Sunday, April 8, 2012

jindgi tujhse gila hai,

बिछुड़े दो दिल है जब मिलते,
वीरान चमन में गुल खिलते.
आशिक के हिस्से  अनहोनी 
चलती न हवा पत्ते हिलते............."रैना"

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