Tuesday, September 24, 2013

yad teri wfa

मेरे युवा दोस्तो के लिये गजल

तू दिल का सौदा मत करना,
जीना मुश्किल होगा मरना,
दुनिया वाले दिल के काले,
जाहिल से मुश्किल हो लड़ना।
हाथों पे जां रख ले यारा,  
उल्फत में कब वाजिव डरना।
हर इक मरहम बेअसर साबित, 
दिल के जख्मों ने कब भरना।
वो कब रोके से रूकता है,
जिसने उंची छोटी चढ़ना।
"रैना"को अब मत कुछ कहना,
उसने सब मरजी से करना। राजेंद्र रैना"गुमनाम"  

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