माँ की किरपा देखिये
होता मुझे एहसास है,
तू साथ मेरे पास है।
हम भूल सकते ही नही,
मेरा सनम तू खास है।
सागर किनारे बैठे है,
फिर भी लगी वो प्यास है।
इस जिस्म में ही घर तिरा,
बेशक मुझे विशवास है।
"रैना"मुलाकात होगी,
अब पी मिलन की आस है।"रैना"
होता मुझे एहसास है,
तू साथ मेरे पास है।
हम भूल सकते ही नही,
मेरा सनम तू खास है।
सागर किनारे बैठे है,
फिर भी लगी वो प्यास है।
इस जिस्म में ही घर तिरा,
बेशक मुझे विशवास है।
"रैना"मुलाकात होगी,
अब पी मिलन की आस है।"रैना"
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