बेशक अब हमारी दिखावे की प्रवृति बढ़ती जा रही है,
सास भूख से मरे बहू माता रानी को भोग लगा रही है.
बेटा माँ बाप का हलचल पूछने कभी भी घर न जाता है,
मगर हर साल तीर्थ नहाता माँ का जगराता करवाता है.
फिर ये कहते माता रानी मनोकामना पूरी नही करती,
मनोकामना तो तभी पूरी हो पायेगी,
जब माता पिता खुश होगे फिर तो माँ खुद घर आ जाएगी...................."रैना"
सास भूख से मरे बहू माता रानी को भोग लगा रही है.
बेटा माँ बाप का हलचल पूछने कभी भी घर न जाता है,
मगर हर साल तीर्थ नहाता माँ का जगराता करवाता है.
फिर ये कहते माता रानी मनोकामना पूरी नही करती,
मनोकामना तो तभी पूरी हो पायेगी,
जब माता पिता खुश होगे फिर तो माँ खुद घर आ जाएगी...................."रैना"
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