सूफी गीत यार की शान में
दूर तुझसे मैं नही,
दूर मुझसे तू नही,
साथ साथ जब रहते है,
फिर दूरी की क्यों बात करे,
वक्त भी है फुरसत भी,
मुलाकात करे आ मुलाकात करे।
बात करे आ बात करे ...............
पर्दानशी ओ जादूगर,
मुझ पे चढ़ा दे रंग अपना,
बीच की दूरी कम कर दे,
खूब चला ले ढंग अपना,
तू मिले तेरे गले से लग के,
आँखों से बरसात करे,
बात करे आ बात करे ..............."रैना"
दूर तुझसे मैं नही,
दूर मुझसे तू नही,
साथ साथ जब रहते है,
फिर दूरी की क्यों बात करे,
वक्त भी है फुरसत भी,
मुलाकात करे आ मुलाकात करे।
बात करे आ बात करे ...............
पर्दानशी ओ जादूगर,
मुझ पे चढ़ा दे रंग अपना,
बीच की दूरी कम कर दे,
खूब चला ले ढंग अपना,
तू मिले तेरे गले से लग के,
आँखों से बरसात करे,
बात करे आ बात करे ..............."रैना"
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