Sunday, November 13, 2011

maa ki priksha

माँ की उम्मीद का चिराग बच्चा,
रोशन होने से पहले और रोशन होने के बाद,
माँ की कड़ी परीक्षा लेता है,
माँ हर परीक्षा में पास होती है,
मगर जब माँ बच्चे की परीक्षा लेती है तो
बच्चा हर परीक्षा में फेल हो जाता है,
मगर माँ फिर भी कुछ नही कहती,
बेअदबी की पीड़ा भी हंस के सहती. "रैना"

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