Sunday, November 13, 2011

bhukh tod ke

भूख पेट जोड़ के रख देती है,
सारे हौसले तोड़ के रख देती है.
दुःख इंसान को मरोड़ के रख देता है,
सारा खून निचोड़ के रख देता है.
ये कह सकते दुःख और भूख दोनों साथी है,
जिस घर आते वहां छोड़ते कुछ न बाकी है
मगर एक बात ये भी है,
दुःख और भूख सहने वाला ही,
 महान बनता है ,
सफल इंसान बनता है.
ये इतिहास गवाह है,
ये बात भी हर कोई कहता है,
भगवान इंसान को दुःख दे,
 भूखा रख कर परीक्षा लेता है.
रैना" तू भूख और दुःख से न डर,
हौसला रख इन  दोनों से लड़,
इक दिन तू कामयाब जरुर होगा. "रैना"

No comments:

Post a Comment