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mere man
Monday, May 18, 2015
यूं दिल लगाने की खता नही करते,
बुत को चाहने की खता नही करते।
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यूं दिल लगाने की खता नही करते, बुत को चाहने की खत...
अब रिश्ता है तन धन का, कोई मीत मिले न मन का, इन्स...
तेरी कृपा माँ सब कुछ पाया, जीवन सुखद चमन महकाया,...
मेरे मन में तेरी जुस्तजू महके, मेरी सांसों में ते...
गम सहा उफ़ न की अक्ल से काम लेते लेते, आखिरी सांस...
हार गये हम हार गये माँ, अपने ही हमें मार गये माँ,...
दोस्तों आप के लिए खास किसी से कर ले कैसे शिकवे ग...
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वो चैन की नींद सोते रात भर, दिल के दाग़ हम धोते र...
हम इस मुकाम पे पंहुच चुके है, अब आगे के बारे में ...
तेरे हुस्न के जलवे बेकरारी बढ़ा रहे हैं, यूं धीरे...
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