Monday, December 31, 2012

2012

2012 तू जा रहा है,
2013 तू आ रहा है,
क्या 12 से 13 में फर्क होगा,
या 12 की तरह बेडा गर्क होगा।
वही भुखमरी भ्रष्टाचार हा हाकार,
आम जन मानष,अबला लाचार।
क्या नेताओं की नींद टूटे गी,
या यूँ ही रेल छूटे गी।
जैसे आज 2012 की रेल छूटे गी।
मेरे भगवन 2013 में कुछ ऐसा करदे,
हर किसी की मुराद पूरी झोली भर दे।
खैर हम मालिक से करते है फरियाद,
नये साल में हो????????
आप के ख्वाबों का शहर आबाद।"रैना"
दोस्तों आप के लिए एक ग़ज़ल

तप के लोहा काबिल होगा,
तब ही हासिल साहिल होगा।
उसको उसके दर्शन होते,
दीवाना जो पागल होगा।
तू गैरों से मत घबराना,
अपना ही खूं कातिल होगा।
बूढ़ों को दुःख देने वाला,
बेशक जालिम जाहिल होगा।
अक्सर करता तौबा तौबा,
"रैना"का दिल बिस्मिल होगा।"रैना"

Friday, December 28, 2012

beshak kamni tune

 दामनी ????????????
 तूने मौत को गले लगा लिया है,
मगर इस समाज को???????????
आइना दिखा दिया है,
की जिस समाज में?????????
नारियों की पूजा होती है।
वो समाज वास्तव में????????????
नारी को भोग वस्तु ही मानता है।
और तूने ये भी दिखा दिया है,?????
नारी के मामले में????????
कितने सवेदनशील है हमारे नेता।"रैना"

Thursday, December 27, 2012

गर देश में बलात्कारियों को सही में सजा मिलने लगे,
फिर तो??????????
 देश की सूरत ही निराली हो जाये गी,
सदन की आधी सीटें खाली हो जाये गी।
इसलिए तो नेता घबरा रहे है,
सख्त कानून नही बना रहे है।"रैना"
सरकार द्वारा ????????
अजन्मी बेटी को बचाने पर जितना खर्च किया जा रहा है,
यदि जन्म ले चुकी????????????
बेटी को आगे बढ़ाने में इतना खर्च किया जाता,
तो बेटी की ये हालत न होती।
कोई माँ???????????????
बेटी को जन्म देते हुए हरगिज न रोती। 
बेटी को लेकर मेरे देश के नेता???????????????
गड्याली आसूं बहा रहे हैं,
सही मायनों में बातों की रेत से बस्ती बसा रहे हैं।"रैना"
प्यारें दोस्तों  मैं शीघ्र ही आप के सामने खुद को,
 "पंजाबी कामेडियन" के रूप में प्रस्तुत कर रहा हूँ,
आप की दुआओं की दरकार है।शूटिग हो चुकी है।
 देखिये नये साल में नया रुप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
famous video derctor doctor D derct $ edting my video राजेन्द्र "रैना"

Wednesday, December 26, 2012

आस का दामन छूटा नही है,
ख्वाब सलामत टूटा नही है।
दिल के दाग तो हम धो लेते,
मगर अभी छाला फूटा नही है।
इक भी सीने पे हाथ रख कह दे,
जिसको हुस्न ने लूटा नही है।
सारा जग रुठा फिकर नही,
 मेरा यार तो मुझसे रुठा नही है।
"रैना"में चाहे लाख ऐब लेकिन,
बात का पक्का वो झूठा नही है।"रैना"

Sunday, December 23, 2012

हस्ती मिटा के देख ले,
खुद को जला के देख ले,
मंजिल मिले "रैना"तुझे
।"रैना"



neta balatkari ko

बलात्कारी को????????
 मौत की सजा दिलाने में,
 नेता आगे नही आ रहे है,
क्या बलात्कारी """""""""""
बलात्कारी को बचा रहे है।"रैना"

yaad krte

जनता में पनपा रोष,
सरकार है खामोश,
क्या यही लोकतंत्र है।
किसको दे अब दोष,
यही तो है अफ़सोस,
खुद पे न नियन्त्र है।
चम्मचों के राज में,
चुगलखोरों की मौज,
देश में अब नेतातंत्र है।"रैना"

Friday, December 21, 2012


नही कुछ और अब कहना,
कभी तू घर मिरे आ जा,
यही हसरत मिरी बाकी,
झलक तू तेरी दिखला जा।
खफा क्यों किसलिए तू है,
समझ मेरी नही समझे,
सुनो तुम दर्द मेरा भी,
वफा कर दर्द भड़का जा।
नही मरता अभी रैना"
दुखी होना नही ऐसे,
मिले फुरसत चले आना,
चमन वीरान महका जा।"रैना"

Sunday, September 30, 2012

दोस्तों एक और प्यारी, 
न्यारी ग़ज़ल पेशेखिदमत है।

तुझसे नैना यू न लड़े हैं,
हम तो सादेपन पे मरे हैं।
जीवन दे मौत तिरी मर्जी,
हाथों में कासा ले खड़े है।
राहे इश्क बड़ी ही मुशिकल,
इस रस्ते दिलदार चले हैं।
आदम न तभी मरना चाहे,
हर दिल में अरमान पले हैं।
अन्धेरा फिर तो छट जाता,
मन में जब भी दीप जले है।
साजन की याद बहुत आये,
"रैना"जब ये शाम ढले हैं। ..."रैना"

ye kli dobara

नेक कर्म से जीवन मिलता,
गुल दोबारा कम ही खिलता,
आओ जीवन को महकाये,
मकसद अपना सफल बनाये।
जोड़े सारे टूटे धागे,
मन में सोई उल्फत जागे।
मस्त हुये पी नाम प्याला,
रैना" फेरे मन की माला।  ...."रैना"
जय जय माँ अम्बे .......सुप्रभात जी

Saturday, September 29, 2012

ghri nind son chhode

गहरी नींद सोना छोड़े,
प्रभू चरणों से मन जोड़े।
काहे चिंता सौ वर्षों की,
जीवन के तो दिन हैं थोड़े।
शक्ल किसीकी देख न हंसना
उसके ही सब काले गौरें।
कैसे फिर कल्याण हो तेरा,
उसके के दर से मुख मोड़े।
रैना"उसको याद तू रखना,
मत सोना तू बेच के घोड़े। ....."रैना"

anhai me hamne

तन्हाई में हमने कुछ न करा है,
दिल के कोने में याद सजाई है,
रैना"तेरी याद वफा है करती
बस अफ़सोस यही तू हरजाई है।"रैना"

bewqt teri yad

बेवक्त तेरी याद ने दी दस्त्तक,
अफ़सोस मेरे पास रुमाल न,
आंसू पोछे तो कैसे।
आंसू रोके तो कैसे। ..."रैना" 

beasar har bdduaa

बेअसर हो  हर बददुआ
जो साथ में माँ की दुआ।
हर रोग तो जड़ से मिटे,
माँ की दुआ ऐसी दवा।
अब त्याग माँ का भूलते,
क्या इस जमाने को हुआ।
माँ से रखे वो फासला,
रैना"नही करता खता।

ik duje ko sab

मैंने इसको  तूने उसको,
जैसा मौका लगता जिसको,
इक  दूजे को सब ने लूटा,
ये तो सारा शहर है झूठा।
ये तो सारा ................
झूठे हैं ये खून के रिश्ते,
कोड़ी कोडी में अब बिकते,
जिसकी जेब भरी रहती है,
उसके साथ ही लम्बे टिकते।
जिसको वक़्त पटक मारे तो,
उससे अपना तन भी रूठा।
ये तो सारा ................
कहने को भीड़ लगा मेला,
बन्दा फिर भी तन्हा अकेला,
जिसने अपनी रूह को मारा,
वो ही अब दौलत में खेला,
देख जमाने की हालत को,
"रैना"का अब दिल है टूटा।
 ये तो सारा ................"रैना"

Friday, September 28, 2012

aine kisi kotoka hi nhi

जान परेशान रहे हैरान बहुत,
हैवान बने है अब इन्सान बहुत।
मेरी वफा की कौन गवाही देगा,
दोस्त हो जाये बेईमान बहुत।
जीवन इतना आसान नही होता,
भूचाल कभी आते तूफान बहुत।
महल किसी का टूटे मन का मंदिर,
हैं रह जाते अधूरे अरमान बहुत।
बेशक खुद  को भी जान नही पाया,
"रैना"कहता उसको है ज्ञान बहुत। ..."रैना"

aasan bahuit

आसान बहुत शोर मचाना,
अति मुश्किल है कर के खाना।
है बेहतर सिमट के रहना,
तू खुद को बढ़ के न दिखाना।
रत्ती भर भी झूठ नही है,
गन्दा खाये काग सयाना।
सच तेरी औकात क्या है,
उसने ही रचा ताना बाना।
उठते के तो सब ही साथी,
गिरते को बेझिझक उठाना।
दिल मंदिर को तोड़ दिया है,
आशिक का तो दर्द न जाना।
"रैना"अब तो जीना मुश्किल,
मरने का अब खोज बहाना।  "रैना"

mai khuli kitab

काश किताब पढ़े तो कोई,
मुझ से प्यार करे तो कोई।
मैं दिल कदमों में रख दूगा,
मुझ पे यार मरे तो कोई।
मैं भी उसके साथ चलू गा,
 दरिया पार करे तो कोई।
खाकी वर्दी का डर सबको,
उसका खौफ डरे तो कोई।
"रैना"तप कर सोना निखरे,
 दर्दे इश्क जरे तो कोई। ......"रैना"



Thursday, September 27, 2012

o gam me shamil

जो गम में शामिल न हुआ,
वो दोस्त काबिल न हुआ।
जिसके मन में कालापन,
प्यार उसे हासिल न हुआ।
कुछ तो नेक बचे बाकी,
शहर सारा कातिल न हुआ।
लोग बदलते मौसम से,
"रैना" तो जाहिल न हुआ। ....."रैना"

desh ko aajadi

देश को आजाद करवाने के लिए????
अनेको ने दी क़ुरबानी,
लड़ी मरी आजाद हिंद फ़ौज,
चम्मचों की तब भी मौज थी,
आज भी है मौज,
प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नही होती,
"रैना" की क्या सही है खोज। ..."रैना" 

wah bhkt singh wah

वाह
शहीदे आजम भगत सिंह,
आप तो अंग्रेजों से लड़ गये,
हँसते हँसते सूली पे चढ़ गये,
जीवन भारत माँ के नाम कर गये।
और हमें देखिये हम?????????
आप का आदर कितना करते हैं,
इन्कलाब जिन्दाबाद कहने से भी डरते हैं।
शहीदे आजम धन्य तेरी माँ???????
जिसने तुझे जन्म दिया है,
भारत माँ के खातिर तुझे जवान किया है।
वैसे आज की माँ???????????
आजादी का मतलब तो समझाती है,
मगर बलिदान किसी और का बेटा दे ये चाहती है।
शहीदे आजम भगत सिंह हमें तुझ पे नाज है,
तेरी शान में नतमस्तक सारा भारत समाज है।।।।।।"रैना"

Wednesday, September 26, 2012

spna hote

मैंने तुझे अपना बनाना है,
उजड़ा चमन फूल  महकाना है।"रैना"
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी को
 80वे जन्म दिन की बधाई हो,
प्रधानमंत्री जी एक अनुरोध?????
मनमोहन जी आप तो हो गये अस्सी के,
आप का अब क्या???????????
आप उनके बारे में सोचो,
जो क्वारे हो गये पच्चीस तीस बत्तीस के।
उन्हें जन्म दिन का तोहफा दो नौकरी।
नौकरी के बिना मिलती नही छोकरी।
नौकरी तो है उनका हक़,
वैसे इसमें नही कोई शक,
क्वारों की बद दुआ बड़ी खतरनाक होती।
वैसे भी शनि आप पर भारी है।
ये सलाह हमारी है,
आगे मर्जी तुम्हारी है।।।।।।। "रैना"


bemaut mrne ki

सिर्फ जोड़ तोड़ तिकड़म ही लड़ाते हैं,
कुर्सी को नेता बहुत नीचे गिर जाते है।
जनता के दुःख से उन्हें कुछ नही लेना,
वो तो खुद के नेता अपने लिए कमाते हैं।
 अफ़सोस तो बस इसी बात का है यारों,
निपट चम्मचे देश के रहनुमा बन जाते हैं।
बेशक नेता एक ही थैली के है चट्टे बट्टे,
सिर्फ दिखाने को एक दुसरे को घुराते हैं।
अजीब बेशर्म बेईमान धोखेबाज ये मंगते,
पांच साल में एक बार भीख मांगने आते हैं।
"रैना" ये बात भी तो गौर करने के काबिल है,
हम ही तो चोर उच्चको को नेता बनाते है।  ..."रैना"






Tuesday, September 25, 2012

bechari aurt

बेचारी औरत पहले जंगल में लकड़ी बिनती,
फिर रसोई गैस सिलेंडर को लाइन में लगती,
जंगल खत्म सरकार ने सिलेंडर किये महंगे
महंगाई में आटा गीला कैसे बने रोटी।
अब बैठी खुद को कोसती अपने हाल पे रोती,
फिर कभी सोचती काश मैं सोनिया गाँधी होती।  ..."रैना"

dusre ki majburi ka fayda

हमको इतनी फुरसत ही कब यारों,
हम अपने गम से उलझे रहते है।.."रैना"

दोस्तों के नज़र
देखो इतना फर्ज निभाते दोस्त,
मज़बूरी का लाभ उठाते दोस्त,
दिल से दिल की तो रखते है दूरी,
वैसे बढ़ कर हाथ मिलाते दोस्त।
बीमारी में कोई पास न फटके,
वैसे जनाजे में तो आते दोस्त।
झट से गिरगट जैसे रंग बदलते,
धोखा देते कब शरमाते दोस्त।
"रैना"तू छोड़ गिला उनसे करना,
उसके घर से बन कर आते दोस्त। ...."रैना"



rha gai hai meri adhuri hasrat

तेरा फकत इशारा होता,
मेरा मस्त गुजारा होता,
हम हो जाते आशिक तेरे,
तुझको फिकर हमारा होता,
मझदार का डर तो दूर कही,
मेरे पास किनारा होता।
हम आ जाते तेरी महफ़िल,
जो  इक बार पुकारा होता।
"रैना"करता इबादत उसकी,
फिर तो तू भी तारा होता।  ....."रैना"

beshak jo bhi pyar krte

बेशक जो भी प्यार करे हैं,
दुःख सहता बेमौत मरे है,
उसको कुछ और न याद रहे,
इश्क का जो भी पाठ पढ़े है। ...."रैना"

Monday, September 24, 2012

holibhali janta ka dil

बेटी बचाओं बेटी बचाओं मचा शोर है,
हर कोई बेटी बचाने में लगा रहा जोर है।
क्यों बेटी को किसलिए बचाया जाये,
तंदूर में जलाने के लिए,
दहेज की बली चढ़ाने के लिए,
मंडी में बिकवाने के लिए,
होटलों में नग्न नचाने के लिए,
रखैल बनाने के लिए,
या कोठे पे रंग जमाने के लिए।
बेशक कोई काम चलाया या रोका जाता है,
हर जगह बेचारी बेटी को ही परोसा जाता है।
ये अजीब है कमाल देखा,
बेटी का बुरा हाल देखा।
बेटी पे निरंतर अत्याचार हो रहा है,
सारा देश लम्बी ताने सो रहा है।
जो जन्म ले चुकी उसे मिटाया जा रहा है,
अफ़सोस अजन्मी को बचाया जा रहा है।
बरपा बेवजह का हंगामा है,
 लगाना कही और निशाना है।
जिस देश में महिलाओ को 33%आरक्षण नही मिला,
जिनके होठों पर समाज के टेकेदारों से गिला।
उस देश में बेटी बचाने की बात,
हो गई है दिन में जैसे रात।
इसलिए बेटी के ठेकेदारों ज्यादा शोर न मचाओ,
जो जन्म ले चुकी उसे बचाओं।
अजन्मी को फिर कोई नही मारेगा। ...."रैना"


aek ho jaye

एस डी कालेज अम्बाला कैंट में 23 सितम्बर को
आयोजित इंडो पाक मुश्यारे में नामी शायरों ने
अपनी पुरानी रचनाएँ पढ़ कर खूब वाहवाही लूटी।
वैसे मेरे जैसे गुमनाम शायर की ऐसे मुशायरे को
 सुनने के लिए जाने की भी औकात नही है।
 मैंने इस मुशायरे को ध्यान में रख कर एक रचना
 लिखी है मैं आप की खिदमत में पेश कर रहा हूँ।

गर थोड़ा सा सावधान हरएक हो जाये,
और नेताओं को बीच में से निकाल दे,
फिर तो भारत पाकिस्तान एक हो जाये।
बेशक इसमें अब कोई तर्क न वितर्क है,
नेताओं ने किया दोनों देशों का बेड़ा गर्क है।
ये आग मुल्ला, पुजारियों ने भी लगाई है,
और धर्म के ठेकेदारों ने ये दूरियां बड़ाई  है।
दूसरे बड़े देश दोनों देशों को उलझा रहे है,
दोनों को हथियार बेच कर खूब पैसा कमा रहे है। 
 दोनों देशों के नेताओ को समझ तो आता है,
इसलिए नासमझ क्योकि स्विस बैंक में खाता है।
दोनों देशों के नेताओं कलाई मरोड़ने की न बात करो,
वक्त की पुकार टूटे हुए धागें जोड़ने की बात करो।
वरना ये मगरमच्छ देर न लगाये गे,
मौका लगते ही दोनों को निगल जायेगे।।।।।।।"रैना"

Saturday, September 22, 2012

ai jab se kalamm

जब से कलम का दीवाना हो गया हूँ,
अपने हाल से  बेगाना हो गया हूँ,
लोग कहे अब तो फकीर मुझे यारो,
वैसे मैं अदद खजाना हो गया हूँ।।।"रैना"

karm kre chhode

ये सेमी ग़ज़ल है, मन के भाव है,
 मात्राओ का ध्यान नही रखा है।

सौ मन चूहे खा हज चली बिल्ली देखे,
नेता अब जनता की उड़ाते खिल्ली देखे,
भारत माँ की इज्जत अब राम भरोसे,
देश के रहनुमा बन गये शेखचिल्ली देखे।
महंगाई की आग में जल रहा तन बदन,
जनता ने सीने पे रखी बर्फ की सिल्ली देखे।
दो वक्त की रोटी भी मुशिकल से नसीब,
बेशक बहुत दूर हो गई अब तो दिल्ली देखे।
सबर की ताकत अब तो खत्म होती जा रही,
"रैना"को इंतजार कब उखड़े गी किल्ली देखे। .."रैना"

Friday, September 21, 2012

ham tarsa rhe haye tdf rhe

मेरे प्रिय दोस्तों ये ग़ज़ल मेरे जिगर का टुकड़ा है,
 आप की खिदमत में पेश करता हु।

तरस रहे हाये तड़फ रहे तेरे दीदार नही होते,
औरों पे नजरे कर्म करे हम पे उपकार नही होते।
मेरे दिल पे क्या गुजर रही लब न खुले है बेहतर यही,
कैसे कह दू दावे से धोखेबाज तो यार नही होते।
इश्क इबादत यार करे बेदर्द जमाना क्या जाने है,
मौत नही आती तब तक  जब तक नैना चार नही होते।
तुझसे मिलने की हसरत जीने का मकसद अरमान यही,
सच तेरी रहमत के बिन तो गुलशन गुलजार नही होते।
रैना" जो तेरा आशिक था अब रिंद हुआ तू है साकी,
भर भर के जाम पिला हमको जब तक उस पार नही होते। ...."रैना"


Thursday, September 20, 2012

गुम सुम रहने की आदत हो गई है,
अब तेरी याद  इबादत हो गई है।
महफ़िल में अब मेरा दिल न लगे है,
तन्हाई से मोहब्बत हो गई है।
जिसमें खाना उसमे ही छेद करे,
इन्सान की ऐसी फितरत हो गई है।
बेशक मेरा जीवन महके गुल सा,
"रैना" को तुझसे उल्फत हो गई है।।।।।"रैना"
वाह मेरी नादानी
 उससे भी निभा न सके,
जिसने बख्शी हमको
यूँ हर दौलत यारों। "रैना"
हर लम्हा यादों के संग गुजरता,
वैसे कहने को तन्हा है हम तो।"रैना"

Wednesday, September 19, 2012

ham hindu ham hundu

हम हिन्दू हम हिन्दू ?????
सब ने शोर मचाया हैं,
क्या कभी आप किसी ने कोई हिन्दू बनाया हैं।
उंच नीच जात पात छुआ छात????
कर बहुतो को भगाया हैं,
फिर उनको ईसाईयों,मुसलमानों ने गले लगाया है,
क्या कभी आप किसी ने कोई हिन्दू बनाया हैं।
बेशक भारत हिन्दू देश है,
मगर हिन्दुओं को छोड़ सब के लिए छूट विशेष हैं।
यहाँ देश के अभिन्न अंग कश्मीर से हिन्दुओं को उजाड़ा जाता है,
मगर हिन्दुओं का ठेकेदार कोई भी न आगे आता है,
जो आता है वो गड्याली आंसू बहाता है,
गले तो आंतकवादियों को ही लगाता है।
वैसे कहने को गाय हमारी माता है,
इस गाय माता का रखवाला अब विधाता है।
यहाँ हिन्दुओं को दिखा दिखा कर कुछ गौ मास खाते है,
मगर हम उनका कुछ भी न बिगाड़ पाते हैं।
क्योकि हमारे खद्दरधारी नेता उनके पीछे खड़े नजर आते है।
देखिये ये हमारे नेता औरों को तो जोड़ते है,
मगर हिन्दुओं को निसंकोच तोड़ते है,
हमें तोड़ तोड़ कर वोट बटोरते है।
फिर अकेले का अकेले का खून निचौड़ते हैं।
इसलिए हिन्दुओं संभल जाओ,
और ज्यादा धोखे न खाओ।
उंच नीच का फर्क मिटाओ,
सब को गले से लगाओ,
सीमाए लाँघ भारत को महाभारत बनाओ।
गर्व से जय हिंद का नारा लगायो।।।।"रैना"

Tuesday, September 18, 2012

soniya amma

सोनिया अम्मा????
ममता दीदी रूठ गई,
अब क्या होगा,
कोयले की दलाली में मुहं काला,
पेट्रोल डीजल ने जनाजा निकाला,
रसोई गैस महंगी साथ बड़ी महंगाई,
जनता को रास नही आई एफडीआई,
सोनिया बोली कुछ करो मनमोहन भाई,
प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह जी,
अब हम क्या कर सकते है माई,
अब तो जनता से ही आस लगाई।
हमने तो बहुत कुछ किया है,
भ्रष्टाचार में रिकार्ड बना दिया है।"रैना"

muddt se dil ko

मुद्दत से दिल सम्भाला है,
बच्चे सा इसको पाला है।
दुनिया की बदली हालत ने,
होठों पे जड़ दिया ताला है।
चमके मुखड़ा उजले कपड़े,
बेशक वो दिल का काला है।
संभल के पीना महफ़िल में,
तेरा दुश्मन हम प्याला है।
रैना" में भी मिलती मंजिल,
जो दिल में तेरे उजाला है।।।।"रैना"


Monday, September 17, 2012

bal kvita

बाल कविता .......बाल श्रमिक
मेरे पढ़ने खेलने के दिन???
मैं एक होटल में झूठे बर्तन साफ कर बिता रहा हूँ,
छोटा हूँ फिर भी घर का बोझ अपने कन्धों उठा रहा हूँ।
फुटबाल पतंग बैट बाल कुछ न मेरे पास है,
देखो फिर भी मेरा मन न बिलकुल उदास है।
एकदम शांत हूँ मैं मेरी कोई चाह न प्यास है,
मगर मुझे फिर भी उस पे पूरा विशवास है।
मेरा मालिक बात बात पे मुझे डांट पिलाता है,
कभी कभी मुझ पर हाथ पैर भी चलाता है।
मगर कभी पास बैठा कर समझाता है,
अरे बच्चे जो तू अब काम में ध्यान लगाएगा,
तो बड़ा होकर किसी होटल का बैरा बन जाएगा।
मैं इसी आस के दम से जी रहा हूँ,
हर अपमान को अमृत समझ पी रहा हूँ।
मैं इस से ज्यादा सोच भी नही सकता।
बाल श्रमिक जो ठहरा । ...."रैना"

ye mat socho iska

चलते चलते एक ग़ज़ल पेश है

मत सोचो लोग कहेगे क्या,
सोचो हम कर्म करे गे क्या।
चढ़ती गिरती मकड़ी देखे,
हम इतनी बार चढ़ेगे क्या।
औरों से तो लड़ते अक्सर,
खुद से इस कदर लड़ेगे क्या।
चारागर से पूछत रोगी,
अब दिल के जख्म भरेगे क्या।
अरमानों से  हसरत पूछे,
रैना" बेमौत मरे गे क्या ....."रैना"

khair vo

क्या जरूरत है हसीन तस्वीर लगाने की,
कही तुझे नजर न लग जाये जमाने की।"रैना"

khair vo hme kyo

दूर तलक ढूंढ़ती इन आँखों को इंतजार किसका।"रैना"

hammayus the

हम मायूस है अपनी तक़दीर देख कर,
पर दिल झुमा तुम्हारी तस्वीर देख कर।।।"रैना"

yar labh lai sohna

इक सूफी कलाम पेश है,

शाम ढल जाये हो जब रात,
सजन बहुत याद आये,
जब दूतों से होगी मुलाकात,
सजन बहुत याद आये।
सजन बहुत याद .............................
याद आये साजन का पहला प्यार वो,
वादें कसमें न भूले करार इकरार वो,
जब मालूम पड़े अपनी औकात।
सजन बहुत याद .............................
चीख चीख कर फिर सब को बुलाये रे,
कैसी मज़बूरी कोई पास नही आये रे,
रैना" पूछे न कोई भी तेरी बात।
सजन बहुत याद ............................."रैना"

Saturday, September 15, 2012

jangl kaat

जंगल काट दिये,
लकड़ी न मिल पायेगी,
हुई रसोई गैस महंगी,
माँ रोटी कैसे बनायेगी,
अब लगता बात न बन पायेगी,
ये महंगाई जान लेकर जायेगी ,
चलो अब भूखे ही सोते है,
जितनी देर जागते ???????
मनमोहन सरकार  को रोते हैं।  "रैना"

honi ka tu

होनी का तू फिकर न करना,
अपने गम का जिकर न करना।

जो कहना महफ़िल में कहना,
इधर कभी तू उधर न करना।

चाहे तू तो लाख बुरा है,
"रैना" खुद को सिफर न करना।"रैना"

Friday, September 14, 2012

hindi

हिंदी दिवस पर गुजारिश
हिंदी हिंदी
भारत माता के माथे की बिंदी।
ये बिंदी बड़ी प्यारी लगती है,
सबसे अलग न्यारी लगती है।
मगर अब हम नये दौर में प्रवेश कर रहे है,
तभी हिंदी में अंग्रेजी का समावेश कर रहे है।
कुछ हिन्दुस्तानी इस से भी आगे जा रहे है,
बच्चों को हिंदी नही सिर्फ अंग्रेजी पढ़ा रहे है।
मंचों पर हिंदी को बचाने की वकालत करते है,
मगर घर में बीवी से भी अंग्रेजी में लड़ते है।
ऐ मेरे भारत वासियों इतना तो ध्यान करो,
मातरी भाषा हिंदी का न इतना अपमान करो। ......"रैना"

Thursday, September 13, 2012

tuta bhikhra

टूटा बिखरा खुद से भी दूर बहुत
मौला तेरा बन्दा मजबूर बहुत।
दो सिक्के बदले फितरत देखो,
है बेवजह करे शख्स गरूर बहुत।
लूट नशे ने हर तरफ मचाई है,
कैसी जवानी मुखड़ा बेनूर बहुत।
बेईमानी से जिसका है नाता,
"रैना"आज शहर में मशहूर बहुत।।।।"रैना"

Monday, September 10, 2012

ab ye sidd ho rha hai

बेशक अब तो ये भी एकदम साफ हुआ है
चुप रहने वाले काफी घातक होते है।।।।।।"रैना"

aankho se chhalkti

आँखों से छलकती मय,होठों से बिखरते गुल,
ये काफी है दिल की बेचैनी के खातिर। ............"रैना"

anna ji

अन्ना जी मत बनाना राजनितिक दल,
यदि बनाओ गे दल,
कुछ दिन बाद हो जाये गी दलदल,
दलदल में फस जाते है हट्टे कट्टे,
फिर तुम भी बन जाओगे ???????
एक ही थैली के चट्टे बट्टे।।।"रैना" 

sansad nvin jindal

सांसद नवीन जिंदल ?????????
जगह जगह ऊँचा तिरंगा झंडा फहरा रहे है,
सच्चे देश भक्त है लोगों को एहसास करवा रहे है,
मगर कोयला घोटाले में ये पोल खुली,
ये देश भक्त सांसद महोदय भी ?????
 देश को चूना लगा रहे है।।।।।"रैना"

rukh se

मेरी एक ग़ज़ल दोस्तों के नजर है

रूख से जुल्फे झटक हटाते जैसे,
हमको दिलसे तुम न हटाना ऐसे।
तेरा मेरा रिश्ता कुछ ऐसा है,
सांस का जिस्म से है रिश्ता जैसे।
फिर भी बस्ती में अपना रूतबा है,
है मुफ्लिश अपने पास नही पैसे।
खुशदिल हम उल्फत के सौदागर है,
"रैना" के यार नही ऐसे वैसे।।।।।।।।।"रैना"

Sunday, September 9, 2012

wqh mere bhart

विश्व के सब से बड़े लोकतंत्र ,
वाह मेरे भारत???????????
यहाँ जनता की इच्छा दरकिनार कर,
प्रधानमन्त्री ,राष्ट्रपति को कुर्सी,
मेहरबानी स्वरूप दी जाती है।"रैना"

wade tode kasme

वादें तोड़े  कसमें तोड़ी,
उल्फत की तार नही जोड़ी।
साजन बिन हाल मिरा ऐसा,
तडफत जैसे लगड़ी घोड़ी।"रैना"


chlo achchha huaa

चलो अच्छा हुआ बरसा नही सावन,
नही तो सूख जाती मेरी ये आँखें। ......"रैना"

maeri chupi

मेरी चुपी का न मजाक उड़ाओ,
इसकी तो मुझ पे मेहरबानी है।।।।।'रैना"

Saturday, September 8, 2012

maa ko fatkare

बेचारी माँ को फटकारे,
बीवी को तो मस्का मारे,
बेशक अब तो कुछ ऐसे है,
श्रवण बेटे प्यारे न्यारे।।।।"रैना"

Friday, September 7, 2012

koyle ki dlali men

जब से तू मेरे पास नही।
तन्हा जीवन कुछ खास नही,
बदला अंदाज मिरे दिल का,
पानी है पर वो प्यास नही।
जब से खुद को पहचान लिया,
दर्द ए गम का एहसास नही।
उस पर तो है एतबार बहुत,
"रैना" खुद पे विशवास नही। ........"रैना"



vaise ab jnta samjhne lgi hai

वैसे अब जनता समझे है,
कपड़े उजले पहने बैठे,
ज्यादातर है दिल के काले,
एकदम झूठे देश को लूटे।"रैना"

chup rhne unki

वाह क्या खूब है चुप रहने की अदा,
बड़ी सादगी से हर जुर्म स्वीकार करते है।।।।।।।।"रैना" ......

beshak ham to

वाह रे मेरे देश के नेता,
एक तरफ??????????
कोयला घोटाला नही हुआ बताते है,
दूसरी तरफ ???????????
सी बी आई के छापे डलवाते है।
सही मायनों में?????????
मगरमच्छ को बचाने के लिए,
मछलियों को फसाते है।
जनता को बड़े बेहतर ढंग से ??????
बेवकूफ बनाते है।।।।।।।।।।।।।।।।।।।"रैना"


Thursday, September 6, 2012

mere krne se kya

मेरे करने से क्या होगा,
 होता  वो जो उसकी मर्जी।"रैना"

jo bhi haimajbur

सच जो भी है मजबूर हुआ,
वो इक दिन तो मशहूर हुआ।
बादल चाहे है ढक लेता,
पर सूरज कब बेनूर हुआ।
वो गिरता है चलते चलते,
जो भी शख्स है मगरुर हुआ ,,,,,,"रैना"

Wednesday, September 5, 2012


काश दवा मिल जाती,
मेरा दिल टूट गया।"रैना"

kash iska ilaj hota

काश मिले कोई भी,
मेरा दिल टूट गया।"रैना"

lwah meri kismat

वाह री मेरी किस्मत
लोग सोते हम रोते।"रैना"

ghar ka sara

घर का सारा सामां बदला हमने,
पर तेरी तस्वीर हटाये कैसे।"रैना"

teri yaado ki

यादों की खुशबू जब महके,
उझड़े गुलशन में गुल खिलते।
तेरी कमी खलती है मुझको,
यू काश कभी हम तुम मिलते।"रैना"

Tuesday, September 4, 2012

ja rhe teri basti se

जा रहे तेरी बस्ती से ये इल्जाम लेकर,
लोग करते है बदनाम तेरा नाम लेकर,
काश मैं दिखा सकता तुझे जख्मी दिल,
"रैना" जा रहे है दिल में दर्द तमाम लेकर।"रैना"

rajniti me jiska

रुतबा जिसका सियासत में खास हुआ,
फेल हुआ वो पप्पू भी फिर पास हुआ।
वो ही पीठ में अक्सर घोपता खन्जर,
जिस पर हमको ज्यादा विशवास हुआ।
इस महंगाई मज़बूरी ने खून निचोड़ा है,
आज का इन्सान अब जिन्दा लाश हुआ।
"रैना" किस्मत में लिखा दुःख सहना है,
फिर भला बेवजह तू क्यों उदास हुआ। "रैना" 

aadmi se aadmi ko

आदमी को आदमी से क्यों गिला है,
हर किसी को तो नसीब लिखा मिला है। "रैना"


आदमी को आदमी से क्यों गिला है,
हर किसी को तो नसीब लिखा मिला है। "रैना"

Sunday, September 2, 2012

chahe

अरमानों के झूले में तो झूले,
हरगिज त्याग न माँ बाप का भूले। ......"रैना"

har mahfil men

मेरी आँखें हरगिज न कभी रोती,
गर जो तेरी यादें न वफा करती।"रैना"

har mahfil men

मेरी आँखें हरगिज न कभी रोती,
गर जो तेरी यादें न वफा करती।"रैना"

maine apne

तुझसे बिछुड़ के खुद को संभाला है,
लेकिन जीवन एकदम ठहर गया है।"रैना"

तुझसे बिछुड़ के खुद को संभाला है,
लेकिन जीवन एकदम ठहर गया है।"रैना"

bhatk rhe uski tlash


पानी सूखा आँखों से खूं  बरसे,
वो कहते "रैना" क्या चोट लगी है। "रैना"

Saturday, September 1, 2012

sirhane leta beta

कडवी सचाई।।।।।
सिरहाने बैठा बेटा पूछता ??????????
माँ पैर दबा दू।
माँ कहती बेटा पैर नही ?????????
गला दबा दे।
पैरो तक पहुचने की तेरे पास हिम्मत नही।
तेरी बीवी आ जाएगी। ...."रैना"

raina

रैना" तो सच फरमाता है,
यारों में रब नजर आता है।"रैना"

tu to hai

तू है मशहूर सनम,
मैं हूँ मजबूर सनम।
तू सूरज चमके है,
मैं तो बेनूर सनम।
सारे ये कहते है,
तू न रहे दूर सनम।
गर तू रहमत करदे,
हो मिलन जरुर सनम।
तब ही वो भटके है,
"रैना" को फतूर सनम। ......."रैना"

Thursday, August 30, 2012

bharyiy

भारतीय नेता जनता से खूब प्रीति करते है,
तभी तो लाशों पे बैठ कर वोट की राजनीति करते है।
देश के शहीदों का करते इस कदर अपमान है,
देश पर हमला करने वालो को बनाते सरकारी मेहमान है।
देखिये तो अब ये अपना फर्ज कैसे निभा रहे है,
अफजल कसाब को चिकन बिरयानी खिला रहे है।
आतंकवादियों के हौसले बढ़ा रहे है।
फिर भी खुद को देश के सचे हितेषी बता रहे है।
बेशर्मी की भी कोई हद होती है।
भारत माता की जय।।।।।।।।।।।।।।।।।"रैना"

koyle ki dalali me

कोयले की दलाली में मुँहू काला,
मगर ये कहावत झूठी साबित हो रही है,
क्यों यो              
कोयले की दलाली में
नेताओ के थोबड़े लाल पीले हो रहे है।।।।।।।।"रैना"

usko manjil milti

रोशन दीप तभी हो जब जलता है,
उसको मंजिल मिलती जो चलता है,
सारे दिन इक से तो न हुआ करते,
हिम्मत से ही ये वक्त बदलता है।
गम आये तो तू न कभी घबराना,
ठोकर खा कर मानष संभलता है।
"रैना" अब तो हार गया सच जानो,
फिर भी आँखों में सपना पलता है।।।"रैना"

Wednesday, August 29, 2012

mai ranjha

तू राँझा मैं हूँ तेरी हीर सनम,
बेशक तुम हो मेरी तक़दीर सनम।
तुझको भूले ये मुमकिन हो कैसे,
दिल में मढ़ दी तेरी तस्वीर सनम।
भटके है बहुत तलाश न खत्म हुई,
तू मिलने की समझा तदबीर सनम।
तेरी रहमत मुझको बख्शी उल्फत,
तू दानी रैना" फकड़ फकीर सनम। ...."रैना"

jo bhrm tha

जो भ्रम था वो भी टूट रहा,
इन्सां अब खुद को लूट रहा।
हर इक आगे की बात करे,
पर मानष पीछे छूट रहा।
नेता हो पाक न ये मुमकिन,
 अब देश मसीहा लूट रहा।
"रैना"क्या खाक रहे हँसता,
उसका तो मुकदर फूट रहा। "रैना"

Sunday, August 26, 2012

desh mchi uthal puthal

देश में मची उथल पुथल भयंकर लूटमार,
नेताओ द्वारा किया जा रहा थोक भ्रष्टाचार,
हाथों पे हाथ धरे बैठी है निठल्ली सरकार,
गुस्से में जनता सड़कों पे आने को लाचार.
इस बात का सूचक है की देश में क्रांति होगी।
देश भक्तो तैयार हो जाओ.
भारत माता की जय।.................."रैना"


rahul baba

राहुल बाबा ????????
ज्यादा देर न लगाओ,
जल्दी से शादी रचाओ.
या आर एस एस में शामिल हो जाओ,
कुआरा रहना न कांग्रेस का कल्चर है,
इन से तो हो जाती भूल भयंकर है।
ताजा उदहारण एन दी तिवारी।........"रैना"

din nikle jb andhera

सूरज निकले जब अन्धेरा होता,
बेशक हर हाल जिकर तेरा होता।
देखे जलवे हमको एहसास हुआ,
हर शै में तेरा ही बसेरा होता।
आशिक तो करते महबूब की पूजा,
मन मन्दिर में यार का डेरा होता।
इस कोने में जो शाम ढले यारों,
इसके विपरीत कहीं सवेरा होता।
अरमान मिरे होते पूरे "रैना"
काश सनम जो तू रब मेरा होता।........"रैना"

Saturday, August 25, 2012

beshakmai hu

बेशक हम तो है सब जैसे,
पर दोस्त मेरे रब जैसे।..."रैना"

Wednesday, August 22, 2012

kahne ko hm bnwasi

 कहने को हम इन्सान सही,पर इन्सान न हम लगते है,
कमजोर हुई सोचन शक्ति, अब खुद ही खुद को ठगते है।
पढ़ लिख कर गुणवान हुये हम ,पर रहन सहन तो बदल गया,
दौलत के दीवाने अब सब ,दिन रात ही पीछे भगते है।
देखो तो हाल मसीहा का दीन धर्म  इनका पैसा है,
फिर भी हाथ कटोरा इनके,सच शाही भिखारी मंगते है।
गहरे रिश्ते नाते भी अब  ,पैसे पैसे में बिकते है,
बेशक अब ऐसा मौसम है,माँ बाप ही सूली पे टंगते है।.."रैना"

hmne tere didar karne hai

हमने तेरे दीदार करने है जो तेरी इजाजत मिल जाये,
मुफलिस हम भिखारी खैर मांगे महब्बत मिल जाये।
मुफलिस हम भिखारी .........................................
रेत फिसल रही है हाथों से मुझे समझ न मैं सोच रहा, 
मैं जानू जा रहा ओर कही पर कदमों को न रोक रहा,
देखो  मेरी नादानी सोचू बाजार में इबादत मिल जाये।
मुफलिस हम भिखारी .........................................
आजकल हमारी फितरत है सही को गलत हम कहते है,
खुद को तो कभी अजमाते नही गफलत में हम रहते है,
"रैना" ये दुआ हम मांगे है हर रोज ही दावत मिल जाये।
मुफलिस हम भिखारी ........................................."रैना"

 

Monday, August 20, 2012

hath nhi ab dil milana hai

हाथ नही जब दिल मिलते है,
गुल उल्फत के तब खिलते है।
प्यार की गंगा बहने लगती,
ये पत्थर तब ही पिगलते है।
आशिक खुद को धोखा देते,
दिल के जख्म नही सिलते है।
"रैना" शिकवे आज भुला के,
ईद का दिन आ गले मिलते है,....."रैना"

Saturday, August 18, 2012

afwahon se n dra

अफवाहों से न डरा करते,
जुल्म से तो डट के लड़ा करते।
जिसमें शिक्षा की बात न हो,
ऐसी पुस्तक  न पढ़ा  करते।
 वजह रहे तो तकरार करे,
यू  ही बखेड़ा न खड़ा करते।
"रैना" आखिर सूरज निकले,
मन को छोटा न करा करते।.......... "रैना"

mehanat se lkir bnate hai

करमों से ही तक़दीर बने,
जतन करे तब तस्वीर बने।
मुशिकल से टकराने वाला,
बेशक जिंदादिल वीर बने।
सब के हिस्से न इबादत है,
किस्मत से राँझा हीर बने।
काश मिलन हो जाये उससे,
"रैना" ऐसी तदबीर बने।...."रैना"

Sunday, August 12, 2012

gair to bawfa

गैर तो बावफा हो गये,
वो मिरे बेवफा हो गये.
तोहफा ये मिला दोस्तों, 
इश्क में हम फना हो गये..... "रैना" 

Saturday, August 11, 2012

dil se niklte nhi hai,

    गम के सूरज तो छिपते  है,
    पर दिल के दाग न मिटते है. "रैना"
  

tagde kale

तगड़े मोटे मोटे है,
पर दिल के खोटे है,
नेताओं की क्या बात करे,
ये तो सरकारी झोटे है........"रैना"

mel jab bemel

 जब मेल बेमेल होता,
 इन्सान तब फेल होता.
 कोई नही कुछ भी करता,
सब किस्मत का खेल होता.
देवी आँख खुली रखती,,
फिर तो नेता जेल होता."रैना"   

Sunday, August 5, 2012

dost mil jate bahut hath

मिल तो जाते हाथ मिलाने वाले,
कम है दोस्त फर्ज निभाने वाले.
बनते है दोस्त मतलब के खातिर,
मिलते दिल का राज छुपाने वाले......"रैना"




Saturday, August 4, 2012

kamlog jirhe kuchh

 कम ही जीते कुछ करने को,
ज्यादा जीते है मरने को,
जीवन दो पल ऐसे न बिता,
नाम रहे कुछ ऐसा कर जा. "रैना"     

apne ghar men bhi

 अब तो हादसे पेश आ रहे ऐसे,
 अपने घर में रहते अजनबी जैसे,
जीने की कोई ख्वाइश तो नही है,
उसकी मर्जी के बिना हम मरे कैसे."रैना" 
अन्ना जी अब देश भक्ति की आग में ज्यादा न जलो,
अपना लौटा कटोरी उठाओ अपने घर की तरफ चलो,
तुम्हारी टीम ने ही तुम्हारा काम तमाम  कर दिया है,
जी लोगों को जिसका अंदेशा था वही काम कर दिया है."रैना"    

tab naina aansu barsane lge

जब दिल के घर से सामान उठाया,
आँखों ने जम के पानी बरसाया,
फिर हमने भी अपनी जिद्द न छोड़ी,
दोबारा से दिल का घर न सजाया. "रैना"  

mujhe nsib n hui khushi yaro

काश मिले कोई हंसाने वाला,
उजड़े घर में दीप जलाने वाला.
भटके है इस बस्ती के बाशिंदे,
आये  कोई राह दिखाने वाला. "रैना "

tere didar ki talb rhtihai

 दीदार की तलब रहती है,
आँखों से नदिया बहती है. 
तू बेखबर दर्द नही समझे 
जान लाखों दुःख सहती है."रैना "
    

Friday, July 27, 2012

diya to sab kuchh

दिया सबकुछ मगर कुछ फर्क छोड़ा,
हँसा हँसा के तुने नाजुक दिल  तोड़ा.
गिला तुझसे भला हम करते भी  कैसे,
तेरी मेहरबानी जो गम से रिश्ता जोड़ा।"रैना"

ye garnti nhi

ये गारंटी नही के माल टिकाऊ है,
मगर अब यहाँ हर चीज बिकाऊ है।
तू किसी को नसीहत मत देना,
इस बस्ती का हर बच्चा अब ताऊ है।
पैसा ही अब है रिश्तों का आधार,
माँ बाप की भी पसंद पूत कमाऊ है।"रैना"
 

Wednesday, July 18, 2012

jlte mere dil ko

इन्सान को वफादार कह कर ??????????????
गाली मत देना,
वफादार तो कुत्ता होता है।"रैना"

Saturday, July 14, 2012

apne haal se

बरसात क्या है,?????????
बिछडों के आंसूं,
इक मुद्दत से
धरती को मिलने के लिए तडफ रहा आसमान,
दिल हल्का करने को बहा देता है आंसूं।

                                                            "रैना"

Sunday, July 8, 2012

khd ko chhupata rha

जीवन में कुछ हासिल न हुआ,,
मैं उसके भी काबिल न हुआ,
दिल की हसरत पूरी न हुई,
मेरा दिल भी घायल न हुआ."रैना''

वही दिन वही रात है,,
न बनती अभी बात है,
ख़ुशी दूर रहती कही,,
मिली गम की सौगात है।."रैना""

Saturday, July 7, 2012

mangal harn amagla

भले हो हादसा लेकिन भला ये काम हो जाये,
तमन्ना है यही मेरी शहर में नाम हो जाये।.
वही दिन रात की उलझन घड़ी फुरसत नही मिलती,
करे जो करम तू मौला बड़ा आराम हो जाये।....."रैना""

mayawati ne paya

मायावती ने पाया ???????????????
वफा का इनाम,
हर केस हो गया तमाम।"रैना""

Friday, June 22, 2012

sochte hai

गीत
सुन अल्ला अब ये शुभ काम करदे,
जिसकी जिंदगी उसके नाम करदे।
सुन अल्ला अब।..............
उसके नाम से मुझे जाने लोग सारे,
उसका नाम ले छेड़े लोग पत्थर मारे,
सारे शहर में मुझको बदनाम करदे।
सुन अल्ला...................
क्या हस्ती क्या मस्ती क्या बस्ती है,
अब यहाँ जिन्दगी तो बहुत सस्ती है,
इस मंडी  में तू हमें भी नीलाम करदे।
सुन अल्ला अब................................रैना"

teri aankhon me

गीत
नशीली तेरी आँखों में डूब जाने की सोचे,
इश्क में कुछ नया कर दिखाने की सोचे,
इश्क में कुछ..................
यूँ ख्वाब तो हमने बहुत ही सजाये है,
मगर अफ़सोस जख्म ही जख्म खाये है,
अब जख्मों पे मरहम लगाने की सोचे।
इश्क में कुछ।............................
"रैना" अब तो मतलबी जहान सारा है,
शरीफ इन्सान का तो यहाँ न गुजारा है,
गम के मारे अपने घर जाने की सोचे।
इश्क में कुछ।.............................."रैना"

dil ko shi rah pe

                      गीत
दिल को सही रास्ते पे डाला न गया,
उसका दिया हमसे सम्भाला न गया।
दिल को सही ......................
गौर न की मेरी मस्ती नासूर बन गई,
जिसकी थी रहमत उससे ही ठन गई,
पछताये  दाग दिल का काला न गया।
दिल को सही .....................
मंजिल का पता नही राह में भटके है,
यहाँ के न वहां के बीच में ही लटके है,
अरमानों के परिंदे को पाला न गया।
दिल को सही ........................................"रैना"

Friday, June 15, 2012

neta se ptarkar

लोग कहते ???????????
नेता फैलाते भ्रष्टाचार.
नेता कहते ???????????
लोग बेवजह करते तकरार,
भ्रष्टाचार तो है हमारा व्यापार,
अपने व्यापार को बढाने का,
व्यापारी का जन्मसिद्ध अधिकार।"रैना"

Sunday, June 10, 2012

krib dil ke

करीब दिल के आँखों से दूर हो गये,
वक्त का तकाजा था मजबूर हो गये।
करीब दिल के।....................
सोचा भी न था के ऐसा हो जायेगा,
आबाद गुलशन में वीराना आएगा,
इश्क में लगे जख्म नासूर हो गये।
करीब दिल के।............
बन गया है मेरे जीवन का हिस्सा,
इक बरबाद हुई जवानी का किस्सा
सारे शहर में सनम मशहूर हो गये।
करीब दिल के।.............
खता समझे  नासमझी या नादानी,
लाखों ने तबाह करदी है जिंदगानी,
भरी जवानी में चेहरे बेनूर हो गये।
करीब दिल के।............................"रैना"

Friday, June 8, 2012

raste nate

भूल गया रिश्ते नाते सिर्फ माया से प्यार हुआ,
शर्म हया न कोई इन्सां मतलब का शिकार हुआ।
भूल गया ....................
माँ बाप की इज्जत न करे झगड़े ही करता  है,
दो भाइयों का इक चूल्हे पे खाना न पकता है,
अपनों से तो दूरी रखता गैरों पे एतबार हुआ।
भूल गया ....................
दुनिया मंडी पैसे की हर कोई व्यापारी है,
उसके ही सब संगी साथी जिसकी जेब भारी है,
इश्क मोहब्बत का दामन देखो तार तार हुआ।
भूल गया ................................................."रैना"

Sunday, June 3, 2012

desh ki rajni देश समाज से यहाँ कोई भी करता नही प्यार


  बेशक भारत देश की राजनीति की  नही कोई नीति,
जो जितना बड़ा चम्मचा उसको लगे उतनी बड़ी फीति.
अब देश समाज की किसी को नही  कोई चिन्ता फिकर,
राजनेता देश के मसीहा को भी अब माया के संग प्रीति.
युधिष्टर लाज शर्म से सिर झुकाए है खड़ा हाथ मलता,
दुशासन सीना ताने बजाता फिरता है गलियों में सीटी. 
रैना" इक दिन जरुर देश से खत्म हो जायेगा भ्रष्टाचार,
बेशक हमने पहले सौ साल में आजादी की जंग है जीती.........."रैना"

Thursday, May 31, 2012

teri hasti

तेरी हस्ती तेरी बस्ती,
मेरा कोई  न ठिकाना है,
तू मालिक तूने ही रहना,
मैंने तो आना जाना है......"रैना"
good morning ji..............

Wednesday, May 30, 2012

shma ke maniidशमा 

दर्द सीने में छुपाये,
दीप आशा का जलाये,
बैठ उनको ही बुलाये,
वो कभी तो मान जाये......."रैना"

कौन जगह तुम रहते हो,
इतना हमको बतलाओ,
पर्दा दिल पे कहर करे,
मुख से चिलमन सरकाओ......."रैना"

Tuesday, May 29, 2012

gum me bhi गम में भी हम खुश रहते है,कोई कुछ बोले चुप रहते है।  रैना"

गम में भी हम खुश रहते है,
खुद को ही खुद की कहते है। .....raina"

कोई कुछ बोले चुप रहते है।


Monday, May 21, 2012

jhuthh ne hathiya liya

औरों को तो टोके,
खुद को न कभी रोके,
न वतन की चिंता है,
अपने बारे सोचे ,
ये फितरत हम सब की। 
 हम भारत वासी है।
जय हिंद।..............."रैना"

Sunday, May 20, 2012

insani kute

इंसानी भेडीये,
मौका लगते ही,
गरीब का नोचे मॉस।.."रैना"

saf kar lo jo aankho me pani

शौंक से यूँ ख्वाब तो दिन रात देखे,
सिर्फ बातो से न बनती बात देखे,..."रैना"
जख्म दिल पे पैर घायल दर्द होगा,
हाल अपने मत न ये हालात देखे। 

Friday, May 18, 2012

jhuthh ne kbja

 झूठ ने कब्जा किया सच के सिहासन पे,
 कौरवों की नजरे इनायत  दुसाशन पे। ............"रैना"

rat ab din me


बेशक इक दिन जाना होगा,
वापिस न कभी आना होगा।
वो बैठा दरबार सजाये,
अपना हाल सुनाना होगा।...."रैना"

Thursday, May 17, 2012

auro ke gum me

औरों के गम में क्यों शामिल होगा,
होगा जो शामिल वो पागल होगा।
बेवजह करे क्यों कोई हमदर्दी,
पहले ये सोचे क्या हासिल होगा।......."रैना"
सुप्रभात जी ......................good morning

hsn wale wfa nhi

हुस्न वाले वफा नही करते,
दर्द देते दवा नही करते।
वक्त बदला बदल गये सारे,
पात हिलते हवा नही करते।
देख मुशिकल घड़ी बदल जाये,
यार ऐसे हुआ नही करते।
काश पहले रमज समझ आती,
इश्क फरमा खता नही करते।...."रैना"


Wednesday, May 16, 2012

rktchap brh

रक्त चाप बढ़ जायेगा, 
गुस्सा न पालिए,
ईमानदारी को बांध कर    
पुराने बक्से में डालिए.
 वफादारी की बीमारी,
 अगर लगी है जनाब,
इस का भी जल्दी से,
इलाज निकालिए। 
बेशक शहर में झूठा न शोर है,
आजकल तो चोर उच्चको का दौर है। 
इस दौर में वो सफल हो जायेगा,
जो चोरी बेईमानी, झूठ, फरेब,
चापलूसी में अव्वल आएगा।
सुप्रभात जी .................good morning ji





मेरी इक गजल का मुखड़ा पेशे खिदमत है,
तेरे शहर में अब वफा के  फूल न खिले,
हैं आदमी तो बहुत पर इन्सान न मिले।...:रैना"

aaj ham ji bhar ke

तेरे शहर में अब वफा का फूल न खिले,
हैं आदमी तो बहुत पर इन्सान न मिले।...:रैना"

dil ke ghar me

दिल के घर में आग लगी,
अरमानों की पौध जली।
किस्मत का खेल न्यारा,
आधे दिन में शाम ढली।..."रैना"

Tuesday, May 15, 2012

teri yadon ka n shara

 यादों का न सहारा होता,
अपना फिर न गुजारा होता।
यादों के दम से है जिन्दा,
यूँ  चमका  न सितारा होता।
गर मुशिकल पास न रहती,
फिर शख्स न बेचारा होता।
गर जो हुस्न हसीन न होता,
बहका मन न नजारा होता।
"रैना" जीवन भर खुश रहते,
जो तू यार हमारा होता।..........."रैना"

Monday, May 14, 2012

teri rhmat sab

तेरी रहमत सब हासिल है,
वरना बन्दा किस काबिल है।
एहसास मुझे ये सच्चाई,
जीवन में तू तो शामिल है।
हर महफ़िल में तेरी चर्चा,
इक तू चर्चा के काबिल है।
मैं आशिक दीवाना तेरा,
तू मंजिल मेरी साहिल है।
तुझसे वादा कर भूल गया,
पागल रैना" तो जाहिल है।..."रैना"
सुप्रभात जी ..............good morning ji

apna koi khasnhi hai

अपना कोई खास नही है,
खुद पे भी विशवास नही है।
किस्मत ने अक्सर दिल तोडा,
बाकी कोई आस नही है।
सागर के तट पे भी प्यासे,
अब ये कहते प्यास नही है।
"रैना" किससे शिकवा करते,
जीवन आया रास नही है।...."रैना"

Sunday, May 13, 2012

he maa he maa


माँ दिल में जीवन भर रहती,
चोट लगे मुख से माँ निकले।
बच्चा चाहे न न करता है,
पर माँ के दिल से हाँ निकले।
काहे ढूंढे तू मस्जिद में,
 काहे ढूंढे तू मंदिर में,
तेरे घर में बैठा रब है,
रब कहता माँ ही तो सब है।
है माँ के क़दमों में जन्नत 
है माँ के कदमों में जन्नत।.........
जो भी माँ को खुश रखते है,
वो दुःख न कभी भी चखते है,
खुशियाँ उनके आँगन खेले,
सच हर पल खिल खिल हँसते है,
वो रोते न कभी अब तब है।
रब कहता माँ ही...............
है माँ के क़दमों में जन्नत
है माँ के कदमों में जन्नत।......"रैना"






tmnna hai bas itni si

भले हो हादसा लेकिन भला ये काम हो जाये,
तमन्ना है मिरी इतनी शहर में नाम हो जाये।
वही दिन रात की उलझन न सुलझे इक जमाने से,
मिरे मौला यही मकसद अलग अंजाम हो जाये।
नही लगता मिरा ये दिल तिरी बेदर्द बस्ती में,
रही हसरत न अब कोई सुहानी शाम हो जाये।.........."रैना"

Thursday, May 10, 2012

ishak ishk khta sajna

मेरा इक सूफी कलम बताना आप ने बेहतरीन है के नही 
इश्क इश्क तू कहता फिरता,
इश्क तो मसला दिलका है,
इश्क तो दिल की गहराइयों में ,
बाजारों में कब मिलता है।
इश्क न थकता,रोता न हँसता,
मांगे इश्क क़ुरबानी,
क़ुरबानी वो दे सकता,
कदर इश्क की जिसने जानी,
जो इतना मंजूर तुझे,
फिर रख दरिया में पैर,
अल्ला खैर करे अल्ला खैर,
मोला खैर करे मोला खैर।......................."रैना"

Tuesday, May 8, 2012


टूट कर बिखरा हुआ इन्सान है,
रंग बदले खो चूका  पहचान है।
चेहरे पर रोनके है गुल खिला,
घूँघट में सिसकता अरमान है।........"रैना"


tutkar bikhara huaa

टूट कर बिखरा हुआ इन्सान है,
रंग बदले खो चुके  पहचान है।
चेहरे पे रोनके है गुल खिला,
घूँघट में सिसकता अरमान है।........"रैना"




Monday, May 7, 2012

bina niv aasman

कारागरी ओ तेरी कारागरी,
कारागरी ओ तेरी कारागरी,
बिना नीवं आसमान बनाया,
धरती को पानी के ऊपर टिकाया,
हवा के बीच में खुद समा के,
रंग रंगीली है दुनिया घड़ी।
कारागरी ओ तेरी कारागरी,
कारागरी ओ तेरी।................
अजब गजब का खेल रचाया,
सांसों का है चक्कर चलाया,
गिनती की साँसें सबको दीनी,
जीवन के संग है  मौत खड़ी 
कारागरी ओ तेरी कारागरी,
कारागरी ओ तेरी।................
सुप्रभात जी ...........good morning ji

ha jana hai ha jana hai

गैरों के मरने की ख़ुशी हरगिज न कीजिए,
अपने को भी वही जाना है,
ये घर तो किराये का वही तो पक्का ठिकाना है।
हां जाना हां जाना है खाली साथ न कुछ भी जाना है।
हां जाना है, हां जाना है,
फिर लौट के कभी न आना है,
हां जाना है हां जाना है घोर अँधेरा नजर न कुछ आना है। 
हां जाना है हां जाना है।......................
जो राह में दीप जलाना है फिर उससे दिल लगाना है.
हां जाना है हां जाना है।मन को ये समझना है,
जीवन सफल बनाना है हां जाना है, हां जाना है।......."रैना"

vaise hmne bahut tode hai patthr dosto

बन्दा अब पत्थर,
 तोड़े है पत्थर,
सारा घर पत्थर.
 दिल भी है पत्थर,
बन्दों से नफरत,
पूजे है पत्थर, 
शीशे के घर है,
हाथों में पत्थर,
पूछो तो उससे,
क्या कहता पत्थर।
पत्थर से संवरी,
बस्ती है पत्थर.
रैना" क्या पूछे,
बेचे है पत्थर।......."रैना"

Friday, May 4, 2012

kash mile koi

काश मिले कोई तो ऐसा,
जो मेरे  दिल की बात करे,
खबर जमाने की रखता हो,
हमसे सिर्फ मुलाकात करे।
काश मिले ........................
दिल के आँगन में खेले वो,
जैसे हो छोटा सा बच्चा,
दिल का साफ शुद्द पानी सा,
दुनिया से भिन्न हो अच्छा,
मेरी धड़कन में बस जाये,
कल कल हर पल दिन रात करे।
काश मिले ......................."रैना"

khyalo ke jngal men bhatkan

ख्यालों के जंगल में भटकना,
यादों के सूलों का चुबना,
आँखों से दरिया का बहना,
फिर भी कोई  शिकवा न करे,
ये मेरी किस्मत है यारो।........
इस से ज्यादा हम क्या करते ।.."रैना"

o mere desh ke neta

ओ मेरे देश नेता,
पहले बाप अब बेटा, 
नोट वोट सब कुछ लेते ,
बदले में कुछ न देते ,  
चूस रहे है खून बेचारी जनता का,
भ्रष्टाचार के व्यापारी,
अपने देश से करे गद्दारी,
जनता तो रोये बेचारी,
नेताओ ने है शर्म उतारी,
चूस रहे है खून बेचारी जनता का,
युद्द चाहे होता खेल,
नेता का पैसे से मेल,
बेचते  है राशन तेल,
फिर हंस हंस जाते जेल,
चूस रहे है खून बेचारी जनता का,
भारतियों जाग अब जाओ,
भारत की लाज बचाओ,
हाथ से हाथ मिलाओ,
काले अंग्रेजों को भगाओ,
चस रहे है खून बेचारी जनता का।........."रैना"


Thursday, May 3, 2012

yaad rkhne ke kabil maa

याद रखे माँ की बातें 
बेशक होती सौगातें 
जो सर पे माँ का साया,
फिर गम पास नही आते.
उनको हासिल सुख सारे,
माँ के सेवक मुस्काते.
माँ के कदमों में जन्नत, 
रैना"ग्रन्थ  बतलाते.........."रैना"

kash ham bhi diwane

गर हम भी दीवाने होते,
अपने भी अफसाने होते,
बस इक वो मेरा हो जाता,
बेशक बाकी तो बेगाने.
कहने से रिश्ते न बने है,
रिश्तें फकत निभाने होते।  
काश शमा जलती होती,
फिर तो हम परवाने होते।...."रैना"

aadmi ab aadmi n rha

खोये खोये रहते हो,
इतनी पीड़ा सहते हो,
जो तेरी सुनने वाला है,
न उसे अपनी कहते हो।
सुप्रभात जी ..........good morning ji

mere dilpe lgi hai kitni

दिल पे लगी चोटें को अब तो गिनना मुशिकल है, 
आशिक रो रो के कहता इश्क में यही तो हासिल है।
आशिक रो रो के ..............................
इश्क के खेल में देखो ये कैसा है काम हुआ,
जो कुछ भी अपना था वो सब यार के नाम हुआ, 
हाय सुख चैन आराम सब कुछ है खोया,
अब तो जीना भी मोहाल  दुखद है हराम हुआ,
अब पल भर नीद नही आती हो गया दिल पागल है।
आशिक रो रो के।......................................................."रैना"

Wednesday, May 2, 2012

mai khuli

मैं हूँ खुली पुस्तक
 मुझे पढ़ना नही 
आसान फिर भी।"रैना"

sajan se duri

साजन से दूरी,
है क्या मजबूरी,
क्यों हम भूले है,
वो काम जरूरी,
तब हम पछताए,
ढल जाये गी जब,
साँझ संदूरी।
सुप्रभात जी .........good morning ji

ye chki hai hwa

मेरी इक लाजवाब रचना।
अब चली ये हवा,
बावफा बेवफा,
हो गया हो गया.....
क्या खता तू बता,
दी सजा क्यों खफा,
हो गया हो गया.....
सच पता बावफा 
है रजा क्यों दगा।
हो गया हो गया।........."रैना"

Tuesday, May 1, 2012

ham bhi apni

गमगीन अपनी भी कहानी हुई,
बरबाद बदकिस्मत जवानी हुई।
इक बेवफा से दिल लगाना पड़ा,
मुशिकल बड़ी अब तो निभानी हुई।......."रैना"


Saturday, April 28, 2012

ab nye andaj me jine lga hu

मैं अलग अंदाज में जीने लगा हूँ,
मार फूंक छाछ को पीने लगा हूँ.
खेल किस्मत का गिला कैसे करेगे,
बैठ तन्हा जख्म को सीने लगा हूँ........"रैना"



एक और सूफी गीत,
ओ यार दिलबर पर्दानशी,
दीदार तो तेरा करना है,
दिल पे लगे जो भी जख्म,
प्यार की मरहम से भरना है.
दीदार तेरा ..................
क़यामत में जब कोई न था,
तब तेरा असर तो बाकी था,
मैखाने में न रिन्द कोई,
 फिर भी मौजूद साकी था,
मेरी अब तो ये हसरत है,
 तेरे क़दमों में सिर धरना है. 
दीदार तेरा............................."रैना"


Friday, April 27, 2012

दिल के तहखाने से जब सामान हटाया,
यादों के सूखे फूलों में खुशबू महकी.........."रैना"
सुप्रभात जी .................good morning ji 
एक और सूफी गीत
हाथों की लकीरे बदल जाती,
जो यार रहबर मिल जाता,
रहती न कोई भी परेशानी,
खिजा का फूल खिल जाता.
हाथों की लकीरें................
मुझे गुमां न होता हस्ती का,
मैं खुद में सिमट के रह जाता,
जो भी गम दुःख ही मिलता 
उसकी रहमत समझ सह जाता,
डूबा इश्क की मस्ती में,
चुप तंग गली से निकल जाता.
हाथों की लकीरें......................."रैना"


मैखाने में भी प्यासे है,
हिस्से में सिर्फ दिलासे है,
इश्क वफा का ईनाम यही,
इक पल भी चैन न पाते है......."रैना"


maikahne me pyase

मैखाने में भी प्यासे है,
हिस्से में सिर्फ दिलासे है,
बुत क्यों करते धोखाबाजी,
उसने बाहुनर तरासे है........"रैना"

Thursday, April 26, 2012

dekho mai khud se

 तू खुद से मत धोखा करना,
 अपने घर का मौका करना.
ये दिल भटके वीराने में,
इस को अक्सर टोका करना.
हिम्मत से जीवन निखरे है,
तू गम से समझौता करना.
"रैना" किस्मत तो बदले गी,
तू दिल को मत छोटा करना....."रैना"
सुप्रभात जी ................good morning ji

galti hai

           समझो और समझाओ 
यदि  किसी को भ्रम तो ये उसकी गलती है,
वैसे अब भी भारत में गाँधी की ही चलती है.
गाँधी के बिना कुछ भी संभव न बनती बात है,
गाँधी बिन दिन अँधेरे गाँधी संग उजली रात है. 
कविता में गाँधी का मतलब पैसा रुपया नोट है,
जिसके कारण इंसान के मन में आया खोट है.
नोट के आगे योदा वीर बहादुर न कोई खली है,
इस वास्ते हर किसी ने धर्म इमान की दी बलि है.
पैसे के लिए आम आदमी कुछ ऊँचा ही चढ़ गया,
पर देश का मसीहा चार कदम और आगे बढ़ गया.
नोट लेकर अधिकतर जनता नेता को देती वोट है.
तभी वो नेता बनते ही कस लेता एकदम लगौट है.
फिर तो एडी चोटी का जोर साँस रोक रोक लगाता है,
पांच वर्षों में तीन पीड़ियों का कोटा पूरा कर जाता है.
इसलिए जनता को पहले अपना मन समझाना होगा,
अपनी वोट की कीमत समझ कर नेता बनाना होगा.
वरना कुछ दिनों की बात वह दिन फिर आ जायेगा,
मेरा भारत देश काले अंग्रेजों का गुलाम हो जाये गा. .............रैना" 
मेरा एक और सूफी गीत

हम दिल में यार बसाते नही,
 रूह में ही उतारा करते है,
हम उसके सच्चे आशिक है,
यार में रब का नजारा करते है.
यार में रब का नजारा ...........
हम रिन्द दीवाने साकी के,
वो पिलाता और हम पीते है,
ये साँस अमानत है उसकी,
वो कहता तो हम जीते है,
हम उसकी रजा में राजी,
जैसा चाहे गुजारा करते है.
यार में रब का नजारा.............
अपनी तो एक ही हसरत है,
यार सामने हो मैं दीदार करू,
इश्क के दरिया में उतर जाऊ,
फिर टूट के यार से प्यार करू,
यार को खुश करने के लिए,
हम खुद को सवारा करते है.
यार में रब का नजारा..........."रैना'

Wednesday, April 25, 2012

ghar ghar ka rona

घर घर का रोना बच्चें काम नही करते,
शिष्टाचार भूल गये राम राम नही करते.
कड़वा सच हराम का पैसा रंग तो दिखायेगा,
बाप चंडीगढ़ गया तो बेटा मुबेई जरुर जायेगा.
मगर ये भी सच अगर बाप गंगा नहायेगा,
तो बेटा यमुना नहाने के लिए अवश्य जायेगा. 
रैना" बेशक ये तो इतिहास गवाह जगत सच्चाई,
 हंस के पंख लगा के कौआ कभी भी उड़ न पायेगा....."रैना"
सुप्रभात जी .................good morning ji

Sunday, April 22, 2012

mere dil ke chhale

दिल न टूटे मौत आये अच्छा,
टूटना दिल का नही सह पाते....."रैना


kash hme tu aankh

काश मुझे आँख न नम देता,
गर गम देता कुछ कम देता.
मिलने की हसरत थी   मेरी,
यूँ न  जुदाई  का   गम   देता......"रैना"

Saturday, April 21, 2012

darde judai vo jane

दर्दे जुदाई तो वो जाने,
जो परदेशों में बसते है,
तन्हा बैठे रोते हरदम,
महफिल में चाहे हसते है......"रैना"

बेशक गुल तो न कभी खिलता,
गुलशन उजड़े वीराने में,
अपना भी गैरों में शामिल,
जबजाता घर बेगाने में........"रैना"

गाँधी जी हसीनो से ऐसे नाक लड़ोगे तो लोग नोट से उतरवा देगे.

saki ne rukh mod

साकी ने मुख मोड़ लिया है,
हमने भी नाता तोड़ लिया है.
उस को गैरों से कब फुरसत,
हमने दिल को जोड़ लिया है......."रैना"

ye mat puchho

ये मत पूछो तुम कैसी हो,
हुस्ने मलिका के जैसी हो..
आँखों में है तेरी सूरत,
दिल के अन्दर आ बैठी हो...."रैना"

Friday, April 20, 2012

ye mere andar kon bolta hai

मेरे दोस्तों इसको जरुर पड़े मनन करे.

मेरे भीतर कोई निरंतर बोले है
पर वो अपना राज न खोले है.
उसके दम से मेरा जिस्म डोले है,
मन मेरा उड़ता लेता हिचकोले है.
बेशक जोर सब ने लगाया है, 
कोई फिर भी जान न पाया है.
कोन कहाँ किघर से यहाँ आया है.
किसी ने  क्यों चक्कर चलाया है,
कहते सब उसकी काया माया है,
उस जादूगर को कोई देख पाया है.
इसका जवाब किसी के पास नही है,
फिर ये सिद्द हो गया वो रहता यही है.
उसी के चाँद सूरज धरती आग समुंदर,
मगर वो बैठा रहता साफ मन के अंदर.
इसलिए रैना" तू मत भटक न दूर जा,
अपने मन को तू साफ शुद्द घर बना.
वो खुद आकर उसमें बैठ जाये गा.
तेरे जीवन को फूल जैसा महकाएगा....... "रैना"

Thursday, April 19, 2012

himat dekh raste

मेरे युवा दोस्तों के लिए खास पेशकश 

देख हिम्मत रास्ते बनते चले जाते 
कारवा गम के नही रुकते चले जाते,
जाग राही मत उलझ इस जाल बंधन में,
सर उठा के देख सर झुकते चले जाते. ......"रैना"

khub andaje tasvir

खूब अंदाज ए तस्वीर है,
मस्त महकी तकदीर है,
इंसान के पास और है क्या,
इक हंसी तो उसकी जगीर है...."रैना"
क्या खूब ये तस्वीर है,
महकी हुई तकदीर है,
या मुस्कराने का सबब 
दिल में उठी वो पीर है. 
बेशक हंसी तदबीर है. 

miya aan bso mere mn


अम्बे रानी मेरी माँ,
ज्योत वाली मेरी माँ,
चली आओ मइया जी चली आओ.
चली आओ मइया .................
अब छा गया घना  अन्धेरा है,
कोई संगी साथी अपना न मेरा है,
दर्श दिखा दो मेरी माँ,
दुःख मिटा दो मेरी माँ,
चली आओ मइया जी चली आओ.
अम्बे रानी मेरी माँ ......................
तेरे प्यार का रंग चढ़ा मइया,
भक्त ध्यानु सा हमें बना मइया,
 आशा कर दो माँ पूरी,
इतनी अब रखो न दुरी,
चली आओ मइया जी चली आओ.
अम्बे रानी मेरी माँ..................."रैना"
सुप्रभात जी .............जय माता की

hamtuko pukara krte

बिछुड़े गे तुम से याद बहुत आये,
दिल में न रहे हम रूह में उतरे गे......"रैना"



desh ki bat


वक्त का है तकाजा यही 
देश की बात होती नही,

gardan ktwane

गर्दन कटवाने की बात करे है,
ऊँगली पे चोट लगी खाना छोड़ा."रैना"

teri aankho ko dekhne ke bad

डूबे तेरी आँखों में
हम तो फिर उबर न पाये,
अब साथ चले तू मेरे 
जैसे हो  गहरे साये......."रैना"

khud men khoye

करते न गिला चुप ही सहते,
दुःख तो है फिर भी खुश रहते,
दिन में दिल पर करते काबू,
तन्हा शब में  चश्में बहते........"रैना"


Wednesday, April 18, 2012

maut se nhi darna hai

मौत से मत डरे,
काम ऐसा करे,
मौत लग के गले,
सुबकती रो पड़े......"रैना"

तय  इक दिन सूखे गा,
टहनी  से पत्ता टूटे गा.
फिर तो तेज हवा आयेगी,
साथ उड़ा कर ले जाये गी......"रैना"
 

dali se ptta

तय  इक दिन सूखे गा,
टहनी  से पत्ता टूटे गा.
तेज हवा चलती आयेगी,
साथ उड़ा कर ले जाये गी......"रैना" 
  

Tuesday, April 17, 2012

किसी को क्या बताना,
समझना,समझाना है,
आजकल का तो खाओ,
खिलाओ का जमाना है,....."रैना"
जिसने घर है बरबाद किया, 
हमने उसको ही याद किया,
माली  रूठा  दिल  है  टूटा,
"रैना"चमन न आबाद किया............"रैना"

dil me apne dard chhupa

दिल में दर्द छुपा के रखते,
लब पे फूल सजा के रखते.
बेशक उनको मिलती मंजिल,
"जो भी आस लगा के रखते......"रैना"



Monday, April 16, 2012

mera bhart mhan

मेरा भारत देश महान,
यहाँ सब उल्टा ही होता है,
बेईमान गुलछरें उडाता है,
इमानदार सुबक सुबक के रोता है.
बेशक नेता तो झूठ तोलते है,
मगर यहाँ के यंत्र भी झूठ बोलते है.
जिस दिन मौसम विभाग बरसात न होने की बताता है,
उस दिन इंद्र देव पानी जरुर बरसाता है.
प्रधान मंत्री कहते महंगाई घट रही है,
यहाँ जनता की छाती फट रही है.
बाबे भक्तों को माया से दूर रहने की बताते है,
मगर खुद बाबे हर रोज करोड़ों रूपये कमाते है.
हमारी संस्कृति कहती तन से कपड़ा नही हटाना है,
हीरोइने कहती है हमें तो सब कुछ दिखाना है.
वैसे माँ बाप की सेवा करना लडकों का धर्म है,
लडके कहते बुजुर्गों को साथ रखने में आती शर्म है.
देखिये भ्रष्टाचार मिटने का हमने भीड़ा उठाया है,
मगर भ्रष्टाचार तो हमारे खून में ही समाया है.
बाबु जी आफिस में रिश्वत लिए बिना कलम न हिलाते है,
घर में बच्चे बाबु जी को खूब टांका लगते है.
भारत में तो आम आदमी का निकल रहा तेल है,
क्योकि यहाँ अब सारा सिस्टम ही पूरी तरह फेल है.
नैतिकता का पतन हुआ अब कोई न ठिकाना है,
देखिये तो नातिन से शादी कर रहा नाना है.
हाय राम अब तो तुने ही बचाना है................"रैना"



Sunday, April 15, 2012

sajan more bole n mnwa udas

सजन जी,
 बसते मन के पास,
मोह से बोलत नाही,
मनवा बहुत उदास.
सजन जी ...............
समझ आई गलती मोरी,
तोड़े है वादें कसमें तोड़ी,
पी संग प्रीत लगाई नाही,
बैरी दुश्मन के संग जोड़ी,
देखा सारा जग अजमा के,
अब पी मिलन की आस.
सजन जी ..............."रैना"
सुप्रभात जी ...........good morning ji

Saturday, April 14, 2012

मेरा हर कर्म जमाने के लिए,
सब खोया कुछ पाने के लिए.

meri udasi ka shbab

 मेरी उदासी का शबब तू है खफा,
इतना बता हमसे हुई क्या वो खता,
जो बावफा का दम भरा करते कभी,
अब क्यों हुये है वो यकायक बेवफा......."रैना"
मेहनत लगन उस पे विश्वास करे,
जीवन महकाने का प्रयास करे,
बेशक उसने बख्शे है कुछ लम्हें,
इन लम्हों में ही कुछ पल खास करे..."रैना"
सुप्रभात जी ...........good morning ji


jmane ki hwa bdli

जमाने की हवा बदली,
वफा बदली खता बदली,
किसी को कुछ कहे कैसे,
सभी ने तो अदा बदली...."रैना"

Thursday, April 12, 2012

देखे तो मेरी मज़बूरी,
झूठी करता हूँ मशहूरी,
जिसका दर है मंजिल मेरी,
उससे कर ली मैंने दूरी.

मुझे यार मनाना नही आया,
आँखों में तो उतार लिया,
पर दिल में बसना नही आया.
मुझे यार मनाना.............
 ये मेरा सूफी कलाम है.."रैना"

dekhe to meri majburi

देखे तो मेरी मज़बूरी,
झूठी करता हूँ मशहूरी,
जिसका दर है मंजिल मेरी,
उससे कर ली मैंने दूरी..........."रैना"

antar aatma ki aawaj suni jaye

भूल कर भी करे मत खता ऐसी,
जिन्दगी के लिये जो सजा जैसी.
सुप्रभात जी            good morning ji

Tuesday, April 10, 2012

mere dil men dard hota rhta

दर्द सीने में दफन है,
दर्द की मरहम कफन है...."रैना"

mera khun kholta rha gya

तुम चेहरे से चिलमन हटा लेते,
फिर हम पीने का मूड बना लेते,
जो तुम शमा बन के जल जाते,
हम परवाने भी खुद को जला लेते....."रैना"

teri julfon ki gliyon me

तेरी जुल्फों की गलियों में मेरा दिल खो गया,
मुझको भी  खबर न हो पाई मैं  तेरा हो गया.
इक मुद्दत से तेरे इंतजार मैं तो बैठा जागता,
आके तेरे आगोश में मैं गहरी नींद में सो गया......"रैना"

ye apni kismat

ये मेरी किस्मत फूलों ने खिलना छोड़ा,
मस्त हवा चलती पत्तों ने हिलना छोड़ा,
जो कल तक मर मिटते थे हम पे यारों,
गर्दिश के दिन में उन्होंने  मिलना छोड़ा...."रैना"

Sunday, April 8, 2012

aadmi se preshan

आदमी से परेशान है आदमी,
खो गया दीन ईमान है आदमी.."रैना'

tanha lgti maaaaaaahfil hai

तन्हा लगती ये महफिल है,
तुझ बिन रोता मेरा दिल है,
तुझको गैरों से कब फुरसत
दीवाना आशिक पागल है....."रैना"

aesa gulashan

ऐसा गुलशन आबाद करे,
महके गुल दुनिया याद रखे,..."रैना"

jindgi tujhse gila hai,

बिछुड़े दो दिल है जब मिलते,
वीरान चमन में गुल खिलते.
आशिक के हिस्से  अनहोनी 
चलती न हवा पत्ते हिलते............."रैना"

Saturday, April 7, 2012

jame jahr hans

जामे जीवन हंस के पीना,
रो के जीना भी क्या जीना.
फूलों सा हो खिलता मुखड़ा,
चाहे जख्मों से छलनी सीना..."रैना"

gati apni svikar krna

जीने का बेहतर ढंग हो,
दुनिया से तो अलग रंग हो.
उसके बन्दों से प्यार करे,
पर खुद से मुसल्सल जंग हो....."रैना"
सुप्रभात जी ............good morning
मुसल्सल -निरन्तर 

Thursday, April 5, 2012

kash ham bhi

काश हम भी बेईमान होते,
काम के सफल इंसान होते.
खूब चलती झूठ की दुकान,
इस कद्र न बंद दुकान होते.
ऊँचा होना था रुतबा हमारा,
शहर के खास मेहमान होते.
लक्ष्मी रहती फिर घर मेरे,
हम दुखी न ही परेशान होते.
खूब देते दान गरीबों को,
हम दानी सेठ दयावान होते.
बीवी बच्चें करते खुशामद,
उनके लिए हम भगवान होते.
होती न हमें आगे की चिंता,
काश हम उससे अनजान होते. ...."रैना"

Wednesday, April 4, 2012

ye khna galt mai kuchh bhi bhul

हमको तो अफ़सोस यही है,
खुद को समझ नही पाये है,
जिनको हमने समझा अपना,
वो अपने  गैर पराये है....................."रैना"

tu bewfa teri yaad

ओ बेवफा इतना बता,
किस बात पे है तू खफा,
मुझको समझ आती नही,
हमसे हुई क्या वो खता.
तूने निभाई ही नही,
ये याद क्यों करती वफा.
इक बार तो हमको बता,
हम से हुई क्या वो खता.
मेरा कसूर नही सनम,
क्यों दी मुझे इतनी सजा.
"रैना"तलाश रहा कहां,
मिलता नही उसका पता........"रैना"

maa ki mamta aapar

सूरज की पहली किरण हवा जैसी.
माँ की ममता आपार खुदा जैसी,
खिदमत को तैयार वफा की देवी,
माँ की लोरी भी यार दुआ जैसी.........."रैना"

Monday, April 2, 2012

kochh apna fikr krle


उसका भी जिकर करे.
कुछ अपना फिकर करे,
समझे जीवन क्या है,
लम्हों की कदर करे............."रैना"
सुप्रभात जी,..............good morning

उसको ही दूरी कहते है,
जब दिल से दूरी होती है,
साजन से बिछुड़ी ऐ सजनी,
तू क्यों यूं छम छम रोती है,
साजन से दूरी होती जब,
मोहब्बत गूढ़ी होती है,......"रैना"


tera hone ka dil karta

खुद में खोने को दिल करता,
तेरा होने को दिल करता,
अब दूरी सहना मुश्किल है,
"रैना" रोने को दिल करता..."रैना"

Saturday, March 31, 2012

aprail ful ke din

अप्रैलफूल के दिन
 प्रवण दा ने डुगडुगी बजाई,
सामने खड़ी हो गई मंहगाई.
बोली बताओ जी प्रवण भाई,
हमारी याद क्यों है आई,
हमने तो पहले ही ऊँची छलांग लगाई,
जनता तो पहले ही बहुत घबराई.
ओहो मुझे याद आई,
अप्रैलफूल मना रहा मेरा भाई.
प्रवण दा आगे से बोले दुहाई है दुहाई,
हमने कभी अप्रैलफूल न मनाया है,
सच में हमने तेरा कद और ऊँचा बढ़ाया है.
हमने तेरे साथ दिल लगाया है,
जनता क्या जनता तो रोती है,
जनता तो किसी की न होती है.
इसलिए तू मत घबरा,
बिना सोचे समझे ऊपर चढ़ती जा.
तुझे पता है 2014 के चुनाव आने वाले है,
हमें तय करना है हम जाने वाले है....हाँ हाँ हाँ अप्रैलफूल........"रैना"

jiwan

दोस्तों मैं हर दिन किसी एक विषय पर सीरिज में व्यंग कहने जा रहा हु
देश समाज किसी भी विषय पर यदि आप व्यंग चाहते है तो जरुर बताये
आज का विषय है "जीवन"
अब जीवन चौसर का खेल है,
निसन्देह हर मेल ही बेमेल है,
हर किसी को है पैसे से मतलब,
अब तो घर भी लगे तिहाड़ जेल है.
चिंता ने खीँच दी है चेहरे पे लकीरे,
महंगाई ने निकाला बंदे का तेल है.
ख़ुशी तो अब नजदीक न फटकती,
मगर गम सस्ते लगी हुई सेल है.
चोर उच्चका हर क्लास में हो पास,
इमानदार वफादार हर जमात में फेल है.
"रैना" जीवन के बारे तू क्या करे बात,
अपना जीवन तो जैसे पैसेंजर रेल है..............................."रैना"

hamko to gam yhi hai

बेशक हमको तो गम यही  है,यही है,
तुझको हम से मुहब्बत नही है,नही है,
तुझको हम से..............................
तुम मेंरी दलील को झूठा मानते हो,
मेरी वफा को भी फरेब ही जानते हो,
कसम से मैं जो कहता वो सही है सही है.
तुझको हम से..............................
तुझको गैरों से पल भर फुरसत नही है,
फिर अपनी भी तो रोने की आदत नही है,
ये बात मैंने दुखी हो कर ही कही है,कही है..........."रैना"

Friday, March 30, 2012

mai hu bahut preshan

मैं हु बहुत परेशान,
सुन दाती दयावान,
मरुस्थल में भटक रहा है मेरा मन,
मेरी मां मैंने तो करने है तेरे दर्शन.
मेरी माँ जय जय माँ जय जय माँ माँ......
मेरी माँ मेरी माँ................................
देखा अजमा के मैंने दुनिया का सहारा माँ,
मतलब पड़ा सब ने कर लिया किनारा माँ,
मन बहुत घबराया, दर तेरे मैं आया,
अब सब कुछ हवाले तेरे तन मन धन .

मेरी माँ जय जय माँ जय जय माँ माँ......
मेरी माँ मेरी माँ................................
मेरे मन का माँ अब बोझ तू उतार दे,
पापी रैना" की माँ बिगड़ी तू सवार दे,
माँ करेगी इशारा,काम बन जाये सारा.
रहे गी न बाकी कोई भी उलझन.

मेरी माँ जय जय माँ जय जय माँ माँ......
मेरी माँ मेरी माँ................................"रैना"
सुप्रभात जी ...........जय जय माँ जय जय माँ