मेरी मज़बूरी को तू समझ नही सकता,
तेरा मुफलिसी से कभी पाला न पड़ा है.
मेरे नसीब में है गरीबी की गहरी खाई,
तेरा नसीब अमीरी के ऊँचे टीले पे खड़ा है."रैना"
गोकुल की गलियों में,
ढुढत है राधे घनश्याम,
पी की प्रीत में हुई भावरी,
रटत है श्याम श्याम,
गोकुल की गलियों में.......
काहे नाता तोड़ गये हो,
मोहे तन्हा छोड़ गये हो,
सीने पे गहरा घाव लगा के,
जिगर से खू निचौड़ गये हो,
साजन के संग प्रीत लगा के,
राधा हो गई है बदनाम.
गोकुल की गलियों में ........"रैना"
सुप्रभात जी ....................good morning ji
ਟੂਟੇ ਦਿਲ ਦੀ ਦਵਾ ਨਾ ਕੋਈ ਯਾਰਾ,ਦਵਾਈਯਾਂ ਭਾਵੇ ਲਖ ਸਜਨਾ,
ਜਿਨੇ ਇਸ਼ਕੇ ਦਾ ਭੈੜਾ ਰੋਗ ਲਾ ਲਿਆ,ਓਹ ਰੁਲੇ ਜਿਵੇ ਕਖ ਸਜਨਾ."ਰੈਣਾ"
tute dil di dwa na koi yara dwaaiyan bhave lakh sajna,
jine ishke da bhaida rog la liaa oh rule jive kakh sajna."raina"
दिल तो बेकरार हो रहा है,
अब मेरा प्यार रो रहा है,
रोती आँखें चुप करा जाओ,
आ जाओ साजन आ जाओ.
आ जाओ साजन न्न्नन्न्न्न
आ जाओ..................
दशहरा दीवाली गई होली आई,
ऋतू बसंत देखो बहार महकाई,
श्यामा आ राधा को रंग लगाओ.
आ जाओ साजन आ जाओ.
आ जाओ साजन न्न्नन्न्न्न
आ जाओ..................
अब सनम सही जाती न दुरिया,
कुछ समझो दिल की मजबूरियां,
तड़फे है दिल न और तडफाओ.
आ जाओ सजन आ जाओ.
आ जाओ साजन न्न्नन्न्न्न
आ जाओ.................."रैना"
जाने फिर भी अनजान बने,
बेशक हम है नादान बने,
तरकीबें तो बहुत ही बनाते है,
मगर जैसा चाहे वो वैसा नाचे है,
मगर जैसा चाहे.......................
दिन निकला बेदर्द रात हुई, मगर खत्म न लम्बी बात हुई,
मुसल्सल जारी है वो चक्कर,
हाय साजन से न मुलाकात हुई,
निरंतर आते मुसाफिर जाते हैं,
मगर जैसा चाहे......................."रैना"
सुप्रभात जी ..................good morning ji
दीप जैसे मुसल्सल जलता रहा,
मैं सूरज न फिर भी ढलता रहा.
मैं सूरज न फिर ...................
कुछ पाया न मैंने सब खो दिया,
दिल में पीड़ा हुई तो मैं रो दिया,
बैठा पछताता हाथ मलता रहा.
मैं सूरज न फिर ................
तूने समझी न मेरी मजबूरियां,
और जान के बढ़ा ली है दूरियां,
मंजिल दूर सही मैं चलता रहा.
मैं सूरज न फिर ...................
"रैना" वो शाम जब ढल जाएगी,
तुझको तब उसकी याद आएगी,
अब तक खुद को खुद छलता रहा.
मैं सूरज न फिर ..................."रैना"
बेशक दोस्त तो खुदा होते,
बिछुड़े दिल से न जुदा होते
दोस्ती फकत इबादत बंदगी,.
दोस्त हरगिज न बेवफा होते.
"रैना' दोस्ती का करता दावा,
ये अफ़सोस फर्ज न अदा होते."रैना"
जब तलक है जिन्दगी चैन तो मिलता नही,
मुरझाई दिल की कली फूल तो खिलता नही,
उसकी शरण में आ प्यारे बहार आ जाएगी,
खिल जाये मुरझाई कली बगिया महकाएगी."रैना"
सुप्रभात जी ......................good morning ji
माफ़ कर देना मेरी नादानी,
मैंने प्रीत की रीत नही जानी.
माफ़ कर देना.....................
भूल गये हम प्यार की रस्में,
याद न रखे करार वादें कसमें,
झूठी मस्ती में जिंदगी मस्तानी.
माफ़ कर देना.....................
रह न जाये कोई हसरत बाकी,
जाम पिला ऐसा तेरे हो साकी,
हो जाये चन्दन मेरी जिंदगानी.
माफ़ कर देना.....................
भीड़ बुतों की लगा हुआ मेला,
"रैना"फिर भी तन्हा है अकेला,
कोई अपना नही हर शै बेगानी.
माफ़ कर देना.....................
सुप्रभात जी ................good morning
Thursday, February 23, 2012
उसको कबूल तेरी फरियाद हो,
तेरे ख्वाबों का शहर आबाद हो,
हम तेरे लिए यही मांगते दुआ,
तुझे जन्म दिन मुबारखबाद हो."रैना"
जीना मर्यादा में रह के,
जीवन चन्दन जैसे महके,
इसमें कोई झूठ नही है,
सुख तो मिलता है दुःख सह के.
ज्यादा बोले बात बिगडती.
बेशक बात बने चुप रह के."रैना"
सुप्रभात जी cood morniong ji
इतना आसान नही जीना,
मुशिकल जीवन अमृत पीना.
अब इन्सान परेशान दुखी,
जख्मों से छलनी है सीना.
वो बैठा है मन के अन्दर,
खोजन का तू सीख करीना.
जब साजन से लगन लगे है,
ये जीवन है बनत नगीना."रैना"
गुड मोर्निग जी .......................
हमको इस लिए कोई फिकर नही,
इस अफसाने अपना जिकर नही."रैना"
Tuesday, February 14, 2012
लोगों के अन्दाज निराले ,
मुख उझले है दिल के काले.
घर के अन्दर शौर करे है,
बाहर निकले लब पे ताले.
उठते के तो साथ चले है
गिरते को कोई न संभाले
आशिक के हिस्से में आये
आंसू आहे दिल के "छाले."रैना
के अन्दाजलोगों निराले,
मुख उझले है दिल के काले.
घर के अन्दर शौर करे है,
बाहर निकले लब पे ताले.
उठते के तो साथ चले है
गिरते को कोई न संभाले
आशिक के हिस्से में आये
आंसू आहे दिल के "छाले."रैना