यूँ ही वक्त गुजरता जाये,
ओ बन्दे कुछ कर चिन्ता,
क्यों न प्रभु शरण में आये,
ओ बन्दे कुछ कर चिन्ता.
यूँ ही वक्त गुजरता जाये---
फिरता है तू फूला फूला,
वादे कसमें सब है भूला,
आखिर अंत समय भी आये,
ओ बन्दे कुछ कर चिन्ता.
यूँ ही वक्त गुजरता जाये--
जिन्दगी तो आजाद बड़ी है,
मौत भी बिलकुल साथ खड़ी है,
क्यों समझ न तेरी आये,
ओ बन्दे कुछ कर चिन्ता.
यूँ ही वक्त गुजरता जाये---- "रैना"
सुप्रभात जी -------------good moning ji
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