बड़ी ही बेदर्द बेवफा किस्मत हमारी है,
खिंजा आई भी नही उजड़ी फुलवारी है.
सिवा इसके और कुछ कर नही सकते,
फकत यादे सनम आंसूं बहाना जारी है.
अदा ए जमाना नही रास आई हैं "रैना",
दुखी होकर आगे की कर ली तैयारी है."रैना"
सारी रात आती हिचकियां,
कल तक हम सोचते वो हमें याद करते है,
मगर आज डाक्टर ने बताया ये तो एक बीमारी है."रैना"
खिंजा आई भी नही उजड़ी फुलवारी है.
सिवा इसके और कुछ कर नही सकते,
फकत यादे सनम आंसूं बहाना जारी है.
अदा ए जमाना नही रास आई हैं "रैना",
दुखी होकर आगे की कर ली तैयारी है."रैना"
सारी रात आती हिचकियां,
कल तक हम सोचते वो हमें याद करते है,
मगर आज डाक्टर ने बताया ये तो एक बीमारी है."रैना"
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