टूटा बिखरा खुद से भी दूर बहुत
मौला तेरा बन्दा मजबूर बहुत।
दो सिक्के बदले फितरत देखो,
है बेवजह करे शख्स गरूर बहुत।
लूट नशे ने हर तरफ मचाई है,
कैसी जवानी मुखड़ा बेनूर बहुत।
बेईमानी से जिसका है नाता,
"रैना"आज शहर में मशहूर बहुत।।।।"रैना"
मौला तेरा बन्दा मजबूर बहुत।
दो सिक्के बदले फितरत देखो,
है बेवजह करे शख्स गरूर बहुत।
लूट नशे ने हर तरफ मचाई है,
कैसी जवानी मुखड़ा बेनूर बहुत।
बेईमानी से जिसका है नाता,
"रैना"आज शहर में मशहूर बहुत।।।।"रैना"
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