ये भी हो सकता है
गीदड़ की पत्नी ने गीदड़ से पूछा,
देखो जी आजकल ??????
जंगल में बहुत शोर मचा हुआ है,
गीदड़ बोल भागवान ?????
मैं भी यही सोच रहा हूं।
लगता हैं चुनाव आ गये है,
तभी दिन रात ये कुत्ते ????
मुंह उंचा करके जोर जोर से भौंक रहे हैं। राजेन्द्र रैना गुमनाम
गीदड़ की पत्नी फिर बोली ????
इन चुनावों अपना क्या होगा रोल,
गीदड़ बोल धरती है बिलकुल गोल।
देख हम न कोई खतरा ले गे मोल,
मिठ्ठे रखे बोल कानों मिश्री घोल।
हमारे पास शेर आये चाहे हाथी,
हम तो सबके प्यारे पक्के साथी,
जो नोट दारू दे खूब खुशामद करे,
उसको ही चुपके से बांधे गे राखी,
गीदड़ की पत्नी ने गीदड़ से पूछा,
देखो जी आजकल ??????
जंगल में बहुत शोर मचा हुआ है,
गीदड़ बोल भागवान ?????
मैं भी यही सोच रहा हूं।
लगता हैं चुनाव आ गये है,
तभी दिन रात ये कुत्ते ????
मुंह उंचा करके जोर जोर से भौंक रहे हैं। राजेन्द्र रैना गुमनाम
गीदड़ की पत्नी फिर बोली ????
इन चुनावों अपना क्या होगा रोल,
गीदड़ बोल धरती है बिलकुल गोल।
देख हम न कोई खतरा ले गे मोल,
मिठ्ठे रखे बोल कानों मिश्री घोल।
हमारे पास शेर आये चाहे हाथी,
हम तो सबके प्यारे पक्के साथी,
जो नोट दारू दे खूब खुशामद करे,
उसको ही चुपके से बांधे गे राखी,
वाह !!! बहुत खूब सुंदर रचना,,,
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