Tuesday, April 16, 2013

kalratri ambe

कालरात्रि अम्बे रानी,
सुन ले मेरी दर्द कहानी,
मनवा मोरा भटक रहा है,
पल भी चैन न आये,
गर तू मईया किरपा कर दे,
जीवन सफल हो जाये।
मईया जीवन ................
दुष्ट मारनी भक्त तरनी,
मुझ पे भी उपकार करो माँ,
उदेश्य हीन ये जीवन मेरा,
विनती अब स्वीकार करो माँ,
मोह माया से टूटे रिश्ता,
तेरा ही रंग चढ़ जाये।
मईया जीवन ................
सुन ले मेरी मत कर देरी,
रास्ता मुझे दिखा दे,
पांच सात जो दुश्मन है माँ,
उनको दूर भगा दे,
"रैना"का ये जीवन तो फिर,
गुल जैसा महकाये।
मईया जीवन ................"रैना"
जय जय माआअ जय जय माँ



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