Tuesday, November 29, 2011

radha rani ji

राधा रानी कृष्ण जी से शिकायत करती हुई पूछ रही है,
माखन को चुराने वाले माखन चोर,
तुम दिल भी चुराने लगे आजकल,
सच सच ये बता तू है कोन तू,
कैसे खेल दिखाने लगे आजकल.
माखन को चुराने वाले................
तेरी मुरली की ऐसी जादूगरी,
तूने मोह लिया सारे संसार को,
हर जीव है तडफे तेरे दीद को,
हर गोपी है तरसे तेरे प्यार को,
तू करता फिरे है ठिठोलियाँ,
मुझे क्यों यु सताने लगे आजकल.
माखन को चुराने वाले................"रैना"

wqt se bekhabar

वक्त से बेखबर क्या बहाना होगा,
मगर ये तो तय हर हाल जाना होगा.
करम होगे  जैसे भी हमारे यारों,
फ़कत उसके हिसाब से ठिकाना होगा.
फ़िक्र आगे की भी कर लेनी चाहिए,
वर्ना चक्करों में उलझ जाना होगा.
घड़ी चार थी बची सिर्फ दो ही बाकी,
"रैना" अब उससे दिल लगाना होगा."रैना"
सुप्रभात जी .....................good morning
वो लुट कर ले गये सब कुछ,
मेरे पास बचा यादों का खजाना है,
इसी खजाने के दम से"रैना"
मैंने अब तो तन्हा जीवन बिताना है........"रैना"

शहर की भीड़ में खो गये हो,
पत्थर दिल तुम हो गये हो.
सूरज निकला उठ गये सारे,
गहरी नींद में तुम सो गये हो.
तुम  तो ऐसे हरगिज नही थे,
फिर क्यों काफ़िर हो गये हो."रैना"

dil ke kone me

दिल के कोने में अब भी उठता धुँआ,
वैसे मुद्दत हो गई चिराग बुझे हुये,
बरकरार आँखों में अक्श हु ब हु वही,
यूँ तो जमाना गुजर गया मिले हुये."रैना"

Monday, November 28, 2011

bhart desha me

भारत देश में,
 कुछ ऐसा ही गोरख धंधा है, 
चोरों के गले फूलों की माला,
इमानदारों के गले फांसी का फंदा है.
जो करोडो अरबों हजम कर गये,
उन्हें सरेआम बचाया जा रहा है,
देश भक्त इमानदार,
 किरण बेदी को फसाया जा रहा है.
अब कहने लगा आम बन्दा है,
वास्तव में भारत में कानून अन्धा है."रैना"

Sunday, November 27, 2011

jyada

 दूर की न सोच ज्यादा पास की न सोच,
गैर की न सोच ज्यादा खास की न सोच,
इस सोच सोच में सोच रह जायेगी,
तू सोचता रहेगा वो कह जायेगी.
 बात कह  जायेगी.......................... रैना"
चाहे काँटों का दामन थाम लीजिये,
मगर पत्थरों को न फूलों का नाम दीजिये."रैना"
जब से तुझ पे फ़िदा हुआ है,
दिल जिस्म से जुदा हुआ है."रैना"
 मान्निद शमा के  न पिघलना सीखा,
 यूँ मौसम की तरह न बदलना सीखा.
बेशक फना होते लोग इक बार गिर के,
हमने तो गिर गिर कर है संभलना सीखा. "रैना"





लिखने में गुजार दी मैंने उम्र तमाम,
फिर भी लिखना आया न उसका नाम."रैना"
हम कब किसी को पत्थर मारते है,
हम तो पुजारी  आरती उतारते है."रैना"
क्यों पत्थरों को हथियार बना रहे हो,
पत्थर तो होते है पूजने के लिए."रैना"
इसे पत्थर मत कह मेरे दोस्त
श्रदा से देख मेरी माँ नजर आएगी."रैना"

jl to jate mager

हम जल तो जाते मगर शमा न जली कोई,
थम गई सांसें अफ़सोस बात न चली कोई.
नामुराद इश्क के किस्मत में लिखे है धक्के,
"रैना" जिसे नापा नही ऐसी बची न गली कोई."रैना" 

ham to tumse

हम तुम से मोहब्बत करते,
जैसे खुदा की इबादत करते.
तेरे दिल की तो तू  ही जाने,
यूँ तेरे नैन तो शरारत करते.
तेरे काले गेसू तो तौबा तौबा,
खुल जाये रात कयामत करते."रैना"

jis se karte pyar bahut

बेशक जिससे दिलो जां से करते हम प्यार बहुत,
बेवजह वो तो बात बात पे करते है तकरार बहुत.
दिल से दिल मिलाने वाले यार दिलदार न मिलते,
मिल जाते है बेशुमार हाथ मिलाने वाले यार बहुत.
कपटी दगेबाज फरेबी महफ़िलों में खिलखिला रहे,
देखो"रैना"जैसे सच्चे आशिक तो बैठे बेजार बहुत."रैना"

Saturday, November 26, 2011

kragri o teri karagri

कारागरी ओ तेरी कारागरी............
कारागरी ओ तेरी कारागरी..........
बिना नींव आसमान बनाया,
धरती को पानी के ऊपर टिकाया,
हवा के बीच में खुद ही समा के,
दुनिया रंग रंगीली तैयार करी.

कारागरी ओ तेरी कारागरी............
कारागरी ओ तेरी कारागरी..........
चाँद सूरज और बनाये तारें,
चक्करों में है डाल दिये सारे,
आग पानी पेड़ पहाड़ बना के,
धरती माँ की झोली भरी.

कारागरी ओ तेरी कारागरी............
कारागरी ओ तेरी कारागरी..........
लाख चौरासी जीव बनाये,
जोड़े बना के आगे बढ़ाये,
गिनती के साँस सब को दिये है,
जिन्दगी के संग मौत खड़ी.

कारागरी ओ तेरी कारागरी............
कारागरी ओ तेरी कारागरी.........."रैना"

सुप्रभात जी ..........good morning ji

Thursday, November 24, 2011

desha ke rahbro

सावधान
देश के नेताओं होश करो,
 जनता परेशान बहुत है,
महंगाई इस कदर बढ़ रही
त्राहि त्राहि मची जनता हैरान बहुत है,
अभी तो शरद पवार का जबड़ा ही हिलाया है,
फ़िलहाल पिक्चर का ट्रेलर ही दिखाया है.
गर अपने रंग में आई जनता,
 तुम्हे पूरी पिक्चर दिखायेगी,
फिर तो कई जबड़े टूटेगे,
दिल्ली की सदन हिल जाएगी."रैना"



सड़कों पे उतर आएगी
क्योकि नादान बहुत है.
थपड घूसों से शुरू किया काम,
हथियार उठा लेगी शैतान बहुत है.
घोटाले करना,घर भरना,
काला धन जमा करना छोड़ दो,

hatho se kam

दिनभर हाथों से काम लेना,
मगर उसका नाम लेना. 
करना नेक कर्म तू सारे,
सर पे न इल्जाम लेना.
कोई ठोकर खा के गिरे तो,
बढ़ कर उसको थाम लेना. 
करनी नही खोटी कमाई,
मेहनत के ही दाम लेना.
बददुआ से बच के रहना,
चाहे दुआएं तमाम लेना.
"रैना"जिसका आशिक है तू
नाम उसका सरेआम लेना. "रैना"

mai sagar ke krib

सागर के करीब भी तशनाकाम रहा हूँ,
जीती हर जंग फिर भी नाकाम रहा हूँ.
वैसे खता से मैंने अक्सर रखी है दूरी,
फिर भी मैं सारे शहर बदनाम रहा हूँ.
लोगों ने बेवजह ही पाल लिया शक,
वैसे मैं इन्सान तो इक आम रहा हूँ.
मेरी फितरत से वाफिक नही है कोई,
रैना सरेआम होके भी गुमनाम रहा हूँ. "रैना"   तशनाकाम=प्यासा  

tera hi jikar hai

सुबह की चिंता न शाम की फिकर है,
सनम अपने घर तो तेरा ही जिकर है.
तुझे देखने को तरस रही आँखें मेरी,
इतना तो बता यारा तू कहाँ किधर है.
बहुत तलाशा मगर मुझे नही मिला,
किस गली मोहल्ले में बता तेरा घर है.
बड़ा ही मुश्किल होता है तेरा दीदार,
दिल के पास तू इतनी मुझे खबर है.
तेरी रजा में राजी तेरा ही जनून है,
मालिक तूने जो बक्शा"रैना"को सबर है."रैना"

beadab tere shahar ke log

बेअदब तेरे शहर के लोग घर आये को पानी भी नही पूछते."रैना"

मिलने को बेताब था दिल मगर उन्हें फुरसत न मिली."रैना"

कोन किसी को मिलता है,मिलन तो किस्मत से होता है."रैना"

कुछ करने की तमन्ना तो है मगर दिल डरता है."रैना"


Saturday, November 19, 2011

rahe manjil

राहे मंजिल को जब जान लेगे,
सफल होने की मन में ठान लेगे.
फिर मुशिकल न कोई रह पायेगी,
मंजिल चल के करीब खुद आयेगी.
मंजिल चल के करीब ................
कच्चे सूत से शामियाने तनते नही,
सिर्फ बातों से घर तो  बनते  नही,
कड़ी मेहनत तो रंग  दिखलायेगी.
मंजिल चल के करीब ................
तू हकीकत में कर तबदील सपने,
जितनी चादर हो पैर पसार उतने,
फिर चैन की नीद तुझे आ जायेगी.
 मंजिल चल के करीब ................"रैना"
सुप्रभात  जी ...............good morning

tu itna mere khuda

तू इतना मेरे खुदा करदे,
दर्द दिल से दूर जुदा करदे.
मैं गम में कही मर न जाऊ,
सुन तबीब मेरी दवा करदे."रैना"

Friday, November 18, 2011

mandir masjid

मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा चाहे गिरजा घर है,
मेरे उस मालिक का तो मनमंदिर ही घर है.
मन में ही मेरे यार का डेरा वो दूर कभी न जाये,
हाँ  जिसकी नजर पारखी वो नजर उसी को आये.
हाँ जिसकी नजर..............................................
मक्का मदीना,मथुरा कांशी,चाहे चक्कर काट चौरासी,
मन मंदिर में जब दीप जलेगा,तभी तो होगी पूर्णमासी,
रूह की आवाज सुन के,मालिक आप ही दौड़ लगाये.
हाँ जिसकी नजर.............................................."रैना"
सुप्रभात जी ....................................good morning ji

Thursday, November 17, 2011

dil ki bat

दिल की बात किसी को बताना नही,
मगर हमनवा से कुछ छुपाना नही.
उठते को गिराने का अब चलन है,
"रैना"तूने किसी को भी गिराना नही."रैना"

jab se khud ko



जब से खुद को अजमाने लगे है,
हम खुद से ही नजरे चुराने लगे है."रैना"


kya tera kya mera o bande

क्या तेरा क्या मेरा ओ बन्दे,
क्या मेरा क्या तेरा,.........
चार दिनों का डेरा ओ बन्दे
चार दिनों का डेरा...........
क्या मेरा क्या तेरा,.........
मौत ने जिस दिन आ जाना,
हो जाना गुप अँधेरा.
 क्या मेरा क्या तेरा,.........
करता है तू मेरी मेरी,
यहाँ कोई शै नही तेरी,
वो भी तेरे साथ न जाये,
जो है अपना तेरा.
क्या मेरा क्या तेरा,.........
मिट्टी का तू मन करे है,
दौलत का अभिमान करे है,
तू जाने सारा जग गवाह,
ये चिड़िया रैन बसेरा.
क्या मेरा क्या तेरा,.........
मन में प्रेम की जोत जला ले,
सच्चे मन से ध्यान लगा ले,
सारे बन्धनों से कर किनारा,
तोड़ मोहमाया का घेरा.
क्या मेरा क्या तेरा,........"रैना".
सुप्रभात जी ................
good morning ji 

mai to aksar dil

मैं तो अक्सर दिल को रोकता रहता,
ये फिर भी तेरे बारे में सोचता रहता.
घूमे मेरी आँखों के सामने अक्श तेरा,
छलकती आँखों को मैं पोंछता रहता."रैना"

Wednesday, November 16, 2011

vaise kahne kko

वैसे कहने को बड़ा ही विद्यावान है,
मगर हर घर का बिखरा समान है.
आज के इन्सान को पैसे की हवस,
चंद सिक्को के लिए होता बेईमान है.
सच की दुकान अब बंद हो गई है,
खूब चल रही देखो झूठ की दुकान है.
वैष्णों माँ के दर पे चढ़ाता है चढ़ावे,
अपनी बूढ़ी माँ का करता अपमान है.
बेशक"रैना"ने छोड़ी न इमां की डगर,
वैसे हरपल रहता बहुत ही परेशान है..........."रैना"

teriya tu jane

तेरी तो तू जाने,तेरी तो तू जाने,
तेरा किसी ने पाया न पार,
तेरी महिमा है अपरम्पार ,
तेरी तो तू जाने,तेरी तो तू जाने,
अकेला बैठा हुकम चलाये,
उगलियों पे सब को नचाये,
कण कण में वास है तेरा,
तू अजर अमर निराकार.
तेरी तो तू जाने,तेरी तो तू जाने,
इक के घर में दीप जलाये,
दूजे के घर है दीप बुझाये,
एक बाग तो उजड़ गया,
दुसरे में आई गई है बहार.
तेरी तो तू जाने,तेरी तो तू जाने,
मिट्टी का है पिंजरा बनाया,
 रूह पंछी देखो उसमें बैठाया,
"रैना"सब कुछ उस मालिक का,
तू क्यों करता फिरे अहंकार.
तेरी तो तू जाने,तेरी तो तू जाने, "रैना"
सुप्रभात जी .......................good morning ji

तेरी याद कभी जून महीने की धूप बन के जलाती है,
और कभी पूर्णमासी के चंद्रमा सी ठंडक बरसाती है.
ये न पूछ तुझ से बिछुड़ के हम दुःख  कैसे जर  रहे है,
 बर्फ में लग जाते है कभी आग में जल सड़ रहे  है,
सच ये है तेरी याद में हम  तिल तिल के मर रहे है . "रैना"

teri yad

तेरी याद कभी जून महीने की धूप बन के जलाती है,
और कभी पूर्णमासी के चंद्रमा सी ठंडक बरसाती है.
ये न पूछ तुझ से बिछुड़ के मैं दुःख  कैसे जर  रहा हूँ,
 बर्फ में लग जाता हूँ कभी आग में जल सड़ रहा हूँ.
सच ये है तेरी याद में मैं तिल तिल के मर रहा हूँ. "रैना"

Tuesday, November 15, 2011

chidiya najar nhi aati

अब आम आदमी कहता है?????????????
 घरों में रहने वाली चिड़ियाँ नजर नही आती,
और ये निश्चित कुछ दिन बाद कहेगा???????
लड़कियां नजर नही आती. "रैना"

jiwan ke hasin pal

यूँ न गवा जीवन के हसीन पल,
आज तुझे फिकर न रोयेगा कल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल.........
निकला सूरज लाजिम शाम होगी,
इसी तरह जिन्दगी भी तमाम होगी,
मौत का मुकर्र वक्त सकता नही टल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल.........
बार बार उसको तो छांटा नही जाता,
तेज कुल्हाड़ी से वो काटा नही जाता,
जिस पेड़ पर देखो लगते मिठ्ठे फल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल.........
जब तू करेगा ध्यान उस भगवान का,
तभी तुझ पर लगेगा फल ज्ञान का,
"रैना" तेरा जीवन हो जायेगा सफल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल........."रैना"

Sunday, November 13, 2011

pyas dil ki bujha n

प्यास दिल की तो बुझा न पाये,
ख्वाब देखा मगर सजा न पाये.
प्याले जाम से भरे  थे लेकिन,
रिंद हाथ आगे मगर बढ़ा न पाये.
रहे बैठे हम तन्हा गुप अँधेरे में,
शमा पास फिर भी जला न पाये.
रस्मो रिवाज की मजबूत दीवारे,
करी कोशिश मगर गिरा न पाये.
दर किनार की है असूल की बातें,
रहे सोते खुद को ही जगा न पाये.
रैना" बेचैन तो रहे चैन से लगता,
उसे तो गम भी कभी सता न पाये."रैना"

gli mohalle me

गली मोहल्ले में तेरे मेरे रिश्ते का जिक्र है होने लगा,
अपनी कोई चिन्ता नही मुझको तेरा फ़िक्र होने लगा."रैना"

maa ki priksha

माँ की उम्मीद का चिराग बच्चा,
रोशन होने से पहले और रोशन होने के बाद,
माँ की कड़ी परीक्षा लेता है,
माँ हर परीक्षा में पास होती है,
मगर जब माँ बच्चे की परीक्षा लेती है तो
बच्चा हर परीक्षा में फेल हो जाता है,
मगर माँ फिर भी कुछ नही कहती,
बेअदबी की पीड़ा भी हंस के सहती. "रैना"

desh bhakt

पहले देश भक्त कहते थे??????????
गोली लगे या गोला,
माँ रंग दे बसंती चोला,
मगर आजकल के देश भक्त कहते है,
बंद कर करना मखौल,
देश जाये पहाड़ में,
 हमे क्या मिलेगा बोल. "रैना"
वैसे हम करवा से बिछुड़े राही है,
मगर अपने अंदाज फिर भी शाही है."रैना"

bhukh tod ke

भूख पेट जोड़ के रख देती है,
सारे हौसले तोड़ के रख देती है.
दुःख इंसान को मरोड़ के रख देता है,
सारा खून निचोड़ के रख देता है.
ये कह सकते दुःख और भूख दोनों साथी है,
जिस घर आते वहां छोड़ते कुछ न बाकी है
मगर एक बात ये भी है,
दुःख और भूख सहने वाला ही,
 महान बनता है ,
सफल इंसान बनता है.
ये इतिहास गवाह है,
ये बात भी हर कोई कहता है,
भगवान इंसान को दुःख दे,
 भूखा रख कर परीक्षा लेता है.
रैना" तू भूख और दुःख से न डर,
हौसला रख इन  दोनों से लड़,
इक दिन तू कामयाब जरुर होगा. "रैना"

hmne to ye jana hai

अब हमने तो ये जाना है,
तेरे क़दमों में ठिकाना है.
इक तू सिर्फ मेरा अपना,
ये सारा शहर बेगाना है.
मैंने तुझको माना अपना,
हमें तूने अपना न माना है.
किसी को उपदेश न देना,
हर कोई बहुत सयाना है.
बेशक हमने खाया धोखा,
चिरागे उल्फत न बुझाना है.
"रैना" आदी लम्बे सफर का,
लाजिम मंजिल पे जाना है.  

Friday, November 11, 2011

dekhiye prdhanmantri

देखिये तो प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह जी का कमाल,
जनता के मन में पैदा कर दिये एक साथ कई सवाल.
जो पाकिस्तान में आतंकी कैंम्प चलवा रहे है.
जिनके इशारे पर आतंकी भारत देश में आ रहे है,
बम विस्फोट कर निर्दोषों को निशाना बना रहे है.
जिनकी वजह जवान सीमा पर खून बहा रहे है.
उस गिलानी से श्री सिंह प्यार की पींगे बढ़ा रहे है.
और गा रहे ???????????????????
करता रहे सितम चाहे पाकिस्तान तुम्हारा,
फिर भी सलामत रहेगा दोस्ताना हमारा.
फिर भी सलामत रहेगा दोस्ताना हमारा............."रैना"

njare ghuma ke jidhar

नजरें घुमा के जिधर देखा,
हर शै में उसका असर देखा.
खुद करने का लाख करे दावा,
पर उसका गुलाम बशर देखा.
क्या हो रहा तेरे शहर में मोला,
हर तरफ मचा हुआ ग़दर देखा.
हासिल सब फिर भी तडफ है,
 तेरे बन्दों को तो बेसबर देखा
वैसे तो  कम नही है तेरे दीवाने,.
हर महफ़िल में तेरा जिकर देखा.
"रैना" फ़िदा है इक तुझी पे यारा,
उसने कभी  इधर न उधर देखा. "रैना"
सुप्रभात जी ................good morning

Thursday, November 10, 2011

subah nikli sham

सुबह निकली शाम ढलती जाये,
जिंदगी कुछ ऐसे ही चलती जाये.
रफ्तार सुइयों की कम नही होती,
रफ्ता रफ्ता शमा पिघलती जाये.
फ़िक्र यहां का वहां का जिक्र नही,
उलझ के बिगड़ी है बिगडती जाये.
भटका राह से "रैना" कुछ गौर कर,
रेत हाथों से निरंतर फिसलती जाये "रैना"
सुप्रभात जी ..........good morning ji .

koi kya likhega

 क्या लिखेगा कोई तहरीर मेरी,
 सख्त खफा मुझसे तक़दीर मेरी.
चला गया कारवा उठे धूल बाकी,
तडफे राँझा खेड़े ले गये हीर मेरी.
बेवफा  ने मेरे पास कुछ न छोड़ा,
बचे है चार आंसू ही जागीर मेरी."रैना"



Wednesday, November 9, 2011

sach ki dukan


सच की दुकान बंद हुई
झूठ धड़ा धड़ बिक रहा है.
बेईमान के सामने अब,
 ईमानदार न टिक रहा है
क्योकि वो अकेला पड़ गया है.."रैना"

maa ka pyar

इस दुनिया में सब कुछ मिलता,नकद कुछ उधार,
जो बाजार में मिलता ही नही,वो सिर्फ माँ का प्यार.
माँ का प्यार सच्चा प्यार.......................
सच्चा प्यार माँ का प्यार................................
बच्चा चाहे दुःख दे फिर भी दुखी न होती है,
बच्चे को सूखे में रखे आप गीले में सोती है.
अपने बच्चे की सुरत में माँ  रब का दीदार..
माँ का प्यार सच्चा प्यार.......................
सच्चा प्यार माँ का प्यार..........................."रैना"


aap to rhte hai



आप तो रहते है मेरे दिल में क्यों दूर जाने लगे हो,

तेरे दम से चले सांसें मेरी क्यों हस्ती मिटाने लगे हो."रैना"

Tuesday, November 8, 2011

tujhebhul jane men

तुझको भूल जाने में मजा आ रहा है,
तेरी यादों को मिटाने में मजा आ रहा है,.
लोग हँसते है फिर भी खुश नही होते,
हमे आंसू बहाने में भी मजा आ रहा है."रैना"

उनकी नजरे इनायत है,
 जो हम सलामत है,
वर्ना कब के फना हो गये होते, "रैना"

maa bap

आजकल के कुछ बेटें बूढ़े मां बाप को,
 कुछ इस तरह सँभालते है,
जरा सी बात होने पर,
पहले उन्हें धक्के दे कर घर से बाहर निकालते है,
फिर गडियाल के आंसू बहाते है,
और गुमशुदा के पोस्टर छपवा कर लगवाते है.
सूचना देने वाले को मोटी इनाम राशी देने की बात कर,
अपना प्यार दिखाते है. "रैना"

Monday, November 7, 2011

dur ve bhuta dur

ਦੂਰ ਤੂੰ ਈਨ ਦੂਰ ਵੇ ਚਾਲੇਯਾਓ, ਜਿਥੇ ਸੋਚ ਵੀ ਨ ਸਾਡੀ ਜਾ ਸਕਦੀ,
ਉਨਾ ਹਸੀਨ ਚੰਦ੍ਰੇਯਾ ਸ਼ਹਿਰਾ ਵਿਚ,ਤੈਨੂ ਯਾਦ ਨ ਸਾਡੀ ਆ ਸਕਦੀ,
ਚਿੱਠੀ ਲਿਖਣਾ ਫੋਨ ਕਰਨਾ ਮੁਸ਼ਿਕਲ ਤੂੰ ਇਨਾ ਫਰਜ ਨਿਭਾ ਜਾਵੀ,
ਵੇ ਸਜਨਾ ਭੁਲ ਭੁਲੇਖੇ ਭੈੜੇ "ਰੈਨਾ" ਦੇ,ਕਦੇ ਸੁਫਨੇ ਵਿਚ ਹੀ ਆ ਜਾਵੀ. "ਰੈਨਾ"

ਦੂਰ ਤੂ ini

dakosle kiye ja rhe hai

मां बाप लड़की की शादी में, 
खुद को गिरवी रखते आ रहे है, 
मगर कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए,
लाखों करोड़ो खर्च कर ढकोसले किये जा रहे है.
हमारी सोच समझ ये ध्यान किधर है,
जो जन्म ले चुकी उसकी चिंता नही,
मगर हमे अजन्मी की बड़ी फिकर है.
आखिर क्यों.
बेसुमार दावे लम्बे लम्बे भाषण,
कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए चुस्त प्रशासन.
ये राज इसका इसलिए हो रहा जिकर है
पुरुष समाज को अपनी फिकर है,
इसलिए महिलाओ संभल जाओ 
यदि अपनी इज्जत चाहती हो तो 
 अपनी गिनती न बढ़ायो................................ "रैना"

Sunday, November 6, 2011

jay jay maa

जय जय माँ
साजिदा करे तुझे चाँद सितारें,
तेरी पूजा करता जहाँ,
जय जय माँ.....................
कण कण में मां तू विराजे,
हर रंग में मां तू ही साजे,
तू यहाँ तू वहाँ................
जय जय माँ.....................
भक्तों के दुःख दूर करती,
खुशियों से झोली भरती,
माँ अम्बे मेहरबाँ...........
जय जय माँ.....................
"रैना" को है माँ का सहारा,
उज्ज्वल जीवन मस्त प्यारा,
कभी रहता न परेशां...........
जय जय माँ..................... "रैना"










janhit me nek

बेशक ये कर्म जनहित में है नेक,
मगर इस पे अमल करे हरएक.
एक तो फूंक फूंक के गाड़ी आगे बढ़ा रहा है 
दूसरा 120  की रफ्तार से गाड़ी भगा रहा है. "रैना"

ham do hmara aek

    हम दो हमारे दो,
दो से बने फिर पुरे सौ,
सौ से फिर हुए हजार,
हजार से फिर करोड़,अरब,
अरब से जल्द होगे खरब,
होगे खरब तो क्या खायेगे,, 
एक दुसरे को आहार बनायेगे.
इसलिए ये समझ ले प्रत्येक.
   हम दो हमारा एक.............. राजिंदर शर्मा "रैना"

Saturday, November 5, 2011

kyo tu soya hai jag

कर गुस्से का त्याग, जप जय जय माँ,
क्यों सोया है तू जाग,जप जय जय माँ.
जय जय माँ जप जय जय माँ..........
मुरझाया फूल न खिले गा दोबारा,
ये हीरा जीवन न मिले गा दोबारा, 
इस पे लगे न दाग,जप जय जय माँ.
जय जय माँ जप जय जय माँ..........
श्रदा प्रेम से जय जय माँ बोल ले,
मन के बन्द तू दरवाज खोल ले,
गा ले भक्ति का राग जप जय जय माँ.
जय जय माँ जप जय जय माँ..........
"रैना" मइया का सजा दरबार है,
मिलता यहां बच्चो को प्यार है.
महका जीवन का बाग़,जप जय जय माँ.
जय जय माँ जप जय जय माँ.........."रैना"
सुप्रभात जी ..........................good morning

Friday, November 4, 2011

meri kalam

ਮੇਰੀ ਕਲਮ ਬਣੀ ਮੇਰਾ ਹਮਰਾਹੀ,
ਪਰ ਖੁਣੇ ਜਿਗਰ ਦੀ ਮੰਗਦੀ ਸਯਾਹੀ.
ਅਫਸੋਸ ਖੁਣੇ ਜਿਗਰ ਦੀ................
 meri kalam bnni mera hamrahi,
par khune jigar di mangdi syahi.
afsos khune jigar di.....................

kash mai tuje bhul

काश मैं तुझको भूल जाता,
तेरा ख्याल ख्वाब न आता.
जैसे तोड़ा है तूने दिल मेरा,
अब तोड़ दे वो रिश्ता नाता.."रैना"



jindgi jine ke liye

जिन्दगी जीने के लिए मरने की बात क्यों,
मौत तो लाजिमी फिर डरने की बात क्यों.
मिल बैठे जो प्यार से मसले हो जाये हल,
बेवजह तकरार फिर लड़ने की बात क्यों.
जब खता हमने की फिर सजा मिले हमे,
इल्जाम दूसरों के सर धरने की बात क्यों.
प्यार मोहब्बत से ही हासिल हो बुलंदियां,
फिर नफरत का पाठ पढ़ने की बात क्यों.
"रैना" नेक राह पे मिले मंजिल मकसूद,
फिर राह गलत कर्म करने की बात क्यों."रैना"

machal hi jate hai

प्यार में तो लोग अक्सर मचल ही जाते है,
मगर आशिक कब सड़क पर ठेला लगाते है.
फिर रांझे कब महबूब को चन्ने की दाल खिलाते है,
वो उसे अपना मास खिलाते जिगर का खून पिलाते है.
तभी तो भाजी वाले नही सोहनी के महिवाल कहलाते है.
मगर सच्चे आशिक महबूब के बदन को न हाथ लगाते है,
ये सच दिल्लगी करने वालो को हुस्न वाले अंगूठा दिखाते है. "रैना"


Thursday, November 3, 2011

kro kirpa

तेरी कृपा मेरे भगवन जो जिन्दगी मेरी महकाई,
वर्ना मतलबी जमाने में है तंगहाली और रुसवाई,
तेरी कृपा मेरे भगवन ......................................
रिश्तों के धागे टूट रहे दिलो में नफरत है बसती,
बढ़ी हर शै की ही कीमत जिन्दगी हो रही सस्ती,
मेरे मौला कर्म कर दो जो सकूं से जी ले ये खुदाई.  
तेरी कृपा मेरे भगवन ......................................
"रैना" की अर्ज इतनी है प्यास तेरे दीद की हसरत,
होठों पे नाम तेरा हरपल हो जाये ये ही तेरी रहमत,
छोड़ के सारी दुनिया को करू मैं तेरे दर की गधाई.
 तेरी कृपा मेरे भगवन ......................................
सुप्रभात जी ..............................good morning ji

Tuesday, November 1, 2011

bajar me charcha

बाजार में  ये चर्चा आम,
पेट्रोल के फिर बढेगे दाम.
लोग एक दुसरे से पूछते,
 सरकार को ???????? 
क्या कोई और नही काम. "रैना"

mera mera

तू करे है गुमान,
बता कैसा अभिमान,
यहां कुछ भी तो नही तेरा,
फिर काहे  करे तू मेरा मेरा.
यहां कुछ भी तो ............
निपट झूठा तेरा सपना है,
ये तन भी न तेरा अपना है,
लगा काम में मरना खपना है,
उसे पल भर भी नही जपना है,
कैसे कटे लाख चौरासी का फेरा.
यहां कुछ भी तो .......................
नही समझी वजह क्या आने की,
कोई चिन्ता फिकर नही जाने की,
तेरी झूठी हसरत महल बनाने की,
करी कोशिश न खुद को बचाने की,
तुझे खबर है यहां चार दिन का डेरा.
यहां कुछ भी तो .........................."रैना"
सुप्रभात जी .......................good morning

meri aankhon se

मेरी आँखों से इक दरिया बह गया,
मेरा हमनवा यूँ अलविदा कह गया.
लूट कर वो मेरा सब कुछ ले गया,
मैं खड़ा ये तमाशा देखता रह गया.
सर छुपाने को छत न हुई है नसीब,
मेरे ख्वाबों का हसीं महल ढह गया.
मौत का है सबब फ़क्त जुदाई तेरी,
यूँ तो "रैना" तेरा हर सितम सह गया. "रैना"

khat purane

खत पुराने संभाल के रखना,
दिल बहलाने के काम आयेगे,
ये सबूत ही देगे गवाही तेरी,
जब सर पे इल्जाम आयेगे."रैना"