Saturday, September 21, 2013

tu gul ke jaise khil ja

तू गुल के जैसे खिल जा,
पानी हो सब में मिल जा,
"रैना" तू  बंदगी कर ले,
कुन्दन होने को जल जा। राजेन्द्र रैना"गुमनाम'

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