Friday, March 8, 2013

मैं तो सिर्फ ये मानता हूं
दिल में उतरने का हुनर जानता हूं

लोग जुगनू पकड़ते है,
चांद से दोस्ती अपनी,
अब मजे में कटे हरपल,
मस्त है जिन्दगी अपनी।"रैना"
रात भर जागने की गर सजा न होती,
 मैं कभी शायर न बन पाता।"रैना"

कहते दर्द होता नही
फिर भी तमाम रात रोते।"रैना" 

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