चलने से पहले सारी बात समझाई थी,
अच्छी बुरी समझा कसमें खिलाई थी,
मगर कसमें न मैंने निभाई,
ओ यारा मुझे माफ़ करदे,
फिराग दिल तू मैं हरजाई
पागल हो गया मैं सौदाई,
ओ यारा मुझे.....................
कहा तूने कभी स्वाद न चखना,
मोह माया क्रोध से दुरी रखना,
भूला इनसे ही प्रीत है लगाई,
मुझे याद न कभी तेरी आई.
ओ यारा मुझे.....................
जल के स्वाह हुआ सब राख है,
तब जा के खुली मेरी आँख है,
अब याद मुझे तेरी आई,
मेरी जान बहुत घबराई,
ओ यारा मुझे....................."raina"
सुप्रभात जी ...............good morning
अच्छी बुरी समझा कसमें खिलाई थी,
मगर कसमें न मैंने निभाई,
ओ यारा मुझे माफ़ करदे,
फिराग दिल तू मैं हरजाई
पागल हो गया मैं सौदाई,
ओ यारा मुझे.....................
कहा तूने कभी स्वाद न चखना,
मोह माया क्रोध से दुरी रखना,
भूला इनसे ही प्रीत है लगाई,
मुझे याद न कभी तेरी आई.
ओ यारा मुझे.....................
जल के स्वाह हुआ सब राख है,
तब जा के खुली मेरी आँख है,
अब याद मुझे तेरी आई,
मेरी जान बहुत घबराई,
ओ यारा मुझे....................."raina"
सुप्रभात जी ...............good morning
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