Saturday, April 28, 2012

ab nye andaj me jine lga hu

मैं अलग अंदाज में जीने लगा हूँ,
मार फूंक छाछ को पीने लगा हूँ.
खेल किस्मत का गिला कैसे करेगे,
बैठ तन्हा जख्म को सीने लगा हूँ........"रैना"



एक और सूफी गीत,
ओ यार दिलबर पर्दानशी,
दीदार तो तेरा करना है,
दिल पे लगे जो भी जख्म,
प्यार की मरहम से भरना है.
दीदार तेरा ..................
क़यामत में जब कोई न था,
तब तेरा असर तो बाकी था,
मैखाने में न रिन्द कोई,
 फिर भी मौजूद साकी था,
मेरी अब तो ये हसरत है,
 तेरे क़दमों में सिर धरना है. 
दीदार तेरा............................."रैना"


Friday, April 27, 2012

दिल के तहखाने से जब सामान हटाया,
यादों के सूखे फूलों में खुशबू महकी.........."रैना"
सुप्रभात जी .................good morning ji 
एक और सूफी गीत
हाथों की लकीरे बदल जाती,
जो यार रहबर मिल जाता,
रहती न कोई भी परेशानी,
खिजा का फूल खिल जाता.
हाथों की लकीरें................
मुझे गुमां न होता हस्ती का,
मैं खुद में सिमट के रह जाता,
जो भी गम दुःख ही मिलता 
उसकी रहमत समझ सह जाता,
डूबा इश्क की मस्ती में,
चुप तंग गली से निकल जाता.
हाथों की लकीरें......................."रैना"


मैखाने में भी प्यासे है,
हिस्से में सिर्फ दिलासे है,
इश्क वफा का ईनाम यही,
इक पल भी चैन न पाते है......."रैना"


maikahne me pyase

मैखाने में भी प्यासे है,
हिस्से में सिर्फ दिलासे है,
बुत क्यों करते धोखाबाजी,
उसने बाहुनर तरासे है........"रैना"

Thursday, April 26, 2012

dekho mai khud se

 तू खुद से मत धोखा करना,
 अपने घर का मौका करना.
ये दिल भटके वीराने में,
इस को अक्सर टोका करना.
हिम्मत से जीवन निखरे है,
तू गम से समझौता करना.
"रैना" किस्मत तो बदले गी,
तू दिल को मत छोटा करना....."रैना"
सुप्रभात जी ................good morning ji

galti hai

           समझो और समझाओ 
यदि  किसी को भ्रम तो ये उसकी गलती है,
वैसे अब भी भारत में गाँधी की ही चलती है.
गाँधी के बिना कुछ भी संभव न बनती बात है,
गाँधी बिन दिन अँधेरे गाँधी संग उजली रात है. 
कविता में गाँधी का मतलब पैसा रुपया नोट है,
जिसके कारण इंसान के मन में आया खोट है.
नोट के आगे योदा वीर बहादुर न कोई खली है,
इस वास्ते हर किसी ने धर्म इमान की दी बलि है.
पैसे के लिए आम आदमी कुछ ऊँचा ही चढ़ गया,
पर देश का मसीहा चार कदम और आगे बढ़ गया.
नोट लेकर अधिकतर जनता नेता को देती वोट है.
तभी वो नेता बनते ही कस लेता एकदम लगौट है.
फिर तो एडी चोटी का जोर साँस रोक रोक लगाता है,
पांच वर्षों में तीन पीड़ियों का कोटा पूरा कर जाता है.
इसलिए जनता को पहले अपना मन समझाना होगा,
अपनी वोट की कीमत समझ कर नेता बनाना होगा.
वरना कुछ दिनों की बात वह दिन फिर आ जायेगा,
मेरा भारत देश काले अंग्रेजों का गुलाम हो जाये गा. .............रैना" 
मेरा एक और सूफी गीत

हम दिल में यार बसाते नही,
 रूह में ही उतारा करते है,
हम उसके सच्चे आशिक है,
यार में रब का नजारा करते है.
यार में रब का नजारा ...........
हम रिन्द दीवाने साकी के,
वो पिलाता और हम पीते है,
ये साँस अमानत है उसकी,
वो कहता तो हम जीते है,
हम उसकी रजा में राजी,
जैसा चाहे गुजारा करते है.
यार में रब का नजारा.............
अपनी तो एक ही हसरत है,
यार सामने हो मैं दीदार करू,
इश्क के दरिया में उतर जाऊ,
फिर टूट के यार से प्यार करू,
यार को खुश करने के लिए,
हम खुद को सवारा करते है.
यार में रब का नजारा..........."रैना'

Wednesday, April 25, 2012

ghar ghar ka rona

घर घर का रोना बच्चें काम नही करते,
शिष्टाचार भूल गये राम राम नही करते.
कड़वा सच हराम का पैसा रंग तो दिखायेगा,
बाप चंडीगढ़ गया तो बेटा मुबेई जरुर जायेगा.
मगर ये भी सच अगर बाप गंगा नहायेगा,
तो बेटा यमुना नहाने के लिए अवश्य जायेगा. 
रैना" बेशक ये तो इतिहास गवाह जगत सच्चाई,
 हंस के पंख लगा के कौआ कभी भी उड़ न पायेगा....."रैना"
सुप्रभात जी .................good morning ji

Sunday, April 22, 2012

mere dil ke chhale

दिल न टूटे मौत आये अच्छा,
टूटना दिल का नही सह पाते....."रैना


kash hme tu aankh

काश मुझे आँख न नम देता,
गर गम देता कुछ कम देता.
मिलने की हसरत थी   मेरी,
यूँ न  जुदाई  का   गम   देता......"रैना"

Saturday, April 21, 2012

darde judai vo jane

दर्दे जुदाई तो वो जाने,
जो परदेशों में बसते है,
तन्हा बैठे रोते हरदम,
महफिल में चाहे हसते है......"रैना"

बेशक गुल तो न कभी खिलता,
गुलशन उजड़े वीराने में,
अपना भी गैरों में शामिल,
जबजाता घर बेगाने में........"रैना"

गाँधी जी हसीनो से ऐसे नाक लड़ोगे तो लोग नोट से उतरवा देगे.

saki ne rukh mod

साकी ने मुख मोड़ लिया है,
हमने भी नाता तोड़ लिया है.
उस को गैरों से कब फुरसत,
हमने दिल को जोड़ लिया है......."रैना"

ye mat puchho

ये मत पूछो तुम कैसी हो,
हुस्ने मलिका के जैसी हो..
आँखों में है तेरी सूरत,
दिल के अन्दर आ बैठी हो...."रैना"

Friday, April 20, 2012

ye mere andar kon bolta hai

मेरे दोस्तों इसको जरुर पड़े मनन करे.

मेरे भीतर कोई निरंतर बोले है
पर वो अपना राज न खोले है.
उसके दम से मेरा जिस्म डोले है,
मन मेरा उड़ता लेता हिचकोले है.
बेशक जोर सब ने लगाया है, 
कोई फिर भी जान न पाया है.
कोन कहाँ किघर से यहाँ आया है.
किसी ने  क्यों चक्कर चलाया है,
कहते सब उसकी काया माया है,
उस जादूगर को कोई देख पाया है.
इसका जवाब किसी के पास नही है,
फिर ये सिद्द हो गया वो रहता यही है.
उसी के चाँद सूरज धरती आग समुंदर,
मगर वो बैठा रहता साफ मन के अंदर.
इसलिए रैना" तू मत भटक न दूर जा,
अपने मन को तू साफ शुद्द घर बना.
वो खुद आकर उसमें बैठ जाये गा.
तेरे जीवन को फूल जैसा महकाएगा....... "रैना"

Thursday, April 19, 2012

himat dekh raste

मेरे युवा दोस्तों के लिए खास पेशकश 

देख हिम्मत रास्ते बनते चले जाते 
कारवा गम के नही रुकते चले जाते,
जाग राही मत उलझ इस जाल बंधन में,
सर उठा के देख सर झुकते चले जाते. ......"रैना"

khub andaje tasvir

खूब अंदाज ए तस्वीर है,
मस्त महकी तकदीर है,
इंसान के पास और है क्या,
इक हंसी तो उसकी जगीर है...."रैना"
क्या खूब ये तस्वीर है,
महकी हुई तकदीर है,
या मुस्कराने का सबब 
दिल में उठी वो पीर है. 
बेशक हंसी तदबीर है. 

miya aan bso mere mn


अम्बे रानी मेरी माँ,
ज्योत वाली मेरी माँ,
चली आओ मइया जी चली आओ.
चली आओ मइया .................
अब छा गया घना  अन्धेरा है,
कोई संगी साथी अपना न मेरा है,
दर्श दिखा दो मेरी माँ,
दुःख मिटा दो मेरी माँ,
चली आओ मइया जी चली आओ.
अम्बे रानी मेरी माँ ......................
तेरे प्यार का रंग चढ़ा मइया,
भक्त ध्यानु सा हमें बना मइया,
 आशा कर दो माँ पूरी,
इतनी अब रखो न दुरी,
चली आओ मइया जी चली आओ.
अम्बे रानी मेरी माँ..................."रैना"
सुप्रभात जी .............जय माता की

hamtuko pukara krte

बिछुड़े गे तुम से याद बहुत आये,
दिल में न रहे हम रूह में उतरे गे......"रैना"



desh ki bat


वक्त का है तकाजा यही 
देश की बात होती नही,

gardan ktwane

गर्दन कटवाने की बात करे है,
ऊँगली पे चोट लगी खाना छोड़ा."रैना"

teri aankho ko dekhne ke bad

डूबे तेरी आँखों में
हम तो फिर उबर न पाये,
अब साथ चले तू मेरे 
जैसे हो  गहरे साये......."रैना"

khud men khoye

करते न गिला चुप ही सहते,
दुःख तो है फिर भी खुश रहते,
दिन में दिल पर करते काबू,
तन्हा शब में  चश्में बहते........"रैना"


Wednesday, April 18, 2012

maut se nhi darna hai

मौत से मत डरे,
काम ऐसा करे,
मौत लग के गले,
सुबकती रो पड़े......"रैना"

तय  इक दिन सूखे गा,
टहनी  से पत्ता टूटे गा.
फिर तो तेज हवा आयेगी,
साथ उड़ा कर ले जाये गी......"रैना"
 

dali se ptta

तय  इक दिन सूखे गा,
टहनी  से पत्ता टूटे गा.
तेज हवा चलती आयेगी,
साथ उड़ा कर ले जाये गी......"रैना" 
  

Tuesday, April 17, 2012

किसी को क्या बताना,
समझना,समझाना है,
आजकल का तो खाओ,
खिलाओ का जमाना है,....."रैना"
जिसने घर है बरबाद किया, 
हमने उसको ही याद किया,
माली  रूठा  दिल  है  टूटा,
"रैना"चमन न आबाद किया............"रैना"

dil me apne dard chhupa

दिल में दर्द छुपा के रखते,
लब पे फूल सजा के रखते.
बेशक उनको मिलती मंजिल,
"जो भी आस लगा के रखते......"रैना"



Monday, April 16, 2012

mera bhart mhan

मेरा भारत देश महान,
यहाँ सब उल्टा ही होता है,
बेईमान गुलछरें उडाता है,
इमानदार सुबक सुबक के रोता है.
बेशक नेता तो झूठ तोलते है,
मगर यहाँ के यंत्र भी झूठ बोलते है.
जिस दिन मौसम विभाग बरसात न होने की बताता है,
उस दिन इंद्र देव पानी जरुर बरसाता है.
प्रधान मंत्री कहते महंगाई घट रही है,
यहाँ जनता की छाती फट रही है.
बाबे भक्तों को माया से दूर रहने की बताते है,
मगर खुद बाबे हर रोज करोड़ों रूपये कमाते है.
हमारी संस्कृति कहती तन से कपड़ा नही हटाना है,
हीरोइने कहती है हमें तो सब कुछ दिखाना है.
वैसे माँ बाप की सेवा करना लडकों का धर्म है,
लडके कहते बुजुर्गों को साथ रखने में आती शर्म है.
देखिये भ्रष्टाचार मिटने का हमने भीड़ा उठाया है,
मगर भ्रष्टाचार तो हमारे खून में ही समाया है.
बाबु जी आफिस में रिश्वत लिए बिना कलम न हिलाते है,
घर में बच्चे बाबु जी को खूब टांका लगते है.
भारत में तो आम आदमी का निकल रहा तेल है,
क्योकि यहाँ अब सारा सिस्टम ही पूरी तरह फेल है.
नैतिकता का पतन हुआ अब कोई न ठिकाना है,
देखिये तो नातिन से शादी कर रहा नाना है.
हाय राम अब तो तुने ही बचाना है................"रैना"



Sunday, April 15, 2012

sajan more bole n mnwa udas

सजन जी,
 बसते मन के पास,
मोह से बोलत नाही,
मनवा बहुत उदास.
सजन जी ...............
समझ आई गलती मोरी,
तोड़े है वादें कसमें तोड़ी,
पी संग प्रीत लगाई नाही,
बैरी दुश्मन के संग जोड़ी,
देखा सारा जग अजमा के,
अब पी मिलन की आस.
सजन जी ..............."रैना"
सुप्रभात जी ...........good morning ji

Saturday, April 14, 2012

मेरा हर कर्म जमाने के लिए,
सब खोया कुछ पाने के लिए.

meri udasi ka shbab

 मेरी उदासी का शबब तू है खफा,
इतना बता हमसे हुई क्या वो खता,
जो बावफा का दम भरा करते कभी,
अब क्यों हुये है वो यकायक बेवफा......."रैना"
मेहनत लगन उस पे विश्वास करे,
जीवन महकाने का प्रयास करे,
बेशक उसने बख्शे है कुछ लम्हें,
इन लम्हों में ही कुछ पल खास करे..."रैना"
सुप्रभात जी ...........good morning ji


jmane ki hwa bdli

जमाने की हवा बदली,
वफा बदली खता बदली,
किसी को कुछ कहे कैसे,
सभी ने तो अदा बदली...."रैना"

Thursday, April 12, 2012

देखे तो मेरी मज़बूरी,
झूठी करता हूँ मशहूरी,
जिसका दर है मंजिल मेरी,
उससे कर ली मैंने दूरी.

मुझे यार मनाना नही आया,
आँखों में तो उतार लिया,
पर दिल में बसना नही आया.
मुझे यार मनाना.............
 ये मेरा सूफी कलाम है.."रैना"

dekhe to meri majburi

देखे तो मेरी मज़बूरी,
झूठी करता हूँ मशहूरी,
जिसका दर है मंजिल मेरी,
उससे कर ली मैंने दूरी..........."रैना"

antar aatma ki aawaj suni jaye

भूल कर भी करे मत खता ऐसी,
जिन्दगी के लिये जो सजा जैसी.
सुप्रभात जी            good morning ji

Tuesday, April 10, 2012

mere dil men dard hota rhta

दर्द सीने में दफन है,
दर्द की मरहम कफन है...."रैना"

mera khun kholta rha gya

तुम चेहरे से चिलमन हटा लेते,
फिर हम पीने का मूड बना लेते,
जो तुम शमा बन के जल जाते,
हम परवाने भी खुद को जला लेते....."रैना"

teri julfon ki gliyon me

तेरी जुल्फों की गलियों में मेरा दिल खो गया,
मुझको भी  खबर न हो पाई मैं  तेरा हो गया.
इक मुद्दत से तेरे इंतजार मैं तो बैठा जागता,
आके तेरे आगोश में मैं गहरी नींद में सो गया......"रैना"

ye apni kismat

ये मेरी किस्मत फूलों ने खिलना छोड़ा,
मस्त हवा चलती पत्तों ने हिलना छोड़ा,
जो कल तक मर मिटते थे हम पे यारों,
गर्दिश के दिन में उन्होंने  मिलना छोड़ा...."रैना"

Sunday, April 8, 2012

aadmi se preshan

आदमी से परेशान है आदमी,
खो गया दीन ईमान है आदमी.."रैना'

tanha lgti maaaaaaahfil hai

तन्हा लगती ये महफिल है,
तुझ बिन रोता मेरा दिल है,
तुझको गैरों से कब फुरसत
दीवाना आशिक पागल है....."रैना"

aesa gulashan

ऐसा गुलशन आबाद करे,
महके गुल दुनिया याद रखे,..."रैना"

jindgi tujhse gila hai,

बिछुड़े दो दिल है जब मिलते,
वीरान चमन में गुल खिलते.
आशिक के हिस्से  अनहोनी 
चलती न हवा पत्ते हिलते............."रैना"

Saturday, April 7, 2012

jame jahr hans

जामे जीवन हंस के पीना,
रो के जीना भी क्या जीना.
फूलों सा हो खिलता मुखड़ा,
चाहे जख्मों से छलनी सीना..."रैना"

gati apni svikar krna

जीने का बेहतर ढंग हो,
दुनिया से तो अलग रंग हो.
उसके बन्दों से प्यार करे,
पर खुद से मुसल्सल जंग हो....."रैना"
सुप्रभात जी ............good morning
मुसल्सल -निरन्तर 

Thursday, April 5, 2012

kash ham bhi

काश हम भी बेईमान होते,
काम के सफल इंसान होते.
खूब चलती झूठ की दुकान,
इस कद्र न बंद दुकान होते.
ऊँचा होना था रुतबा हमारा,
शहर के खास मेहमान होते.
लक्ष्मी रहती फिर घर मेरे,
हम दुखी न ही परेशान होते.
खूब देते दान गरीबों को,
हम दानी सेठ दयावान होते.
बीवी बच्चें करते खुशामद,
उनके लिए हम भगवान होते.
होती न हमें आगे की चिंता,
काश हम उससे अनजान होते. ...."रैना"

Wednesday, April 4, 2012

ye khna galt mai kuchh bhi bhul

हमको तो अफ़सोस यही है,
खुद को समझ नही पाये है,
जिनको हमने समझा अपना,
वो अपने  गैर पराये है....................."रैना"

tu bewfa teri yaad

ओ बेवफा इतना बता,
किस बात पे है तू खफा,
मुझको समझ आती नही,
हमसे हुई क्या वो खता.
तूने निभाई ही नही,
ये याद क्यों करती वफा.
इक बार तो हमको बता,
हम से हुई क्या वो खता.
मेरा कसूर नही सनम,
क्यों दी मुझे इतनी सजा.
"रैना"तलाश रहा कहां,
मिलता नही उसका पता........"रैना"

maa ki mamta aapar

सूरज की पहली किरण हवा जैसी.
माँ की ममता आपार खुदा जैसी,
खिदमत को तैयार वफा की देवी,
माँ की लोरी भी यार दुआ जैसी.........."रैना"

Monday, April 2, 2012

kochh apna fikr krle


उसका भी जिकर करे.
कुछ अपना फिकर करे,
समझे जीवन क्या है,
लम्हों की कदर करे............."रैना"
सुप्रभात जी,..............good morning

उसको ही दूरी कहते है,
जब दिल से दूरी होती है,
साजन से बिछुड़ी ऐ सजनी,
तू क्यों यूं छम छम रोती है,
साजन से दूरी होती जब,
मोहब्बत गूढ़ी होती है,......"रैना"


tera hone ka dil karta

खुद में खोने को दिल करता,
तेरा होने को दिल करता,
अब दूरी सहना मुश्किल है,
"रैना" रोने को दिल करता..."रैना"