क्या लिखेगा कोई तहरीर मेरी,
सख्त खफा मुझसे तक़दीर मेरी.
चला गया कारवा उठे धूल बाकी,
तडफे राँझा खेड़े ले गये हीर मेरी.
बेवफा ने मेरे पास कुछ न छोड़ा,
बचे है चार आंसू ही जागीर मेरी."रैना"
सख्त खफा मुझसे तक़दीर मेरी.
चला गया कारवा उठे धूल बाकी,
तडफे राँझा खेड़े ले गये हीर मेरी.
बेवफा ने मेरे पास कुछ न छोड़ा,
बचे है चार आंसू ही जागीर मेरी."रैना"
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