कोन कहता तुझे प्यार नही करते,
प्यार करे मगर इजहार नही करते।
तुझ पे एतबार हम करे भला कैसे,
हम कभी खुद पे एतबार नही करते।
वक्त ऐसा अक्सर देर सवेर हो जाती,
इसलिये हम कभी इकरार नही करते।
कुछ न कहे हद में रहे फितरत अपनी,
भूल कर भी हद को पार नही करते।
यार करते हैं तभी तो भरोसा हम पर,
झूठ से नफरत दो का चार नही करते।
ये जमाना है मंडी हर शै तिजारत है,
आशिक इश्क का व्यापार नही करते।
"रैना"कहने को वो मेरे अपनो से बढ़ के,
पर साथ मेरे कभी गमगुसार नही करते। राजेन्द्र रैना गुमनाम"
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