Sunday, October 16, 2011

yamlok

मरने के बाद
नेता ने जब यमलोक का दरवाजा खटखटाया,
नेता को देख यमदूत घबराया,
क्योकि नेता ने जैसे ही कदम आगे बढ़ाया,
नरकवासियों  ने शोर मचाया,
नेता आया नेता आया, हमारा प्रिय नेता आया.
जिसने हमें यहाँ पहुचाया.
नरकवासी वासी दौड़ दौड़ कर नेता के पास आने लगे.
कुछ पैरों में गिरते कुछ हाथ मिलाने लगे,
यमदूत सोचे खड़ा खड़ा,
ये तो कोई आदमी है बड़ा.
साहस कर यमदूत नेता के पास आया,
उसने फ़रमाया ये क्या चक्कर है भाया,
नरकवासियों को क्यों है भरमाया.

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