Saturday, September 29, 2012

bewqt teri yad

बेवक्त तेरी याद ने दी दस्त्तक,
अफ़सोस मेरे पास रुमाल न,
आंसू पोछे तो कैसे।
आंसू रोके तो कैसे। ..."रैना" 

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