रिश्ता ऐसा तुम तोड़ गये हो,
ख्वाबों में आना छोड़ गये हो.
अपना दामन छुड़ा के हम से,
मय से मेरा नाता जोड़ गये हो.
सीने में दहकती आग बची है,
तूफान के रुख को मोड़ गये हो.
"रैना"भला कैसे बचे गा जिन्दा,
खून जिगर का निचोड़ गये हो."रैना"
ख्वाबों में आना छोड़ गये हो.
अपना दामन छुड़ा के हम से,
मय से मेरा नाता जोड़ गये हो.
सीने में दहकती आग बची है,
तूफान के रुख को मोड़ गये हो.
"रैना"भला कैसे बचे गा जिन्दा,
खून जिगर का निचोड़ गये हो."रैना"
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