Wednesday, May 1, 2013

mere jwabo me tu

मेरे जवाबों में तू सवालों में,
हरदम रहे ख्वाबों ख्यालों में।
रोशन नजर आये शहर सारा,
शामिल हुआ मैं भी उजालों में।"रैना"

दरवाजें बन्द भी हो तो कोई फर्क नही पड़ता,
क्योकि आजकल घरों में खिडकियां बहुत है।"रैना"

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