मेरी गुजारिश के बाद भी,
गर तूने बदले नही अंदाज,
तो बहुत दूर तक जाएगी,
मेरी सिसकियों की आवाज.
तू मेरे दिल के पास रहता है,
मेहमान बनके खास रहता है,
फिर भला क्यों ये ऐसी बेरुखी,
तू कुछ तो कर ले मेरा लिहाज."रैना"
गर तूने बदले नही अंदाज,
तो बहुत दूर तक जाएगी,
मेरी सिसकियों की आवाज.
तू मेरे दिल के पास रहता है,
मेहमान बनके खास रहता है,
फिर भला क्यों ये ऐसी बेरुखी,
तू कुछ तो कर ले मेरा लिहाज."रैना"
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