दिल की बातों में मत आना,
वरना दुःख ही हासिल होगा,
रोना पड़ता है फिर तन्हा,
अपना गम खुद शामिल होगा।
चमके तारें अच्छे लगते,
टूटे फिर कोई कब देखे,
आशिक के दुश्मन जग वाले,
दोस्त उसका पागल होगा।"रैना"
वरना दुःख ही हासिल होगा,
रोना पड़ता है फिर तन्हा,
अपना गम खुद शामिल होगा।
चमके तारें अच्छे लगते,
टूटे फिर कोई कब देखे,
आशिक के दुश्मन जग वाले,
दोस्त उसका पागल होगा।"रैना"
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