Friday, May 4, 2012

o mere desh ke neta

ओ मेरे देश नेता,
पहले बाप अब बेटा, 
नोट वोट सब कुछ लेते ,
बदले में कुछ न देते ,  
चूस रहे है खून बेचारी जनता का,
भ्रष्टाचार के व्यापारी,
अपने देश से करे गद्दारी,
जनता तो रोये बेचारी,
नेताओ ने है शर्म उतारी,
चूस रहे है खून बेचारी जनता का,
युद्द चाहे होता खेल,
नेता का पैसे से मेल,
बेचते  है राशन तेल,
फिर हंस हंस जाते जेल,
चूस रहे है खून बेचारी जनता का,
भारतियों जाग अब जाओ,
भारत की लाज बचाओ,
हाथ से हाथ मिलाओ,
काले अंग्रेजों को भगाओ,
चस रहे है खून बेचारी जनता का।........."रैना"


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