रिश्ता ऐसा तोड़े कैसे,
तेरे दर को छोड़े कैसे.
तुझसा कोई और नही है,
गम से रिश्ता जोड़े कैसे.
पेड़ अकेला बीच खड़ा है,
तूफानों को मोड़े कैसे.
आँखों का तो सूखा पानी,
दिल से खून निचौड़े कैसे.
जीने की तो सोचे "रैना"
टूटा शीशा जोड़े कैसे.........."रैना"
तेरे दर को छोड़े कैसे.
तुझसा कोई और नही है,
गम से रिश्ता जोड़े कैसे.
पेड़ अकेला बीच खड़ा है,
तूफानों को मोड़े कैसे.
आँखों का तो सूखा पानी,
दिल से खून निचौड़े कैसे.
जीने की तो सोचे "रैना"
टूटा शीशा जोड़े कैसे.........."रैना"
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