तिरी दुनिया हसीं है,
हसीं तू होगा लाख दर्जे।"रैना"
मेरा हसरत मेरा गीत
मेरे हाथ में दूध की बोतल पकड़ा दे,
भगवन इक बार फिर बच्चा बना दे।
भगवन इक बार ........................
करने लगु फिर से हरकतें प्यारियां,
रोने लगु कभी मैं मारू किलकारियां,
थक गया हूं मैं माँ की गोद में सुला दे,
भगवन इक बार ........................
उडाऊ पतंग कभी खेलु गिली डंडा,
घर से चोरी तालाब में नाहू जा नंगा,
प्यार भरी गालिया माँ से फिर पिटवा दे।
भगवन इक बार ........................
रूठ जाना मेरा फिर खाना नही खाना,
परेशान माँ ने मुझे बार बार मनाना,
ममता का दरिया इक बार फिर बहा दे।
भगवन इक बार ........................
काश"रैना"अपने पैरों पे खड़ा न होता,
बच्चा ही रहता वो कभी बड़ा न होता,
बचपन की दुनिया भगवन फिर दिखा दे।
भगवन इक बार ........................"रैना"
हसीं तू होगा लाख दर्जे।"रैना"
मेरा हसरत मेरा गीत
मेरे हाथ में दूध की बोतल पकड़ा दे,
भगवन इक बार फिर बच्चा बना दे।
भगवन इक बार ........................
करने लगु फिर से हरकतें प्यारियां,
रोने लगु कभी मैं मारू किलकारियां,
थक गया हूं मैं माँ की गोद में सुला दे,
भगवन इक बार ........................
उडाऊ पतंग कभी खेलु गिली डंडा,
घर से चोरी तालाब में नाहू जा नंगा,
प्यार भरी गालिया माँ से फिर पिटवा दे।
भगवन इक बार ........................
रूठ जाना मेरा फिर खाना नही खाना,
परेशान माँ ने मुझे बार बार मनाना,
ममता का दरिया इक बार फिर बहा दे।
भगवन इक बार ........................
काश"रैना"अपने पैरों पे खड़ा न होता,
बच्चा ही रहता वो कभी बड़ा न होता,
बचपन की दुनिया भगवन फिर दिखा दे।
भगवन इक बार ........................"रैना"
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