दोस्तों ये रचना मेरे आप सबके दिल की पुकार
मुद्दत से रो रहा अब चुप करा दे मुझको,
तेरा बच्चा हूं खिलौना दिला दे मुझको।
पास रहता फिर भी तू नजर नही आता,
प्यारी सी वो तेरी सूरत दिखा दे मुझको।
इंसान की योनि फिर भी इन्सां नही हूँ,
इतनी मेहर कर दे इन्सां बना दे मुझको।
भटक रहा कब से तेरा दर नही मिलता,
जादूगर अब अपना घर बता दे मुझको।
तूफान तेज चल रहा मझदार में कश्ती,
"रैना"की अब सुन ले पार लगा दे मुझको।"रैना"
मुद्दत से रो रहा अब चुप करा दे मुझको,
तेरा बच्चा हूं खिलौना दिला दे मुझको।
पास रहता फिर भी तू नजर नही आता,
प्यारी सी वो तेरी सूरत दिखा दे मुझको।
इंसान की योनि फिर भी इन्सां नही हूँ,
इतनी मेहर कर दे इन्सां बना दे मुझको।
भटक रहा कब से तेरा दर नही मिलता,
जादूगर अब अपना घर बता दे मुझको।
तूफान तेज चल रहा मझदार में कश्ती,
"रैना"की अब सुन ले पार लगा दे मुझको।"रैना"
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