Friday, March 30, 2012

mai hu bahut preshan

मैं हु बहुत परेशान,
सुन दाती दयावान,
मरुस्थल में भटक रहा है मेरा मन,
मेरी मां मैंने तो करने है तेरे दर्शन.
मेरी माँ जय जय माँ जय जय माँ माँ......
मेरी माँ मेरी माँ................................
देखा अजमा के मैंने दुनिया का सहारा माँ,
मतलब पड़ा सब ने कर लिया किनारा माँ,
मन बहुत घबराया, दर तेरे मैं आया,
अब सब कुछ हवाले तेरे तन मन धन .

मेरी माँ जय जय माँ जय जय माँ माँ......
मेरी माँ मेरी माँ................................
मेरे मन का माँ अब बोझ तू उतार दे,
पापी रैना" की माँ बिगड़ी तू सवार दे,
माँ करेगी इशारा,काम बन जाये सारा.
रहे गी न बाकी कोई भी उलझन.

मेरी माँ जय जय माँ जय जय माँ माँ......
मेरी माँ मेरी माँ................................"रैना"
सुप्रभात जी ...........जय जय माँ जय जय माँ




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