दोस्तों गजल के दो शेर
बाद मेरे कैसा अब लग रहा है,
दरद दिल का कैसे फिर सहा है।
हाल से बेहाल हम हो गये है,
अश्क में अरमान सब कुछ बहा है।"रैना"
बाद मेरे कैसा अब लग रहा है,
दरद दिल का कैसे फिर सहा है।
हाल से बेहाल हम हो गये है,
अश्क में अरमान सब कुछ बहा है।"रैना"
No comments:
Post a Comment