दोस्तों लगभग 10 दस साल पहले
मेरे द्वारा लिखा गीत जिसे
मेरे सिंगर दोस्त प्रदीप शर्मा शो में गा चुके है
आज आप की महफ़िल में पेश करता हूं।
मस्त मस्त आँखों में,
मस्त मस्त मस्ती है,
मोती बिखरते बिखरते,
जब तू हंसती है,
देख दिल हो जाये बेईमान,
थोडा कम हंसेया करो,
कही डोल न जाये इमान।
थोडा कम हंसेया ....................
नागन सी बल खा के चलती,
लहरों के जैसे मस्त मचलती,
जालिम तेरी कातिल नजरिया,
छेड़े इश्क की तान,
थोडा कम हंसेया ..................."रैना"
मेरे द्वारा लिखा गीत जिसे
मेरे सिंगर दोस्त प्रदीप शर्मा शो में गा चुके है
आज आप की महफ़िल में पेश करता हूं।
मस्त मस्त आँखों में,
मस्त मस्त मस्ती है,
मोती बिखरते बिखरते,
जब तू हंसती है,
देख दिल हो जाये बेईमान,
थोडा कम हंसेया करो,
कही डोल न जाये इमान।
थोडा कम हंसेया ....................
नागन सी बल खा के चलती,
लहरों के जैसे मस्त मचलती,
जालिम तेरी कातिल नजरिया,
छेड़े इश्क की तान,
थोडा कम हंसेया ..................."रैना"
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