क्यों समझ न तेरी आये,
ओ बन्दे कुछ कर चिन्ता.
यूँ ही वक्त गुजरता जाये---- "रैना"
सुप्रभात जी -------------good moning ji

bdle wqt

बदले वक्त के तूफान में ठुण्ड भी देखो ढह गये,
इंसानियत तो मर गई इन्सान बाकी रह गये."रैना"

Wednesday, October 26, 2011

chak jigar

चाक जिगर सीना नही आया,
हमको तो  जीना नही आया.
रोने का तो कोई ढंग कर लेते 
सावन का महीना नही आया.
रिन्दों की महफ़िल में बैठे तो,
मगर फिर भी पीना नही आया.

bat se bat

जब बात से बात आई है,
आँखों से बरसात आई है,
अपने घर तो मातम है,
उनके घर बारात आई है."रैना"

diwali ki rat

दीवाली की रात जले चिराग इतने,सारा शहर नहाया उजाले से,
मगर मेरे दिल के घर में फिर भी, कायम रहे अन्धेरे वो काले से.
बेशक खुदा के अजीब है जलवे,हर शै में उसका असर कमाल,
चश्में मय जब इक बार पी ली,पीना भूल गये फिर हम प्याले से."रैना"


Tuesday, October 25, 2011

meri biwi

दीवाली त्योहार के मोके पर खास पेशकश हास्य कविता.

आज प्रात ही प्रात मेरी बीवी सातवे आसमान पर चढ़ गई,
मुझ से मखातिव हो मेरे तरफ इशारा कर इक शेर जड़ गई.
कहने लगी वह री मेरी किस्मत,
मुझे तो बस यही गम है,
जहाँ मेरी नावं डूबी, वहां पानी बहुत कम है.
बीवी का शेर सुन मुझे गुस्सा बहुत आया,
मैं दहाड़ा,चिलाया,हाथ उठाया, कदम आगे बढ़ाया,
मगर अब महिलाओ की सुरक्षा के बने कानून का ध्यान कर,
बैक गेयर ही लगाया,इसी में मेरी भलाई थी.
मैंने फिर बीवी को आगे से शेर ही सुनाया,
मैंने फ़रमाया
वैसे तो अपना कोई भी सानी नही है,
मगर जहाँ मेरी नावं डूबी वहां पानी नही.
इतना सुन मेरी बीवी घबराई मेरे पास आई,
कहने लगी और बात तो समझ आई,
मगर तुने बिना पानी के नावं है कैसे डूबाइ.
मैंने कहा
जिस देश में प्रधान मंत्री अपनी न चला सकता हो,
सोनिया गाँधी के पूछे बिना पूंछ न हिला सकता हो,
जहाँ हर तरफ भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार हो,
त्राहित्राही हर तरफ मंची हाहाकार हो,
सिर्फ महंगाई का बोलबाला हो,
बेईमान की जय जयकार,इमानदार का मुहु काला हो,  
बैसाखियों पे टिकी सरकार हो, प्रधानमंत्री कमजोर लाचार हो,
जहाँ नेता चारा खाते हो, वोट की खातिर जनता को लड़वाते हो,
जहाँ वक्ता बाबा कहलाते हो, जनता को बहकाते हो,
जहाँ धर्म के नाम पर झगड़े हो, बात बात पे रगड़े हो,
वहां क्या नही हो सकता.
इस देश में तो घोटाले ही बड़े है,
तुम इक किश्ती की बात करती हो,
यहाँ तो बड़े बड़े जहाज बिना पानी के डूबे खड़े है.
इसलिए ज्यादा शोर न मचा,
चार दिन की जिन्दगी है हंस खेल के बिता,-------------- "रैना"



,


apno se kinara

अपनों से किनारा कर ही लिया,
 घर ग़ैरों के अब वो जाने लगे,
कल तक थी उन्हें मेरी जुस्तजू ,
आज औरों पे दिल है लुटाने लगे."रैना"

Monday, October 24, 2011

aaaya khushiyo ka

आया खुशियों का त्यौहार,महके खुशबू आई बहार,
श्रदा प्रेम से पूजा अर्चना खूब नाचे गायेगे,
अब की दीपावली को तो यादगार बनायेगे.
अब की दीपावली को-----------
दीप जला रहे वर्षो से अंधकार मिटाए मिटा नही,
प्रयास तो कर रहे मगर असर दिखाए  दिखा नही,
श्रदा प्रेम से दीप जला मन का अंधकार मिटायेगे. 
अब की दीपावली को-----------
कभी भी फूट सकता है अब पाप से भर गया घड़ा,
पृथ्वी के इस जीव को ही प्रदूषण से ही खतरा बड़ा,
अपनी सुरक्षा के लिए पटाखा न इक भी चलायेगे.
अब की दीपावली को-----------
बेशक कोई अनजान नही समझदार दुनिया सारी है, 
लालच के इस संसार में अब मिठाई भी इक बीमारी है,
सेहत के बारे में सोच के हम तो शुध्द मिठाई खायेगे.
अब की दीपावली को-----------
बुरा लगे कोई बात नही मान लेना रैना का कहना,
झूठ नफरत से  दूर रहे सच प्रेम को बना ले गहना,
तब सार्थक होगी दीपावली जब बुराइयाँ दूर भगायेगे.
अब की दीपावली को-----------                                "रैना"
सुप्रभात---------------good morning               happy dipawli

Sunday, October 23, 2011

ओ मेरे देश की धरती,
अनाज उगले  करोड़ो टन,
जनता फिर भी भूखी मरती.
ओ मेरे देश की धरती--------
अब दूर दूर तक नेताओ में, नैतिकता नजर न आती है,
वोट की हो रही राजनीति जनता मोहरा बनाई जाती है, 
 धर्म के नाम लड़े जनता, कही जाति के नाम पे लड़ती.
औ मेरे देश की धरती---------------
आ दूसरे देश से आतंकी, निर्दोषों का खून बहाते है,
फिर भी जेलों में आतंकी देवों की तरह पूजे जाते है,
 खोले खून शहीदों का, क्यों सरकार कुछ नही करती.
ओ  मेरे देश की धरती-------------
बेलगाम हुई बेरोक टोक, महंगाई  छलांगे लगाती है,
दुखी परेशान सहमी जनता,भर पेट न खाना खाती है.
नेताओ के वादे झूठे अश्वासन, अब बात न कोई बनती.
ओ  मेरे देश की धरती------------------
अब फैशन का है भूत चढ़ा,हम लाँघ गये हद है सारी,
सब भूले अपनी संस्कृति,नगे नच रहे है नर ओ नारी,
कैसे माफ़ करे भारत माता,"रैना" करे गलती पे गलती.
ओ मेरे देश की धरती-------------------------"रैना"

nam se dur

नाम से होती जो दूर जिन्दगी,
वो गमों से रहती चूर जिन्दगी.
तू मिट्टी है मिट्टी में मिलेगी,
फिर तुझे कैसा फितूर जिन्दगी. 
प्यार से रहना सहना सीख लो, 
प्यार के बिना है बेनूर जिन्दगी.
जिसे नही उस पे भरोसा यकीन,
वही तो रोये है मजबूर जिन्दगी.
जारी रख "रैना"तू तलाश अपनी,
वो इक दिन मिलेगा जरुर जिन्दगी"रैना"
सुप्रभात जी ----------------good morning. 

beshak ab to

बेशक अब तो शहर का मंजर अजीब है,
 खुशनसीब को ही चैन की नींद नसीब है,
दरियादिली के दावे तो करते बहुत मगर,
हकीकत से कोसों दूर सारा शहर गरीब है.
बेशक आ गया अब नीयत में बहुत फर्क,
दिल के करीब रहने वाला ही बने रकीब है.
"रैना"को उस जलवागर से यही है गिला,
 नजर क्यों नही आता जब रहता करीब है."रैना"


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jalte hothho pe

मेरे होठों पे अब फरियाद के सिवा कुछ नही, 
तहखाना ए दिल में तेरी याद के सिवा कुछ नही.  

Saturday, October 22, 2011

tu bichuda

तू बिछुड़ा न कोई गिला है,
गम नसीब में था मिला है.
बेशक अब इस जमाने में,
वफा का तो जफा सिला है.
चमन में फूल खिले लाखों,
गुले दिल न कोई खिला है.
शराब तू संभल के पीना,
मय में अब जहर मिला है."रैना"

bhulna to chaha

भूलना तो चाहा मगर भूला नही पाये,
दागे दिल साबुन से भी छूटा नही पाये.
बतौर सौगात संभाले है खत वो पुराने,
चाह के भी उनको हम जला नही पाये. 
खातिर किसके दिल का शहर मिटा है,
ये राज भी उसको हम बता नही पाये.
हँसते है होठ मगर गम ये तमाम है,
वहां के लिए तो "रैना" कमा नही पाये."रैना"

tanha tanha

न जाने लोग मुझे क्यों तन्हा तन्हा कहते है,
मैं औ मेरी तन्हाई साथ साथ मजे में रहते है.
हम सब मानते है होता ये मिलन मुकदर से,
वो तोअपनी किस्मत है,जो ये दुखड़ा सहते है."रैना"

Friday, October 21, 2011

ungli

ऊँगली कटा कर शहीद होना हमें नही आता,
 तभी इक मुद्दत से हाथों में गर्दन लिए बैठा हूँ."रैना".

jab se aankhe char

जब से आँखें चार हुई कुछ उलझे उलझे रहते है,
तीरे नजर से घायल ये दिल हाल न पूछो कैसे है.
महिफल में लगता नही बेइंतहा रोये तन्हाई में,
नैना बेबस परेशान बहुत अश्कों के धारे बहते है
आशिक को खबर नही वो किस हाल में जी रहा,
बेदर्द जमाने वाले तो उसे पागल मजनू कहते है.
फ़िलहाल तो अपने से शनि देव जी  कुछ रुष्ट हुए,
कभी तो मौसम बदलेगा इक आस लगाये बैठे है.
दिन चार देख के तंगी के क्यों "रैना" मायूस हुआ,
सत्य के पथ पर चलने वाले अक्सर दुखड़े सहते है."रैना"

duniya uski bat kre

ये दुनिया उसकी ही बात करे जो भी आता है नजर,
मासूम दिल पे क्या गुजर रही किसी को क्या खबर.
क्या इश्क का अंजाम है परवाने शमा से ही पूछिये,
कहने को आसां मगर मुशिकल बड़ी इश्क की डगर.
"रैना" मुसाफिर दूर का मसल्सल चलते ही  जाना है,
बताया मेरे यार ने बड़ी दूर है पवित्र  वो पाक  नगर."रैना"

Thursday, October 20, 2011

use aur kya

उसे और क्या चाहिए इस जमाने में,
जिसे अपनों का साथ मिल जाये."रैना"
सुप्रभात जी ----------------good morning ke sath
मैं जब से टूट कर देखो बिखरने लगा हूँ,
लोग मजाक में कहते निखरने लगा हूँ.
मेरी वजह तुझ पे कोई तोहमत न लगे,
चुपके से  तेरी गली से निकलने लगा हूँ.
तुझे देख कर मेरा चेहरा ही खिल उठा है,
रोते रोते "रैना" मैं फिर से हंसने लगा हूँ."रैना"