Sunday, January 27, 2013

ik gazal dosto

इक ग़ज़ल आप दोस्तों के नाम

दीवारों से लग लग  रोना,
उल्फत में पागल मत होना।
आशिक को ये होता हासिल,
आँखों को अश्कों से धोना।
जीवन कटता तन्हाई में,
मिलना गम बाकी सब खोना।
पैरों पे लगती कुल्हाड़ी,
जीवन में कांटें क्यों बोना।
"रैना"करता तौबा तौबा,
दिल का सौदा मत कर देना।"रैना"

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