बेशक बहारें दिल को पसंद आती है,
मगर ये दिल पे खंजर भी चलाती है,
वैसे कश्ती को पार लगाती है लहरें,
मगर कभी लहरें कश्ती को डुबाती है."रैना"
मगर ये दिल पे खंजर भी चलाती है,
वैसे कश्ती को पार लगाती है लहरें,
मगर कभी लहरें कश्ती को डुबाती है."रैना"
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