भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई के साथ नवसर्जित भजन
कोई दीप जले न मथुरा में कंस ने था ऐलान किया,
रोशन हुई मथुरा नगरी जब काना ने जन्म लिया।
जब काना ने ………………….
जब थे श्री कृष्ण जी पधारे,
तब सो गये पहरेदार ही सारे,
मात देवकी फूली न समाये खिल खिल जाये जिया।
जब काना ने ………………….
जेल कोठरी में गम भारी,
आये काना मिटी पीड़ा सारी,
मात पिता के प्यासे नैनो ने अमृत का रस पान किया।
जब काना ने ………………
मात देवकी अति घबराई,
मिलन के साथ ही आई जुदाई,
मां से बेटा बिछुड़ रहा हे भगवन क्यों ये दर्द दिया।
जब काना ने ………………
देवकी जन्मे यशोदा पाले,
हे राम तेरे खेल निराले,
वो जन्मों के बंधन से छूटे जिसने नाम का जाम पिया।
जब काना ने ………………राजेन्द्र रैना "गुमनाम"
राधे राधे बोलो जय कृष्ण कृष्ण बोलो
कोई दीप जले न मथुरा में कंस ने था ऐलान किया,
रोशन हुई मथुरा नगरी जब काना ने जन्म लिया।
जब काना ने ………………….
जब थे श्री कृष्ण जी पधारे,
तब सो गये पहरेदार ही सारे,
मात देवकी फूली न समाये खिल खिल जाये जिया।
जब काना ने ………………….
जेल कोठरी में गम भारी,
आये काना मिटी पीड़ा सारी,
मात पिता के प्यासे नैनो ने अमृत का रस पान किया।
जब काना ने ………………
मात देवकी अति घबराई,
मिलन के साथ ही आई जुदाई,
मां से बेटा बिछुड़ रहा हे भगवन क्यों ये दर्द दिया।
जब काना ने ………………
देवकी जन्मे यशोदा पाले,
हे राम तेरे खेल निराले,
वो जन्मों के बंधन से छूटे जिसने नाम का जाम पिया।
जब काना ने ………………राजेन्द्र रैना "गुमनाम"
राधे राधे बोलो जय कृष्ण कृष्ण बोलो
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