यूँ न गवा जीवन के हसीन पल,
आज तुझे फिकर न रोयेगा कल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल.........
निकला सूरज लाजिम शाम होगी,
इसी तरह जिन्दगी भी तमाम होगी,
मौत का मुकर्र वक्त सकता नही टल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल.........
बार बार उसको तो छांटा नही जाता,
तेज कुल्हाड़ी से वो काटा नही जाता,
जिस पेड़ पर देखो लगते मिठ्ठे फल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल.........
जब तू करेगा ध्यान उस भगवान का,
तभी तुझ पर लगेगा फल ज्ञान का,
"रैना" तेरा जीवन हो जायेगा सफल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल........."रैना"
आज तुझे फिकर न रोयेगा कल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल.........
निकला सूरज लाजिम शाम होगी,
इसी तरह जिन्दगी भी तमाम होगी,
मौत का मुकर्र वक्त सकता नही टल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल.........
बार बार उसको तो छांटा नही जाता,
तेज कुल्हाड़ी से वो काटा नही जाता,
जिस पेड़ पर देखो लगते मिठ्ठे फल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल.........
जब तू करेगा ध्यान उस भगवान का,
तभी तुझ पर लगेगा फल ज्ञान का,
"रैना" तेरा जीवन हो जायेगा सफल.
रोयेगा कल, तू रोयेगा कल........."रैना"
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