याद आती है बहुत क्या कीजे,
मरने का इन्तजाम हो गया,
हम तन्हा भला जी ले तो कैसे,
अपना जीना ही हराम हो गया।"रैना"
जिन पे दोस्तों की मेहरबानी होती,
कामयाबी उनके कदम चूमती है।"रैना"
मरने का इन्तजाम हो गया,
हम तन्हा भला जी ले तो कैसे,
अपना जीना ही हराम हो गया।"रैना"
जिन पे दोस्तों की मेहरबानी होती,
कामयाबी उनके कदम चूमती है।"रैना"
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