पढ़ ली जमाते चार नौकरी लगी राज दरबार,
मौसम की तरह बदले मौकापरस्त बरखुर्दार,
वाह देखो तो नवाब के अब गजब निराले ठाट,
,
माँ बच्चों के लिये आया बाप रखा है सेवादार."रैना"
मौसम की तरह बदले मौकापरस्त बरखुर्दार,
वाह देखो तो नवाब के अब गजब निराले ठाट,
,
माँ बच्चों के लिये आया बाप रखा है सेवादार."रैना"
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