मेरे युवा दोस्तो के लिये गजल
तू दिल का सौदा मत करना,
जीना मुश्किल होगा मरना,
दुनिया वाले दिल के काले,
जाहिल से मुश्किल हो लड़ना।
हाथों पे जां रख ले यारा,
उल्फत में कब वाजिव डरना।
हर इक मरहम बेअसर साबित,
दिल के जख्मों ने कब भरना।
वो कब रोके से रूकता है,
जिसने उंची छोटी चढ़ना।
"रैना"को अब मत कुछ कहना,
उसने सब मरजी से करना। राजेंद्र रैना"गुमनाम"
तू दिल का सौदा मत करना,
जीना मुश्किल होगा मरना,
दुनिया वाले दिल के काले,
जाहिल से मुश्किल हो लड़ना।
हाथों पे जां रख ले यारा,
उल्फत में कब वाजिव डरना।
हर इक मरहम बेअसर साबित,
दिल के जख्मों ने कब भरना।
वो कब रोके से रूकता है,
जिसने उंची छोटी चढ़ना।
"रैना"को अब मत कुछ कहना,
उसने सब मरजी से करना। राजेंद्र रैना"गुमनाम"
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