वैसे तो भारत देश में खूब आनन्द मौज है,
अफ़सोस यहां बुझदिल नेताओं की फ़ौज है,
हर जनसभा में तो जोर लगा के भौकते हैं,
चीन भारत में घुस आया उसको न टोकते हैं।
देश के लिये न सिर्फ अपने बारे में सोचते है,
इन के देख घिनौने कर्म खड़े हो जाते रोंगटें हैं।
सजन कुमार जो बचा ये भी इन की कहानी है,
सरबजीत मरा ये भी नेताओं की मेहरबानी है।
देश के नेताओं को अब अक्ल दे सुन मौला मेरे,
ये भारत देश तो अब चल रहा सिर्फ सहारे तेरे।"रैना"
अफ़सोस यहां बुझदिल नेताओं की फ़ौज है,
हर जनसभा में तो जोर लगा के भौकते हैं,
चीन भारत में घुस आया उसको न टोकते हैं।
देश के लिये न सिर्फ अपने बारे में सोचते है,
इन के देख घिनौने कर्म खड़े हो जाते रोंगटें हैं।
सजन कुमार जो बचा ये भी इन की कहानी है,
सरबजीत मरा ये भी नेताओं की मेहरबानी है।
देश के नेताओं को अब अक्ल दे सुन मौला मेरे,
ये भारत देश तो अब चल रहा सिर्फ सहारे तेरे।"रैना"
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