Thursday, May 9, 2013

dil thhahar sa gya

दिल ठहर सा गया तेरे अन्दाज को देख कर,
अब तिरे चेहरे से नजर मेरी हटती नही, "रैना"

 ग़मगीन जिंदगी जिन्दगी  हरगिज नही होती,
फिर क्यों उदासी से किनारा तू नही करता।"रैना"

मदर डे पर "रैना" विशेष

बेशक सहारा उसने तो दिया है,
पर दीप रोशन तो मां ने किया है।
हर गम सहा हंसते हंसते सदा ही,
खातिर मिरे मां ने हाला पिया है।
हो दरद मुझको मां रोने लगे है,
मेरी खता पे होठों को सिया है।
मां ने किया है हर सुख नाम मेरे,
मुझसे न बदले में कुछ भी लिया है।"रैना"

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