दोस्तों आप के लिए होली कविता,
होली की बधाई के साथ
रंगों का त्यौहार होली,
बरसाये है प्यार होली।
महक उठे वन उपवन,
मस्त बसंत बहार होली।
क्यों इतनी करता देरी,
देख मैं तो तैयार होली।
मुझ पे तेरा रंग चढ़ा है,
मैं तेरी तलबगार होली।
भगवन ऐसे ख़ुशी देना,
खूब खेले नर नार होली।"रैना"
दूर है वो,
गुजरते फिर भी,
दिल के करीब से।"रैना"
होली की बधाई के साथ
रंगों का त्यौहार होली,
बरसाये है प्यार होली।
महक उठे वन उपवन,
मस्त बसंत बहार होली।
क्यों इतनी करता देरी,
देख मैं तो तैयार होली।
मुझ पे तेरा रंग चढ़ा है,
मैं तेरी तलबगार होली।
भगवन ऐसे ख़ुशी देना,
खूब खेले नर नार होली।"रैना"
दूर है वो,
गुजरते फिर भी,
दिल के करीब से।"रैना"
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