Saturday, April 30, 2011

kale angrej

भ्रष्टाचार का सूरज अब ऐसे न ढलेगा,


सिर्फ

भारत माँ की जय कहने से काम न चलेगा,

अब बसंती चोला फिर रंगवाना पड़ेगा,

वीरो को खून तो बहाना पड़ेगा,

तभी काले अंग्रेज काबू आयेगे,

यदि हम नही संभले तो

ये भारत को स्विस बैंक में गिरवी धर आयेगे. "रैना"

Sunday, April 10, 2011

suraj

अँधेरे में उजाले की तलाश करते रहे,
हम महफ़िल में चिराग़ बन जलते रहे.
वो पत्थर दिल फिर भी नही पिगले,
हम तो शमा के मान्निद पिगलते रहे.
साकी ने पिलाया है कुछ जाम ऐसा,
हम तो निरंतर गिरते संभलते रहे.
बेशक मंजिल है बिल्कुल पास मेरे,
फिर भी हम दिन रात चलते रहे.
मुझे लूटने वाला न कोई और है,
हम तो खुद को खुद ही छलते रहे.
हमने घबरा के हार नही मानी,
वैसे उम्मीद के सूरज ढलते रहे.
"रैना" दिल पे लगे जख्म लाखों,
फिर भी अरमां के बच्चे पलते रहे. "रैना"

Saturday, April 9, 2011

हम सारा हिंदुस्तान  तेरे नाम करते,
अन्ना तेरी हिम्मत को प्रणाम  करते है.
हजारे तेरे सहास को सलाम करते है.
अजब कमाल का तुने सेतु बनाया है,
समस्त भारत को इक सूत्र में पिरोया है,
देश की सोई हुई जनता को जगाया है.
वाह बहुत खूब  तेरा  निराला अंदाज है,
तूं तो अब  हर भारतीय की आवाज है.
तेरे सर पे  महत्मा  गाँधी का ताज है.
हमें विस्वास  कदम पीछे न हटाओगे,
भारत देश  को भ्रष्टाचार मुक्त बनवाओगे
देश से अब काले अंग्रेजों को भागोगे.
हर मुशिकल में हम सब तुम्हारे साथ है,
अन्ना तुम अकेले नही तुम्हारें साथ करोड़ो हाथ है. 
                        राजिंदर " रैना' पत्रकार 

sara hinduethan

हम सारा हिन्दुस्थान तेरे नाम करते,
अन्ना तेरी हिम्मत को प्रणाम  करते है.
हजारे तेरे सहास को सलाम करते है.
अजब कमाल का तुने सेतु बनाया है,
समस्त भारत को इक सूत्र में पिरोया है,
देश की सोई हुई जनता को जगाया है.
वाह बहुत खूब  तेरा  निराला अंदाज है,
तूं तो अब  हर भारतीय की आवाज है.
तेरे सर पे  महत्मा  गाँधी का ताज है.
हमें विस्वास  कदम पीछे न हटाओगे,
भारत देश  को भ्रष्टाचार मुक्त बनवाओगे
देश से अब काले अंग्रेजों को भागोगे.
हर मुशिकल में हम सब तुम्हारे साथ है,
अन्ना तुम अकेले नही तेरे साथ करोड़ो हाथ है. 
                        राजिंदर " रैना' रिपोटर  

Monday, April 4, 2011

bechaini

वफा का सिला,
ये तोहफा मिला,
दिल का दर्द और बेचैनी,
इसी में सबर,हम पे तेरी नजर,
चलो कुछ तो दिया तेरी मेहरबानी. "रैना"


jay maa

जय माँ अम्बें
दोहा
जय अम्बे जगदम्बिके तुम हो अपरम्पार, कण कण में वास तेरा अनंत रूप अपार,
आदि शक्ति माँ भगवती मन के जोड़ो तार, बुद्दि हीन तुच्छ दास की अर्ज करो स्वीकार.
दुर्गा स्तुति
दुर्गा रानी कत्यानी मुझ पे किरपा कीजिए, भक्ति में तेरी मन रमे ऐसा वर माँ दीजिए.
बंधन तोडू तो से जोडू छोड़ दू इस लोक को, तो से लाके मन जगा के सफल करू परलोक को.
मुख ये खोलू जय माँ बोलू चरणों में तेरे सिर धरु,मोहो माया को छोड़ के तेरा ही जप करू.
मैंने माना है ये जाना मतलबी संसार है,साचा नाम है माँ अम्बे का बाकी सब बेकार है.
शेरो वाली माँ निराली दर्शन की अभिलाषा है, होगे दर्शन दुःख मिटे अब चहुँ और निराशा है.
रैना" मइया खैर मांगे भक्ति तेरे नाम की, जल बिन मछली तडफे जिन्दगी किस काम की. "रैना"