Sunday, September 30, 2012

दोस्तों एक और प्यारी, 
न्यारी ग़ज़ल पेशेखिदमत है।

तुझसे नैना यू न लड़े हैं,
हम तो सादेपन पे मरे हैं।
जीवन दे मौत तिरी मर्जी,
हाथों में कासा ले खड़े है।
राहे इश्क बड़ी ही मुशिकल,
इस रस्ते दिलदार चले हैं।
आदम न तभी मरना चाहे,
हर दिल में अरमान पले हैं।
अन्धेरा फिर तो छट जाता,
मन में जब भी दीप जले है।
साजन की याद बहुत आये,
"रैना"जब ये शाम ढले हैं। ..."रैना"

ye kli dobara

नेक कर्म से जीवन मिलता,
गुल दोबारा कम ही खिलता,
आओ जीवन को महकाये,
मकसद अपना सफल बनाये।
जोड़े सारे टूटे धागे,
मन में सोई उल्फत जागे।
मस्त हुये पी नाम प्याला,
रैना" फेरे मन की माला।  ...."रैना"
जय जय माँ अम्बे .......सुप्रभात जी

Saturday, September 29, 2012

ghri nind son chhode

गहरी नींद सोना छोड़े,
प्रभू चरणों से मन जोड़े।
काहे चिंता सौ वर्षों की,
जीवन के तो दिन हैं थोड़े।
शक्ल किसीकी देख न हंसना
उसके ही सब काले गौरें।
कैसे फिर कल्याण हो तेरा,
उसके के दर से मुख मोड़े।
रैना"उसको याद तू रखना,
मत सोना तू बेच के घोड़े। ....."रैना"

anhai me hamne

तन्हाई में हमने कुछ न करा है,
दिल के कोने में याद सजाई है,
रैना"तेरी याद वफा है करती
बस अफ़सोस यही तू हरजाई है।"रैना"

bewqt teri yad

बेवक्त तेरी याद ने दी दस्त्तक,
अफ़सोस मेरे पास रुमाल न,
आंसू पोछे तो कैसे।
आंसू रोके तो कैसे। ..."रैना" 

beasar har bdduaa

बेअसर हो  हर बददुआ
जो साथ में माँ की दुआ।
हर रोग तो जड़ से मिटे,
माँ की दुआ ऐसी दवा।
अब त्याग माँ का भूलते,
क्या इस जमाने को हुआ।
माँ से रखे वो फासला,
रैना"नही करता खता।

ik duje ko sab

मैंने इसको  तूने उसको,
जैसा मौका लगता जिसको,
इक  दूजे को सब ने लूटा,
ये तो सारा शहर है झूठा।
ये तो सारा ................
झूठे हैं ये खून के रिश्ते,
कोड़ी कोडी में अब बिकते,
जिसकी जेब भरी रहती है,
उसके साथ ही लम्बे टिकते।
जिसको वक़्त पटक मारे तो,
उससे अपना तन भी रूठा।
ये तो सारा ................
कहने को भीड़ लगा मेला,
बन्दा फिर भी तन्हा अकेला,
जिसने अपनी रूह को मारा,
वो ही अब दौलत में खेला,
देख जमाने की हालत को,
"रैना"का अब दिल है टूटा।
 ये तो सारा ................"रैना"

Friday, September 28, 2012

aine kisi kotoka hi nhi

जान परेशान रहे हैरान बहुत,
हैवान बने है अब इन्सान बहुत।
मेरी वफा की कौन गवाही देगा,
दोस्त हो जाये बेईमान बहुत।
जीवन इतना आसान नही होता,
भूचाल कभी आते तूफान बहुत।
महल किसी का टूटे मन का मंदिर,
हैं रह जाते अधूरे अरमान बहुत।
बेशक खुद  को भी जान नही पाया,
"रैना"कहता उसको है ज्ञान बहुत। ..."रैना"

aasan bahuit

आसान बहुत शोर मचाना,
अति मुश्किल है कर के खाना।
है बेहतर सिमट के रहना,
तू खुद को बढ़ के न दिखाना।
रत्ती भर भी झूठ नही है,
गन्दा खाये काग सयाना।
सच तेरी औकात क्या है,
उसने ही रचा ताना बाना।
उठते के तो सब ही साथी,
गिरते को बेझिझक उठाना।
दिल मंदिर को तोड़ दिया है,
आशिक का तो दर्द न जाना।
"रैना"अब तो जीना मुश्किल,
मरने का अब खोज बहाना।  "रैना"

mai khuli kitab

काश किताब पढ़े तो कोई,
मुझ से प्यार करे तो कोई।
मैं दिल कदमों में रख दूगा,
मुझ पे यार मरे तो कोई।
मैं भी उसके साथ चलू गा,
 दरिया पार करे तो कोई।
खाकी वर्दी का डर सबको,
उसका खौफ डरे तो कोई।
"रैना"तप कर सोना निखरे,
 दर्दे इश्क जरे तो कोई। ......"रैना"



Thursday, September 27, 2012

o gam me shamil

जो गम में शामिल न हुआ,
वो दोस्त काबिल न हुआ।
जिसके मन में कालापन,
प्यार उसे हासिल न हुआ।
कुछ तो नेक बचे बाकी,
शहर सारा कातिल न हुआ।
लोग बदलते मौसम से,
"रैना" तो जाहिल न हुआ। ....."रैना"

desh ko aajadi

देश को आजाद करवाने के लिए????
अनेको ने दी क़ुरबानी,
लड़ी मरी आजाद हिंद फ़ौज,
चम्मचों की तब भी मौज थी,
आज भी है मौज,
प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नही होती,
"रैना" की क्या सही है खोज। ..."रैना" 

wah bhkt singh wah

वाह
शहीदे आजम भगत सिंह,
आप तो अंग्रेजों से लड़ गये,
हँसते हँसते सूली पे चढ़ गये,
जीवन भारत माँ के नाम कर गये।
और हमें देखिये हम?????????
आप का आदर कितना करते हैं,
इन्कलाब जिन्दाबाद कहने से भी डरते हैं।
शहीदे आजम धन्य तेरी माँ???????
जिसने तुझे जन्म दिया है,
भारत माँ के खातिर तुझे जवान किया है।
वैसे आज की माँ???????????
आजादी का मतलब तो समझाती है,
मगर बलिदान किसी और का बेटा दे ये चाहती है।
शहीदे आजम भगत सिंह हमें तुझ पे नाज है,
तेरी शान में नतमस्तक सारा भारत समाज है।।।।।।"रैना"

Wednesday, September 26, 2012

spna hote

मैंने तुझे अपना बनाना है,
उजड़ा चमन फूल  महकाना है।"रैना"
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी को
 80वे जन्म दिन की बधाई हो,
प्रधानमंत्री जी एक अनुरोध?????
मनमोहन जी आप तो हो गये अस्सी के,
आप का अब क्या???????????
आप उनके बारे में सोचो,
जो क्वारे हो गये पच्चीस तीस बत्तीस के।
उन्हें जन्म दिन का तोहफा दो नौकरी।
नौकरी के बिना मिलती नही छोकरी।
नौकरी तो है उनका हक़,
वैसे इसमें नही कोई शक,
क्वारों की बद दुआ बड़ी खतरनाक होती।
वैसे भी शनि आप पर भारी है।
ये सलाह हमारी है,
आगे मर्जी तुम्हारी है।।।।।।। "रैना"


bemaut mrne ki

सिर्फ जोड़ तोड़ तिकड़म ही लड़ाते हैं,
कुर्सी को नेता बहुत नीचे गिर जाते है।
जनता के दुःख से उन्हें कुछ नही लेना,
वो तो खुद के नेता अपने लिए कमाते हैं।
 अफ़सोस तो बस इसी बात का है यारों,
निपट चम्मचे देश के रहनुमा बन जाते हैं।
बेशक नेता एक ही थैली के है चट्टे बट्टे,
सिर्फ दिखाने को एक दुसरे को घुराते हैं।
अजीब बेशर्म बेईमान धोखेबाज ये मंगते,
पांच साल में एक बार भीख मांगने आते हैं।
"रैना" ये बात भी तो गौर करने के काबिल है,
हम ही तो चोर उच्चको को नेता बनाते है।  ..."रैना"






Tuesday, September 25, 2012

bechari aurt

बेचारी औरत पहले जंगल में लकड़ी बिनती,
फिर रसोई गैस सिलेंडर को लाइन में लगती,
जंगल खत्म सरकार ने सिलेंडर किये महंगे
महंगाई में आटा गीला कैसे बने रोटी।
अब बैठी खुद को कोसती अपने हाल पे रोती,
फिर कभी सोचती काश मैं सोनिया गाँधी होती।  ..."रैना"

dusre ki majburi ka fayda

हमको इतनी फुरसत ही कब यारों,
हम अपने गम से उलझे रहते है।.."रैना"

दोस्तों के नज़र
देखो इतना फर्ज निभाते दोस्त,
मज़बूरी का लाभ उठाते दोस्त,
दिल से दिल की तो रखते है दूरी,
वैसे बढ़ कर हाथ मिलाते दोस्त।
बीमारी में कोई पास न फटके,
वैसे जनाजे में तो आते दोस्त।
झट से गिरगट जैसे रंग बदलते,
धोखा देते कब शरमाते दोस्त।
"रैना"तू छोड़ गिला उनसे करना,
उसके घर से बन कर आते दोस्त। ...."रैना"



rha gai hai meri adhuri hasrat

तेरा फकत इशारा होता,
मेरा मस्त गुजारा होता,
हम हो जाते आशिक तेरे,
तुझको फिकर हमारा होता,
मझदार का डर तो दूर कही,
मेरे पास किनारा होता।
हम आ जाते तेरी महफ़िल,
जो  इक बार पुकारा होता।
"रैना"करता इबादत उसकी,
फिर तो तू भी तारा होता।  ....."रैना"

beshak jo bhi pyar krte

बेशक जो भी प्यार करे हैं,
दुःख सहता बेमौत मरे है,
उसको कुछ और न याद रहे,
इश्क का जो भी पाठ पढ़े है। ...."रैना"

Monday, September 24, 2012

holibhali janta ka dil

बेटी बचाओं बेटी बचाओं मचा शोर है,
हर कोई बेटी बचाने में लगा रहा जोर है।
क्यों बेटी को किसलिए बचाया जाये,
तंदूर में जलाने के लिए,
दहेज की बली चढ़ाने के लिए,
मंडी में बिकवाने के लिए,
होटलों में नग्न नचाने के लिए,
रखैल बनाने के लिए,
या कोठे पे रंग जमाने के लिए।
बेशक कोई काम चलाया या रोका जाता है,
हर जगह बेचारी बेटी को ही परोसा जाता है।
ये अजीब है कमाल देखा,
बेटी का बुरा हाल देखा।
बेटी पे निरंतर अत्याचार हो रहा है,
सारा देश लम्बी ताने सो रहा है।
जो जन्म ले चुकी उसे मिटाया जा रहा है,
अफ़सोस अजन्मी को बचाया जा रहा है।
बरपा बेवजह का हंगामा है,
 लगाना कही और निशाना है।
जिस देश में महिलाओ को 33%आरक्षण नही मिला,
जिनके होठों पर समाज के टेकेदारों से गिला।
उस देश में बेटी बचाने की बात,
हो गई है दिन में जैसे रात।
इसलिए बेटी के ठेकेदारों ज्यादा शोर न मचाओ,
जो जन्म ले चुकी उसे बचाओं।
अजन्मी को फिर कोई नही मारेगा। ...."रैना"


aek ho jaye

एस डी कालेज अम्बाला कैंट में 23 सितम्बर को
आयोजित इंडो पाक मुश्यारे में नामी शायरों ने
अपनी पुरानी रचनाएँ पढ़ कर खूब वाहवाही लूटी।
वैसे मेरे जैसे गुमनाम शायर की ऐसे मुशायरे को
 सुनने के लिए जाने की भी औकात नही है।
 मैंने इस मुशायरे को ध्यान में रख कर एक रचना
 लिखी है मैं आप की खिदमत में पेश कर रहा हूँ।

गर थोड़ा सा सावधान हरएक हो जाये,
और नेताओं को बीच में से निकाल दे,
फिर तो भारत पाकिस्तान एक हो जाये।
बेशक इसमें अब कोई तर्क न वितर्क है,
नेताओं ने किया दोनों देशों का बेड़ा गर्क है।
ये आग मुल्ला, पुजारियों ने भी लगाई है,
और धर्म के ठेकेदारों ने ये दूरियां बड़ाई  है।
दूसरे बड़े देश दोनों देशों को उलझा रहे है,
दोनों को हथियार बेच कर खूब पैसा कमा रहे है। 
 दोनों देशों के नेताओ को समझ तो आता है,
इसलिए नासमझ क्योकि स्विस बैंक में खाता है।
दोनों देशों के नेताओं कलाई मरोड़ने की न बात करो,
वक्त की पुकार टूटे हुए धागें जोड़ने की बात करो।
वरना ये मगरमच्छ देर न लगाये गे,
मौका लगते ही दोनों को निगल जायेगे।।।।।।।"रैना"

Saturday, September 22, 2012

ai jab se kalamm

जब से कलम का दीवाना हो गया हूँ,
अपने हाल से  बेगाना हो गया हूँ,
लोग कहे अब तो फकीर मुझे यारो,
वैसे मैं अदद खजाना हो गया हूँ।।।"रैना"

karm kre chhode

ये सेमी ग़ज़ल है, मन के भाव है,
 मात्राओ का ध्यान नही रखा है।

सौ मन चूहे खा हज चली बिल्ली देखे,
नेता अब जनता की उड़ाते खिल्ली देखे,
भारत माँ की इज्जत अब राम भरोसे,
देश के रहनुमा बन गये शेखचिल्ली देखे।
महंगाई की आग में जल रहा तन बदन,
जनता ने सीने पे रखी बर्फ की सिल्ली देखे।
दो वक्त की रोटी भी मुशिकल से नसीब,
बेशक बहुत दूर हो गई अब तो दिल्ली देखे।
सबर की ताकत अब तो खत्म होती जा रही,
"रैना"को इंतजार कब उखड़े गी किल्ली देखे। .."रैना"

Friday, September 21, 2012

ham tarsa rhe haye tdf rhe

मेरे प्रिय दोस्तों ये ग़ज़ल मेरे जिगर का टुकड़ा है,
 आप की खिदमत में पेश करता हु।

तरस रहे हाये तड़फ रहे तेरे दीदार नही होते,
औरों पे नजरे कर्म करे हम पे उपकार नही होते।
मेरे दिल पे क्या गुजर रही लब न खुले है बेहतर यही,
कैसे कह दू दावे से धोखेबाज तो यार नही होते।
इश्क इबादत यार करे बेदर्द जमाना क्या जाने है,
मौत नही आती तब तक  जब तक नैना चार नही होते।
तुझसे मिलने की हसरत जीने का मकसद अरमान यही,
सच तेरी रहमत के बिन तो गुलशन गुलजार नही होते।
रैना" जो तेरा आशिक था अब रिंद हुआ तू है साकी,
भर भर के जाम पिला हमको जब तक उस पार नही होते। ...."रैना"


Thursday, September 20, 2012

गुम सुम रहने की आदत हो गई है,
अब तेरी याद  इबादत हो गई है।
महफ़िल में अब मेरा दिल न लगे है,
तन्हाई से मोहब्बत हो गई है।
जिसमें खाना उसमे ही छेद करे,
इन्सान की ऐसी फितरत हो गई है।
बेशक मेरा जीवन महके गुल सा,
"रैना" को तुझसे उल्फत हो गई है।।।।।"रैना"
वाह मेरी नादानी
 उससे भी निभा न सके,
जिसने बख्शी हमको
यूँ हर दौलत यारों। "रैना"
हर लम्हा यादों के संग गुजरता,
वैसे कहने को तन्हा है हम तो।"रैना"

Wednesday, September 19, 2012

ham hindu ham hundu

हम हिन्दू हम हिन्दू ?????
सब ने शोर मचाया हैं,
क्या कभी आप किसी ने कोई हिन्दू बनाया हैं।
उंच नीच जात पात छुआ छात????
कर बहुतो को भगाया हैं,
फिर उनको ईसाईयों,मुसलमानों ने गले लगाया है,
क्या कभी आप किसी ने कोई हिन्दू बनाया हैं।
बेशक भारत हिन्दू देश है,
मगर हिन्दुओं को छोड़ सब के लिए छूट विशेष हैं।
यहाँ देश के अभिन्न अंग कश्मीर से हिन्दुओं को उजाड़ा जाता है,
मगर हिन्दुओं का ठेकेदार कोई भी न आगे आता है,
जो आता है वो गड्याली आंसू बहाता है,
गले तो आंतकवादियों को ही लगाता है।
वैसे कहने को गाय हमारी माता है,
इस गाय माता का रखवाला अब विधाता है।
यहाँ हिन्दुओं को दिखा दिखा कर कुछ गौ मास खाते है,
मगर हम उनका कुछ भी न बिगाड़ पाते हैं।
क्योकि हमारे खद्दरधारी नेता उनके पीछे खड़े नजर आते है।
देखिये ये हमारे नेता औरों को तो जोड़ते है,
मगर हिन्दुओं को निसंकोच तोड़ते है,
हमें तोड़ तोड़ कर वोट बटोरते है।
फिर अकेले का अकेले का खून निचौड़ते हैं।
इसलिए हिन्दुओं संभल जाओ,
और ज्यादा धोखे न खाओ।
उंच नीच का फर्क मिटाओ,
सब को गले से लगाओ,
सीमाए लाँघ भारत को महाभारत बनाओ।
गर्व से जय हिंद का नारा लगायो।।।।"रैना"

Tuesday, September 18, 2012

soniya amma

सोनिया अम्मा????
ममता दीदी रूठ गई,
अब क्या होगा,
कोयले की दलाली में मुहं काला,
पेट्रोल डीजल ने जनाजा निकाला,
रसोई गैस महंगी साथ बड़ी महंगाई,
जनता को रास नही आई एफडीआई,
सोनिया बोली कुछ करो मनमोहन भाई,
प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह जी,
अब हम क्या कर सकते है माई,
अब तो जनता से ही आस लगाई।
हमने तो बहुत कुछ किया है,
भ्रष्टाचार में रिकार्ड बना दिया है।"रैना"

muddt se dil ko

मुद्दत से दिल सम्भाला है,
बच्चे सा इसको पाला है।
दुनिया की बदली हालत ने,
होठों पे जड़ दिया ताला है।
चमके मुखड़ा उजले कपड़े,
बेशक वो दिल का काला है।
संभल के पीना महफ़िल में,
तेरा दुश्मन हम प्याला है।
रैना" में भी मिलती मंजिल,
जो दिल में तेरे उजाला है।।।।"रैना"


Monday, September 17, 2012

bal kvita

बाल कविता .......बाल श्रमिक
मेरे पढ़ने खेलने के दिन???
मैं एक होटल में झूठे बर्तन साफ कर बिता रहा हूँ,
छोटा हूँ फिर भी घर का बोझ अपने कन्धों उठा रहा हूँ।
फुटबाल पतंग बैट बाल कुछ न मेरे पास है,
देखो फिर भी मेरा मन न बिलकुल उदास है।
एकदम शांत हूँ मैं मेरी कोई चाह न प्यास है,
मगर मुझे फिर भी उस पे पूरा विशवास है।
मेरा मालिक बात बात पे मुझे डांट पिलाता है,
कभी कभी मुझ पर हाथ पैर भी चलाता है।
मगर कभी पास बैठा कर समझाता है,
अरे बच्चे जो तू अब काम में ध्यान लगाएगा,
तो बड़ा होकर किसी होटल का बैरा बन जाएगा।
मैं इसी आस के दम से जी रहा हूँ,
हर अपमान को अमृत समझ पी रहा हूँ।
मैं इस से ज्यादा सोच भी नही सकता।
बाल श्रमिक जो ठहरा । ...."रैना"

ye mat socho iska

चलते चलते एक ग़ज़ल पेश है

मत सोचो लोग कहेगे क्या,
सोचो हम कर्म करे गे क्या।
चढ़ती गिरती मकड़ी देखे,
हम इतनी बार चढ़ेगे क्या।
औरों से तो लड़ते अक्सर,
खुद से इस कदर लड़ेगे क्या।
चारागर से पूछत रोगी,
अब दिल के जख्म भरेगे क्या।
अरमानों से  हसरत पूछे,
रैना" बेमौत मरे गे क्या ....."रैना"

khair vo

क्या जरूरत है हसीन तस्वीर लगाने की,
कही तुझे नजर न लग जाये जमाने की।"रैना"

khair vo hme kyo

दूर तलक ढूंढ़ती इन आँखों को इंतजार किसका।"रैना"

hammayus the

हम मायूस है अपनी तक़दीर देख कर,
पर दिल झुमा तुम्हारी तस्वीर देख कर।।।"रैना"

yar labh lai sohna

इक सूफी कलाम पेश है,

शाम ढल जाये हो जब रात,
सजन बहुत याद आये,
जब दूतों से होगी मुलाकात,
सजन बहुत याद आये।
सजन बहुत याद .............................
याद आये साजन का पहला प्यार वो,
वादें कसमें न भूले करार इकरार वो,
जब मालूम पड़े अपनी औकात।
सजन बहुत याद .............................
चीख चीख कर फिर सब को बुलाये रे,
कैसी मज़बूरी कोई पास नही आये रे,
रैना" पूछे न कोई भी तेरी बात।
सजन बहुत याद ............................."रैना"

Saturday, September 15, 2012

jangl kaat

जंगल काट दिये,
लकड़ी न मिल पायेगी,
हुई रसोई गैस महंगी,
माँ रोटी कैसे बनायेगी,
अब लगता बात न बन पायेगी,
ये महंगाई जान लेकर जायेगी ,
चलो अब भूखे ही सोते है,
जितनी देर जागते ???????
मनमोहन सरकार  को रोते हैं।  "रैना"

honi ka tu

होनी का तू फिकर न करना,
अपने गम का जिकर न करना।

जो कहना महफ़िल में कहना,
इधर कभी तू उधर न करना।

चाहे तू तो लाख बुरा है,
"रैना" खुद को सिफर न करना।"रैना"

Friday, September 14, 2012

hindi

हिंदी दिवस पर गुजारिश
हिंदी हिंदी
भारत माता के माथे की बिंदी।
ये बिंदी बड़ी प्यारी लगती है,
सबसे अलग न्यारी लगती है।
मगर अब हम नये दौर में प्रवेश कर रहे है,
तभी हिंदी में अंग्रेजी का समावेश कर रहे है।
कुछ हिन्दुस्तानी इस से भी आगे जा रहे है,
बच्चों को हिंदी नही सिर्फ अंग्रेजी पढ़ा रहे है।
मंचों पर हिंदी को बचाने की वकालत करते है,
मगर घर में बीवी से भी अंग्रेजी में लड़ते है।
ऐ मेरे भारत वासियों इतना तो ध्यान करो,
मातरी भाषा हिंदी का न इतना अपमान करो। ......"रैना"

Thursday, September 13, 2012

tuta bhikhra

टूटा बिखरा खुद से भी दूर बहुत
मौला तेरा बन्दा मजबूर बहुत।
दो सिक्के बदले फितरत देखो,
है बेवजह करे शख्स गरूर बहुत।
लूट नशे ने हर तरफ मचाई है,
कैसी जवानी मुखड़ा बेनूर बहुत।
बेईमानी से जिसका है नाता,
"रैना"आज शहर में मशहूर बहुत।।।।"रैना"

Monday, September 10, 2012

ab ye sidd ho rha hai

बेशक अब तो ये भी एकदम साफ हुआ है
चुप रहने वाले काफी घातक होते है।।।।।।"रैना"

aankho se chhalkti

आँखों से छलकती मय,होठों से बिखरते गुल,
ये काफी है दिल की बेचैनी के खातिर। ............"रैना"

anna ji

अन्ना जी मत बनाना राजनितिक दल,
यदि बनाओ गे दल,
कुछ दिन बाद हो जाये गी दलदल,
दलदल में फस जाते है हट्टे कट्टे,
फिर तुम भी बन जाओगे ???????
एक ही थैली के चट्टे बट्टे।।।"रैना" 

sansad nvin jindal

सांसद नवीन जिंदल ?????????
जगह जगह ऊँचा तिरंगा झंडा फहरा रहे है,
सच्चे देश भक्त है लोगों को एहसास करवा रहे है,
मगर कोयला घोटाले में ये पोल खुली,
ये देश भक्त सांसद महोदय भी ?????
 देश को चूना लगा रहे है।।।।।"रैना"

rukh se

मेरी एक ग़ज़ल दोस्तों के नजर है

रूख से जुल्फे झटक हटाते जैसे,
हमको दिलसे तुम न हटाना ऐसे।
तेरा मेरा रिश्ता कुछ ऐसा है,
सांस का जिस्म से है रिश्ता जैसे।
फिर भी बस्ती में अपना रूतबा है,
है मुफ्लिश अपने पास नही पैसे।
खुशदिल हम उल्फत के सौदागर है,
"रैना" के यार नही ऐसे वैसे।।।।।।।।।"रैना"

Sunday, September 9, 2012

wqh mere bhart

विश्व के सब से बड़े लोकतंत्र ,
वाह मेरे भारत???????????
यहाँ जनता की इच्छा दरकिनार कर,
प्रधानमन्त्री ,राष्ट्रपति को कुर्सी,
मेहरबानी स्वरूप दी जाती है।"रैना"

wade tode kasme

वादें तोड़े  कसमें तोड़ी,
उल्फत की तार नही जोड़ी।
साजन बिन हाल मिरा ऐसा,
तडफत जैसे लगड़ी घोड़ी।"रैना"


chlo achchha huaa

चलो अच्छा हुआ बरसा नही सावन,
नही तो सूख जाती मेरी ये आँखें। ......"रैना"

maeri chupi

मेरी चुपी का न मजाक उड़ाओ,
इसकी तो मुझ पे मेहरबानी है।।।।।'रैना"

Saturday, September 8, 2012

maa ko fatkare

बेचारी माँ को फटकारे,
बीवी को तो मस्का मारे,
बेशक अब तो कुछ ऐसे है,
श्रवण बेटे प्यारे न्यारे।।।।"रैना"

Friday, September 7, 2012

koyle ki dlali men

जब से तू मेरे पास नही।
तन्हा जीवन कुछ खास नही,
बदला अंदाज मिरे दिल का,
पानी है पर वो प्यास नही।
जब से खुद को पहचान लिया,
दर्द ए गम का एहसास नही।
उस पर तो है एतबार बहुत,
"रैना" खुद पे विशवास नही। ........"रैना"



vaise ab jnta samjhne lgi hai

वैसे अब जनता समझे है,
कपड़े उजले पहने बैठे,
ज्यादातर है दिल के काले,
एकदम झूठे देश को लूटे।"रैना"

chup rhne unki

वाह क्या खूब है चुप रहने की अदा,
बड़ी सादगी से हर जुर्म स्वीकार करते है।।।।।।।।"रैना" ......

beshak ham to

वाह रे मेरे देश के नेता,
एक तरफ??????????
कोयला घोटाला नही हुआ बताते है,
दूसरी तरफ ???????????
सी बी आई के छापे डलवाते है।
सही मायनों में?????????
मगरमच्छ को बचाने के लिए,
मछलियों को फसाते है।
जनता को बड़े बेहतर ढंग से ??????
बेवकूफ बनाते है।।।।।।।।।।।।।।।।।।।"रैना"


Thursday, September 6, 2012

mere krne se kya

मेरे करने से क्या होगा,
 होता  वो जो उसकी मर्जी।"रैना"

jo bhi haimajbur

सच जो भी है मजबूर हुआ,
वो इक दिन तो मशहूर हुआ।
बादल चाहे है ढक लेता,
पर सूरज कब बेनूर हुआ।
वो गिरता है चलते चलते,
जो भी शख्स है मगरुर हुआ ,,,,,,"रैना"

Wednesday, September 5, 2012


काश दवा मिल जाती,
मेरा दिल टूट गया।"रैना"

kash iska ilaj hota

काश मिले कोई भी,
मेरा दिल टूट गया।"रैना"

lwah meri kismat

वाह री मेरी किस्मत
लोग सोते हम रोते।"रैना"

ghar ka sara

घर का सारा सामां बदला हमने,
पर तेरी तस्वीर हटाये कैसे।"रैना"

teri yaado ki

यादों की खुशबू जब महके,
उझड़े गुलशन में गुल खिलते।
तेरी कमी खलती है मुझको,
यू काश कभी हम तुम मिलते।"रैना"

Tuesday, September 4, 2012

ja rhe teri basti se

जा रहे तेरी बस्ती से ये इल्जाम लेकर,
लोग करते है बदनाम तेरा नाम लेकर,
काश मैं दिखा सकता तुझे जख्मी दिल,
"रैना" जा रहे है दिल में दर्द तमाम लेकर।"रैना"

rajniti me jiska

रुतबा जिसका सियासत में खास हुआ,
फेल हुआ वो पप्पू भी फिर पास हुआ।
वो ही पीठ में अक्सर घोपता खन्जर,
जिस पर हमको ज्यादा विशवास हुआ।
इस महंगाई मज़बूरी ने खून निचोड़ा है,
आज का इन्सान अब जिन्दा लाश हुआ।
"रैना" किस्मत में लिखा दुःख सहना है,
फिर भला बेवजह तू क्यों उदास हुआ। "रैना" 

aadmi se aadmi ko

आदमी को आदमी से क्यों गिला है,
हर किसी को तो नसीब लिखा मिला है। "रैना"


आदमी को आदमी से क्यों गिला है,
हर किसी को तो नसीब लिखा मिला है। "रैना"

Sunday, September 2, 2012

chahe

अरमानों के झूले में तो झूले,
हरगिज त्याग न माँ बाप का भूले। ......"रैना"

har mahfil men

मेरी आँखें हरगिज न कभी रोती,
गर जो तेरी यादें न वफा करती।"रैना"

har mahfil men

मेरी आँखें हरगिज न कभी रोती,
गर जो तेरी यादें न वफा करती।"रैना"

maine apne

तुझसे बिछुड़ के खुद को संभाला है,
लेकिन जीवन एकदम ठहर गया है।"रैना"

तुझसे बिछुड़ के खुद को संभाला है,
लेकिन जीवन एकदम ठहर गया है।"रैना"

bhatk rhe uski tlash


पानी सूखा आँखों से खूं  बरसे,
वो कहते "रैना" क्या चोट लगी है। "रैना"

Saturday, September 1, 2012

sirhane leta beta

कडवी सचाई।।।।।
सिरहाने बैठा बेटा पूछता ??????????
माँ पैर दबा दू।
माँ कहती बेटा पैर नही ?????????
गला दबा दे।
पैरो तक पहुचने की तेरे पास हिम्मत नही।
तेरी बीवी आ जाएगी। ...."रैना"

raina

रैना" तो सच फरमाता है,
यारों में रब नजर आता है।"रैना"

tu to hai

तू है मशहूर सनम,
मैं हूँ मजबूर सनम।
तू सूरज चमके है,
मैं तो बेनूर सनम।
सारे ये कहते है,
तू न रहे दूर सनम।
गर तू रहमत करदे,
हो मिलन जरुर सनम।
तब ही वो भटके है,
"रैना" को फतूर सनम। ......."रैना"