माँ दिल में जीवन भर रहती,
चोट लगे मुख से माँ निकले।
बच्चा चाहे न न करता है,
पर माँ के दिल से हाँ निकले।
काहे ढूंढे तू मस्जिद में,
काहे ढूंढे तू मंदिर में,
तेरे घर में बैठा रब है,
रब कहता माँ ही तो सब है।
है माँ के क़दमों में जन्नत
है माँ के कदमों में जन्नत।.........
जो भी माँ को खुश रखते है,
वो दुःख न कभी भी चखते है,
खुशियाँ उनके आँगन खेले,
सच हर पल खिल खिल हँसते है,
वो रोते न कभी अब तब है।
रब कहता माँ ही...............है माँ के क़दमों में जन्नत
है माँ के कदमों में जन्नत।......"रैना"
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